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हिसार में रेलवे ट्रैक पार करते वक्त तीन बच्चों की दर्दनाक मौत - हिसार रेल हादसा

हिसार में एक दर्दनाक रेल हादसे के दौरान तीन बच्चों की मौत हो गई है. तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए सामान्य अस्पताल में लाया गया और पुलिस छानबीन में जुट गई है.

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Published : May 13, 2020, 7:33 AM IST

Updated : May 13, 2020, 3:12 PM IST

हिसार: सत्यनगर में रेल हादसे में तीन बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई. जान गंवाने वाले बच्चों में दो सगे भाई थे. तीनों बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए हिसार के सामान्य अस्पताल में लाया गया है. पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू कर दी है.

ट्रैक पार करते हुए आए इंजन की चपेट में

बताया जा रहा है कि मंगलवार देर शाम को तीनों बच्चे सत्यनगर के पास स्थित रेलवे ट्रैक को पार कर रहे थे. इसी दौरान एक रेल इंजन शंटिंग कर रहा था और तीनों बच्चे 8 वर्षीय अजीत, 5 वर्षीय गोलू व 12 वर्षीय रवि इंजन की चपेट में आ गए. जिससे दो बच्चों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि एक बच्चा गंभीर रुप से घायल हो गया.

ये भी पढ़ें- 'पीएम मोदी ने मीडिया को हेडलाइन तो दे दी, लेकिन देश को हेल्पलाइन का इंतजार है'

घायल बच्चे ने अस्पताल लाते वक्त रास्ते में ही दम तोड़ दिया. इन बच्चों में अजीत और गोलू सगे भाई थे. वार्ड नंबर 1 के एमसी अनिल जैन घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे गए और शवों को पुलिस की सहायता से हिसार के सामान्य अस्पताल में लाया गया. मृतक बच्चों के माता-पिता पिछले कई सालों से हिसार में दिहाड़ी मजदूरी का काम करते हैं.

परिजनों ने इंजन चालक पर लगाया आरोप

परिजनों ने आरोप लगाया कि इस घटना का जिम्मेदार रेल इंजन का चालक है. रेल इंजन चालक ने कोई हॉरन नहीं बजाया था. जिसके कारण यह हादसा हुआ है. मृतक बच्चे के पिता ने बताया कि उनका बच्चा ट्रैक पार कर रहा था. इसी दौरान इंजन की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई.

वहीं गोलू और अजीत के पिता मनोज ने बताया कि दोनों बच्चे देर शाम को रेलवे ट्रैक के पास खेल रहे थे. इसी दौरान लाइन पार करने लगे तो रेल इंजन के शंटिग के दौरान उनके दोनों बच्चों की मौत हो गई. मनोज ने आरोप लगाया कि इस दौरान रेलवे इंजन चालक ने कोई हॉरन नहीं दिया. जिसके कारण यह हादसा हुआ है.

पार्षद ने पीड़ित परिवार के लिए मांगा मुआवजा

मौके पर पहुंचे पार्षद अनिल जैन ने कहा कि यहां रेलवे ट्रैक के पास बड़ी दीवार बनानी चाहिए. जिससे यहां पर कोई हादसा न हो सके. उनकी मांग है कि सरकार द्वारा मजदूर परिवार को मुआवजा दिया जाना चाहिए.

वहीं जीआरपी थाना प्रभारी प्रदीप कुमार ने बताया कि हादसा मंगलवार देर शाम को हुआ है. इस हादसे में तीन बच्चों की मौत हुई है. तीनों बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम के लिए हिसार के सामान्य अस्पताल में लाया गया है और पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू कर दी है.

ये भी पढ़ें- गुरुग्राम प्रशासन ने 100 बेड का एक और कोविड-19 अस्पताल बनाया

हिसार: सत्यनगर में रेल हादसे में तीन बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई. जान गंवाने वाले बच्चों में दो सगे भाई थे. तीनों बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए हिसार के सामान्य अस्पताल में लाया गया है. पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू कर दी है.

ट्रैक पार करते हुए आए इंजन की चपेट में

बताया जा रहा है कि मंगलवार देर शाम को तीनों बच्चे सत्यनगर के पास स्थित रेलवे ट्रैक को पार कर रहे थे. इसी दौरान एक रेल इंजन शंटिंग कर रहा था और तीनों बच्चे 8 वर्षीय अजीत, 5 वर्षीय गोलू व 12 वर्षीय रवि इंजन की चपेट में आ गए. जिससे दो बच्चों ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि एक बच्चा गंभीर रुप से घायल हो गया.

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घायल बच्चे ने अस्पताल लाते वक्त रास्ते में ही दम तोड़ दिया. इन बच्चों में अजीत और गोलू सगे भाई थे. वार्ड नंबर 1 के एमसी अनिल जैन घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंचे गए और शवों को पुलिस की सहायता से हिसार के सामान्य अस्पताल में लाया गया. मृतक बच्चों के माता-पिता पिछले कई सालों से हिसार में दिहाड़ी मजदूरी का काम करते हैं.

परिजनों ने इंजन चालक पर लगाया आरोप

परिजनों ने आरोप लगाया कि इस घटना का जिम्मेदार रेल इंजन का चालक है. रेल इंजन चालक ने कोई हॉरन नहीं बजाया था. जिसके कारण यह हादसा हुआ है. मृतक बच्चे के पिता ने बताया कि उनका बच्चा ट्रैक पार कर रहा था. इसी दौरान इंजन की चपेट में आ गया और उसकी मौत हो गई.

वहीं गोलू और अजीत के पिता मनोज ने बताया कि दोनों बच्चे देर शाम को रेलवे ट्रैक के पास खेल रहे थे. इसी दौरान लाइन पार करने लगे तो रेल इंजन के शंटिग के दौरान उनके दोनों बच्चों की मौत हो गई. मनोज ने आरोप लगाया कि इस दौरान रेलवे इंजन चालक ने कोई हॉरन नहीं दिया. जिसके कारण यह हादसा हुआ है.

पार्षद ने पीड़ित परिवार के लिए मांगा मुआवजा

मौके पर पहुंचे पार्षद अनिल जैन ने कहा कि यहां रेलवे ट्रैक के पास बड़ी दीवार बनानी चाहिए. जिससे यहां पर कोई हादसा न हो सके. उनकी मांग है कि सरकार द्वारा मजदूर परिवार को मुआवजा दिया जाना चाहिए.

वहीं जीआरपी थाना प्रभारी प्रदीप कुमार ने बताया कि हादसा मंगलवार देर शाम को हुआ है. इस हादसे में तीन बच्चों की मौत हुई है. तीनों बच्चों के शवों का पोस्टमार्टम के लिए हिसार के सामान्य अस्पताल में लाया गया है और पुलिस ने घटना की छानबीन शुरू कर दी है.

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Last Updated : May 13, 2020, 3:12 PM IST
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