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हरियाणा: हिसार छावनी से पाकिस्तान को खुफिया जानकारी भेजने वाले तीन जासूस गिरफ्तार

जानकारी के मुताबिक जासूसों के पास से मोबाइल मिले हैं, जिनमें वीडियो क्लिप, व्हाट्सएप वाइस और कुछ फोटोग्राफ्स मिले हैं. तीनों को पूछताछ के लिए हिसार सदर थाना पुलिस के हवाले किया गया है.

3 संदिग्ध जासूस गिरफ्तार
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Published : Aug 3, 2019, 8:52 AM IST

Updated : Aug 3, 2019, 1:55 PM IST

हिसार: हरियाणा के हिसार छावनी में सेना की जांच एजेंसियों ने तीन संदिग्ध जासूसों को पकड़ा है. इनके मोबाइल फोन से छावनी के अंदर की वीडियो मिली है. तीनों से पूछताछ की जा रही है. आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के शामली के मसाबी निवासी 22 वर्षीय खालिद, मुजफ्फरनगर के शेरपुर गांव निवासी 28 वर्षीय महताब और 34 वर्षीय रागीब के रूप में हुई है.

हिसार कैंट से तीन जासूस गिरफ्तार

ये भी पढ़ें- हुड्डा के पोस्टर से गांधी परिवार गायब, अलग राह पर चलने की तैयारी में पूर्व मुख्यमंत्री !

मजदूर बनकर छावनी में घुसे!

छावनी में इन दिनों निर्माण कार्य चल रहा है जिसके लिए ठेकेदार की तरफ से बाहर से मजदूर भेजे जा रहे हैं. पकड़े गए तीनों संदिग्ध भी ठेकेदार के जरिए मजदूरी करने छावनी में घुसे थे. शक होने पर करीब 1 सप्ताह से जांच एजेंसियां इन पर बारीकी से नजर रख रही थी. शक के आधार पर 1 अगस्त को तीनों को पकड़ लिया. इनके मोबाइल फोन में कैंट की वीडियो क्लिप बनाई गई है. व्हाट्सएप से जुलाई की शुरुआत में पाकिस्तान भी फोन किया गया था. जानकारी के अनुसार मेहताब प्लांट का ठेकेदार है.

मेहताब पर ज्यादा शक
हिसार कैंट छावनी की इंटेलीजेंस टीम और सेना पुलिस ने मेहताब खालिद और रागीब को जासूसी के शक में पकड़ा है. पकड़े गए तीनों आरोपियों में से मेहताब ज्यादा शक के दायरे में है. मेहताब ने एक भारतीय फोन नंबर पर कैंट क्षेत्र की वीडियो और फोटो बनाकर भेजी थी.

वहीं पकड़ा गया खालिद जांच एजेंसियों को बरगलाने का प्रयास कर रहा है. उसकी तरफ से जुलाई के प्रथम सप्ताह में जिस नंबर पर व्हाट्सएप कॉल की गई. वह पाकिस्तान और उससे जुड़े किसी शख्स का है. साथ ही वो जांच एजेंसी को पाकिस्तान में रिश्तेदार होने की बात कहते हुए सही तरह से रिश्ता भी नहीं बता पा रहा है. जांच एजेंसियों की तरफ से नंबर के अलावा उसकी तरफ से बताए जा रहे हैं रिश्तेदारों की भी जांच शुरू कर दी है.

हिसार: हरियाणा के हिसार छावनी में सेना की जांच एजेंसियों ने तीन संदिग्ध जासूसों को पकड़ा है. इनके मोबाइल फोन से छावनी के अंदर की वीडियो मिली है. तीनों से पूछताछ की जा रही है. आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के शामली के मसाबी निवासी 22 वर्षीय खालिद, मुजफ्फरनगर के शेरपुर गांव निवासी 28 वर्षीय महताब और 34 वर्षीय रागीब के रूप में हुई है.

हिसार कैंट से तीन जासूस गिरफ्तार

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मजदूर बनकर छावनी में घुसे!

छावनी में इन दिनों निर्माण कार्य चल रहा है जिसके लिए ठेकेदार की तरफ से बाहर से मजदूर भेजे जा रहे हैं. पकड़े गए तीनों संदिग्ध भी ठेकेदार के जरिए मजदूरी करने छावनी में घुसे थे. शक होने पर करीब 1 सप्ताह से जांच एजेंसियां इन पर बारीकी से नजर रख रही थी. शक के आधार पर 1 अगस्त को तीनों को पकड़ लिया. इनके मोबाइल फोन में कैंट की वीडियो क्लिप बनाई गई है. व्हाट्सएप से जुलाई की शुरुआत में पाकिस्तान भी फोन किया गया था. जानकारी के अनुसार मेहताब प्लांट का ठेकेदार है.

मेहताब पर ज्यादा शक
हिसार कैंट छावनी की इंटेलीजेंस टीम और सेना पुलिस ने मेहताब खालिद और रागीब को जासूसी के शक में पकड़ा है. पकड़े गए तीनों आरोपियों में से मेहताब ज्यादा शक के दायरे में है. मेहताब ने एक भारतीय फोन नंबर पर कैंट क्षेत्र की वीडियो और फोटो बनाकर भेजी थी.

वहीं पकड़ा गया खालिद जांच एजेंसियों को बरगलाने का प्रयास कर रहा है. उसकी तरफ से जुलाई के प्रथम सप्ताह में जिस नंबर पर व्हाट्सएप कॉल की गई. वह पाकिस्तान और उससे जुड़े किसी शख्स का है. साथ ही वो जांच एजेंसी को पाकिस्तान में रिश्तेदार होने की बात कहते हुए सही तरह से रिश्ता भी नहीं बता पा रहा है. जांच एजेंसियों की तरफ से नंबर के अलावा उसकी तरफ से बताए जा रहे हैं रिश्तेदारों की भी जांच शुरू कर दी है.

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मिलिट्री इंटेलिजेंस और मिलिट्री पुलिस ने कैंट क्षेत्र में सेना की जासूसी के आरोप में यूपी के मुजफ्फरनगर के तीन युवकों को गिरफ्तार किया है। तीनों सेना की गतिविधियों को सोशल मीडिया के जरिये पाकिस्तान भेज रहे थे। इनके पास से मोबाइल मिले हैं, जिनमें वीडियो क्लिप, व्हाट्सएप वाइस और कुछ फोटोग्राफ्स मिले हैं। तीनों को पूछताछ के लिए हिसार सदर थाना पुलिस के हवाले किया गया है। तीनों आरोपियों से और भी खुलासे होने की उम्मीद है।



जानकारी के अनुसार, कैंट स्थित मिलिट्री क्षेत्र में मेस बिल्डिंग के निर्माण में लगी सिविल कंस्ट्रक्शन कंपनी में लेबर के रूप में काम करने वाले उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के शेरपुर गांव निवासी मेहताब (28), शामली के मासाबी गांव निवासी खालिद (25) और मुजफ्फरनगर के शेरपुर गांव का निवासी रागीब (34) एक सप्ताह पहले ही कंपनी से जुड़े थे। 



तीनों पहले ही दिन से सेना की गतिविधियों पर नजर रखे थे। मिलिट्री इंटेलिजेंस की सूचना पर और इनकी संदिग्ध गतिविधियों पर मिलिट्री इंटेलिजेंस और सेना पुलिस ने इन पर नजर रखी। शक पुख्ता होने पर इन्हें गुरुवार रात गिरफ्तार कर लिया। बताया जा रहा है कि एक आरोपी के मोबाइल से पाकिस्तानी जासूस के साथ व्हाट्सएप और वीडियो कॉल के जरिये बातचीत के रिकॉर्ड भी मिले हैं। 



पाकिस्तानी जासूसों के संपर्क में थे



सूत्रों के अनुसार, तीनों आरोपी एक सप्ताह पहले कंपनी में लेबर के रूप में घुसे और अगले ही दिन से सेना के जवानों और कैंट क्षेत्र के अंदर की गतिविधियों को मोबाइल में कैद करना शुरू कर दिया। वे पाकिस्तानी जासूसों के संपर्क में थे और उन्हें सेना की सूचनाएं भेज रहे थे।


Conclusion:
Last Updated : Aug 3, 2019, 1:55 PM IST
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