करनाल: भारतीय किसान यूनियन गुरनाम सिंह चढ़ूनी के आह्वान पर देह शामलात और जुमला मालिकान भूमि (Deh Shamlat and Jumla owner land dispute) किसानों से छीनने के आदेश वापस कराने को लेकर किसानों ने प्रदर्शन किया है. किसान संगठनों में सर्व सहमति से फैसला लिया गया था कि 25 और 26 अगस्त को 2 दिन के लिए हरियाणा सरकार के मंत्रियों के घरों के बाहर किसान पंचायत कर धरना दिया जाएगा.
धरने की सारी व्यवस्था और खाने पीने का सारा इंतजाम मंत्रियों का होगा. इंतजाम ना होने पर किसान सत्याग्रह और भूख हड़ताल करेंगे. लेकिन पिहोवा विधायक ने किसानों की बात को टालते हुए कोई इंतजाम नहीं किए, जिससे किसानों में नाराजगी देखी जा रही है. पिहोवा से विधायक और खेल मंत्री के टीकरी गांव करनाल (Tikri Village Karnal) में उनके निवास स्थान के बाहर किसानों के धरना प्रदर्शन का आज दूसरा दिन है.
बीते दिन जब किसान विधायक के आवास पर प्रदर्शन करने पहुंचे तो विधायक के परिवार वालों ने निवास स्थान के बाहर ताला लगा दिया जिससे किसानों में काफी आक्रोश भी देखा गया. हालांकि कुछ घंटे के बाद ताला खोल दिया गया था. भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी के प्रवक्ता प्रिंस ने कहा कि किसानों की इस पंचायत (Kisan Panchayat in Karnal) के बैठने और खाने-पीने का प्रबंध मंत्रियों को ही करना था, जबकि खेल मंत्री ने ऐसा नहीं किया. जिसके चलते किसानों ने अव्यवस्था की बात कहते हुए मंत्री के खिलाफ रोष जाहिर किया है.
वहीं शाम के समय पंचायत स्थल पर किसान नेता गुरनाम सिंह चढूनी पहुंचे तो सभी किसानों से बात करके फैसला लिया गया कि पंचायत के दूसरे दिन शाम के समय मंत्री के पुतले का दहन किया जाएगा. अभी से किसानों ने मंत्री का पुतला बनाकर उनके घर के गेट के बाहर ही रखा हुआ है. शाम के समय पिहोवा शहर में उनकी प्रतीकात्मक शव यात्रा निकालकर पुतले का दहन किया जाएगा और रोष प्रकट (Farmer protest in Haryana) किया जाएगा.