करनाल: करनाल के कल्पना चावला अस्पताल में स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. ईटीवी भारत की टीम ने जब कल्पना चावला मेडिकल अस्पताल में सफाई व्यवस्था का जायजा लिया तो हैरान करने वाली तस्वीरें सामने आई हैं.
बायो मेडिकल कचरा खुले में डंप किया जा रहा है
अस्पताल की खून से लथपथ पट्टियां, निडल, ग्लूकोज की बोतलें दस्ताने और पेपर खुले में डंप किए जा रहे हैं. इसके साथ-साथ बायो मेडिकल वेस्ट को जलाने के भी साक्ष्य मिले हैं. चिकित्सा विशेषज्ञों के मुताबिक बायो मेडिकल कचरे से हेपेटाइटिस, एड्स और विभिन्न गंभीर बीमारियों से जीवन के लिए खतरा पैदा हो सकता है. अस्पताल प्रशासन द्वारा इतनी बड़ी लापरवाही देखने को मिली है.
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कल्पना चावला प्रशासन की बड़ी लापरवाही
केंद्र सरकार द्वारा समय-समय पर बायो मेडिकल कचरे के निपटान के संबंध में कड़े दिशा-निर्देश जारी किए जाते हैं लेकिन कल्पना चावला प्रशासन द्वारा निर्देशों को दरकिनार करते हुए लापरवाही बरती जा रही है और इंसानी जिंदगी के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है.
कल्पना चावला अस्पताल द्वारा एनजीटी के नियमों की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की लापरवाही में संचारी रोगों के फैलने का डर बना रहता है. मौके की स्थिति के मुताबिक कोई भी वहां खड़े होने की हिम्मत नहीं कर सकता. प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड को भी इस प्रकार की लापरवाही और उल्लंघन करने पर अस्पताल प्रशासन के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करनी चाहिए.
क्या बोले मेडिकल सुपरिटेंडेंट?
मेडिकल सुपरिटेंडेंट जगदीश डुडेजा ने बताया कि नगर निगम के साथ कम्युनिकेशन गैप होने से तीन-चार दिन की गंदगी डंप हो गई है. मामला संज्ञान में आते ही तुरंत कार्रवाई की जा रही है. पूछे जाने पर मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने बताया कि खुले में बायो वेस्ट है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी.