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करनाल: क्या ऐसे होगा जल संरक्षण? देखिए लघु सचिवालय में लगे वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की हकीकत

सेक्टर-12 में बने लघु सचिवालय में जल संचय करने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया गया है. जो कई महीनों से बंद पड़ा है.

लघु सचिवालय में लगे वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की हकीकत
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Published : Aug 8, 2019, 12:08 PM IST

Updated : Aug 31, 2019, 4:56 PM IST

करनाल: केंद्र और प्रदेश सरकार जल बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. हरियाणा के कई जिले डार्क जोन में आ चुके हैं. सीएम मनोहर लाल जल संरक्षण के लिए 'जल शक्ति अभियान' चला रहे हैं, लेकिन उनके अधिकारी ही सरकार की योजनाओं को पलीता लगाने का काम कर रहे हैं.

करनाल में 50 घरों में वाटर हार्वेस्टिंग पर नोटिस दिया गया है. खासकर साल 2002 के बाद निर्मित उन इमारतों में विशेष रूप से 100 वर्ग मीटर से ऊपर इमारतों के लिए भूखंडों में जल संचयन प्रणाली स्थापित करने के लिए अनिवार्य आदेश का पालन नहीं किया है.

देखिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की हालत

महीनों से बंद पड़ा है वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
सेक्टर-12 में बने लघु सचिवालय में जल संचय करने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया गया है. जो कई महीनों से बंद पड़ा है. आलम ये है कि वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के आसपास गंदगी तो है ही जबकि वहां पड़े पाइपों के अंदर लोगों ने अपना सामान रखना शुरू कर दिया है.

ये भी पढ़ें:महापरिवर्तन रैली में दिखाओ इतनी ताकत कि बीजेपी सरकार को चलता करें: भूपेंद्र हुड्डा

उपायुक्त बोले संज्ञान में है मामला
जब इस बारे में उपायुक्त विनय प्रताप सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आ चुका है और बिल्डिंग की देखरेख करने वाले पीडब्लूडी विभाग को इस बारे में हिदायत दे दी गई है.

करनाल: केंद्र और प्रदेश सरकार जल बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. हरियाणा के कई जिले डार्क जोन में आ चुके हैं. सीएम मनोहर लाल जल संरक्षण के लिए 'जल शक्ति अभियान' चला रहे हैं, लेकिन उनके अधिकारी ही सरकार की योजनाओं को पलीता लगाने का काम कर रहे हैं.

करनाल में 50 घरों में वाटर हार्वेस्टिंग पर नोटिस दिया गया है. खासकर साल 2002 के बाद निर्मित उन इमारतों में विशेष रूप से 100 वर्ग मीटर से ऊपर इमारतों के लिए भूखंडों में जल संचयन प्रणाली स्थापित करने के लिए अनिवार्य आदेश का पालन नहीं किया है.

देखिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम की हालत

महीनों से बंद पड़ा है वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम
सेक्टर-12 में बने लघु सचिवालय में जल संचय करने के लिए वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाया गया है. जो कई महीनों से बंद पड़ा है. आलम ये है कि वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के आसपास गंदगी तो है ही जबकि वहां पड़े पाइपों के अंदर लोगों ने अपना सामान रखना शुरू कर दिया है.

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उपायुक्त बोले संज्ञान में है मामला
जब इस बारे में उपायुक्त विनय प्रताप सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि मामला संज्ञान में आ चुका है और बिल्डिंग की देखरेख करने वाले पीडब्लूडी विभाग को इस बारे में हिदायत दे दी गई है.

Intro:जहां एक और देश और प्रदेश की सरकारें जल बचाओ अभियान के लिए उठा रही हैं कई कदम ,पानी की एक एक बूंद को बचाने के लिए लोगों को किया जा रहा है जागरूक ,वहीं हाथी के दांत खाने के कुछ और दिखाने के कुछ और मुहावरे को साबित करता हुआ करनाल जिला प्रशासन की नाक के नीचे लगा वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम कई महीनों से पड़ा बंद, चारों तरफ फैला गंदगी, कई बार चेताने के बाद भी नहीं जागा जिला प्रशासन ।


Body:केंद्र और प्रदेश की सरकार जल बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और कई तरह के अभियानों को चलाकर आमजन को जागरूक किया जा रहा है । हरियाणा के बहुत से जिले डार्क जोन में आ जाने के कारण प्रदेश के मुखिया मनोहर लाल खट्टर जल बचाओ अभियान को लेकर काफी चिंतित है जिसको लेकर उन्होंने उच्च अधिकारियों के साथ बैठक कर कई अभियानों की शुरुआत की है तांकि किसी ना किसी तरह जल को बचाया जा सके । लेकिन अगर बात करनाल जिला प्रशासन की करें तो यह मुहावरा हाथी के दांत खाने के कुछ और और दिखाने के कुछ और साबित करता हुआ नजर आ रहा है । करनाल सेक्टर 12 स्थित लघु सचिवालय मे लगे जल संचय करने के लिए हार्वेस्टिंग सिस्टम पिछले कई महीनों से बंद पड़े हैं । चारों तरफ गंदगी फैली हुई है । वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम के साथ जुड़े बड़े होल और पाइपों के अंदर बहुत ज्यादा गंदगी दिखाई दे रही है और निजी रेडी चालको ने अपना सामान उसमें रखा हुआ है । इन सब कारणों से यह ज्ञात होता है के जहां प्रदेश के मुखिया जल बचाने के लिए कितने चिंतित है पर अधिकारी उतने ही लापरवाह नजर आ रहे हैं । कई बार अधिकारियों को इसके बारे में चेताया जा चुका है लेकिन इसके ऊपर कुछ भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है ।




Conclusion:वीओ - वही आसपास बैठे लोगों ने भी यह बताया कि अगर इस प्रकार वाटर हार्वेस्टिंग सिस्टम में गंदगी मची रहेगी और इसका ध्यान नहीं रखा जाएगा तो पानी कैसे जमा किया जा सकता है । अधिकारी तो निचले कर्मचारियों को आदेश पारित कर देते हैं पर खुद आकर मौका नहीं देते ।

बाईट - इंद्र पाल सिंह - आम नागरिक
बाईट - उपायुक्त - विनय प्रताप सिंह
वाक थ्रू
Last Updated : Aug 31, 2019, 4:56 PM IST
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