हिसार: चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के रामधन सिंह बीज फार्म पर 'मुख्य खेत फसलों के गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन की तकनीकें' विषय पर सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया.
कार्यक्रम की शुरूवात करते हुए रामधन सिंह बीज फार्म के निदेशक डॉ. रामनिवास ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कुलपति प्रोफेसर समर सिंह का स्वागत अभिवादन किया. प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए 25 किसानों का भी बीज प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग लिया.
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इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर समर सिंह ने बताया की उत्तम बीज व्यवसाय के रूप में किसानों की आमदनी बढ़ाने का अच्छा साधन है. उन्होंने किसानों से इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बढ़चढ़ कर भाग लेने के लिए सराहा.
प्रोफेसर समर सिंह ने किसानों को बताया कि बीज कृषि प्रणालियों का सबसे महत्वपूर्ण आदान (इनपुट) होता है. उच्च गुणवत्तायुक्त बीज का अकेले ही कृषि की उत्पादकता बढ़ाने में 15 से 20 प्रतिशत योगदान होता है. किसानों को अपनी कृषि पर आने वाली लागत को घटाने के लिए स्वयं का बीज तैयार करना चाहिए ताकि कम खर्चे पर ज्यादा मुनाफा मिलें.
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इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् के सहयोग से किया जा रहा है जिसके अन्तर्गत किसानों को प्रशिक्षण देकर मुख्य खेत फसलों के लिए किसानों को बीज उत्पादन हेतु कुशल बनाना है.
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान मुख्य खेत फसलों के बीज उत्पाद्न से जुड़ी महत्त्वपूर्ण जानकारियां देने के लिए विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा व्यवहारिक ज्ञान दिया जाएगा, जिससे किसानों को ज्यादा से ज्यादा जानकारी हासिल हो सकेगी. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के पाठ्यक्रम समन्वयक डॉ. कृष्ण कुमार एवं डॉ. राजेश कथवाल हैं.