हिसार: मंगलवार रात को इस अजगर को खोजने के लिए मशक्कत की गई लेकिन अजगर नहीं मिला. बुधवार सुबह एयरपोर्ट की पार्किंग में अजगर को घायल अवस्था में सिक्योरिटी गार्ड ने देखा और इसकी सूचना तुरंत वाइल्ड लाइफ की टीम को दी गई. वाइल्ड लाइफ की टीम ने लगभग 45 मिनट के बाद अजगर को काबू कर किया.
क्षेत्र में इतने बड़े अजगर का मिलना आम बात नहीं है इसलिए कर्मचारियों और अधिकारियों का अजगर को देखने के लिए जमावड़ा लग गया. वाइल्ड लाइफ इंस्पेक्टर रामेश्वर कुमार के अनुसार अजगर रॉक पाइथन नस्ल का है जो देश के पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता है. अजगर के शरीर पर चोट के निशान मिले हैं.
उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में ऐसे अजगर के मिलने का यह पहला मामला है. यह अजगर कम जहरीला होने के कारण अपने शिकार को जकड़ कर उसका दम घोटकर मारता है. वाइल्ड लाइफ की टीम ने कैचर की सहायता से अजगर को काबू कर रोहतक तिलियार स्थित मिनी चिड़िया घर में छोड़ दिया है. अजगर को यहां पहले से रखे गए दो रॉक पाइथन के साथ रखा गया है.