गुरुग्राम: साइबर सिटी गुरुग्राम में पुलिस की नींद उड़ाने वाली बावरिया गैंग के पांच बदमाश पुलिस के हत्थे चढ़े (Bavaria Gang In Gurugram) हैं. गिरोह के बदमाशों ने लूट व चेन स्नैचिंग की एक के बाद एक वारदातें को अंजाम देकर आंतक मचा रखा था. क्राइम ब्रांच ने कड़ी मेहनत के बाद इन पांचों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. गिरफ्तार किए गए पांचों बदमाश मोस्टवांटेड अपराधी बताए जा रहे हैं. पांचों पर देश के अलग-अलग राज्यों में 50/50 से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं.
गिरफ्तार किए बदमाशों की शिनाख्त रणधावा उर्फ गंजा, संदीप उर्फ संजू, दीपक उर्फ दीना, राकेश और मनोज के रुप में हुई (Most wanted crook arrested in Gurugram) है. ये सभी कुख्यात उत्तर प्रदेश के शामली जिले के झिंझाडा गांव के रहने वाले हैं. एसीपी क्राइम प्रीतपाल की मानें तो बीते तीन महीनों में ही साइबर सिटी के आम से लेकर खास इलाकों में डेढ़ दर्जन से ज्यादा वारदातों को अंजाम देकर हमारी नींद हराम किये हुए थे.
एसीपी के मुताबिक गिरफ्तार किए गए पुलिसिया पूछताछ में कुख्यात बदमाशों ने बताया कि साहब पुलिस के पास 150 सीसी की बाइक है. जबकि हमारे पास 220 सीसी की बाइक है. आखिर पुलिस हमे पकड़े पकड़ती भी तो कैसे. आरोपियों ने पूछताछ में माना कि उन्होंने गुरुग्राम में 15 -17 वारदातों को अंजाम दिया (Roberry In Gurugram) है.
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों ने पूछताछ में बताया है कि एक 35 मुकदमों में गिरफ्तार हो चुका है. दूसरा आरोपी 25 मुकदमों में गिरफ्तार हो चुका है. तीसरा आरोपी 14 मुकदमों में गिरफ्तार हो चुका है. जबकि पांचवा आरोपी 6-7 मुकदमों में गिरफ्तार हुआ है. गिरफ्तार बदमाशों में से एक दीपक नाम के बदमाश के पैर में गोली भी लगी है.
पुलिस की मानें तो ये गोली दीपक को यूपी पुलिस द्वारा किए गए एनकाउंटर में लगी थी. इसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया था. चार साल बाद जब वह जेल से बाहर आया तो और शातिराना तरीके से गिरोह के साथ वारदातों को अंजाम देने में जुट गया. पुलिस की मानें तो गिरफ्तार बदमाशों ने दिल्ली, पंजाब, चंडीगढ़, यूपी, राजस्थान, उत्तराखंड, कर्नाटका और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यो में चैन स्नैचिंग की दर्जनों वारदातों से आतंक मचा रखा था. इन्हें पुलिस रिमांड पर लिया गया है. इसके अलावा इन पांचों से जो सोने का सामान खरीदता था उसे भी गिरफ्तार किया गया है.
कैसे देते थे वारदात को अंजाम- पुलिस की मानें तो ये पांचों बदमाश लूट और स्नैचिंग की वारदात को अंजाम देने से पहले देवी की आराधना करते थे. इसके बाद ये खाली हाथ नहीं आना है के नारे लगाकर वारदातों को अंजाम देने के लिए निकल पड़ते थे. ये पांचों यूपी से बाइक पर गुरुग्राम आते थे. यहां ये गलियों में घूमकर देख लेते थे कि अकेली औरत या आदमी को देख लेते थे. इसके बाद लोगों से चेन को छीनकर बाइकर पर ही बैठकर भाग जाते थे. ये सभी एक दिन में तीन से चार वारदातों को अंजाम देते थे.