गुरुग्राम: दिल्ली से सटे गुरुग्राम में पुलिस ने बादली से विधायक कुलदीप वत्स को फोन पर धमकी देने वाले आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने दोनों आरोपियों को झज्जर से गिरफ्तार किया है. कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स को 25 अगस्त को विदेशी नंबर से धमकी भरी कॉल आई (Badali MLA received threats) थी. इसके बाद गुरुग्राम पुलिस को इसकी शिकायत दी गई.
पुलिस ने डीएलएफ फेज 2 पुलिस स्टेशन में अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर मोबाइल नंबर से आई कॉल के आधार पर जांच को आगे बढ़ाया. इस जांच में पुलिस की सेक्टर 31 सीआईए की टीम को जिम्मा सौंपा जिसके बाद गुरुग्राम पुलिस ने झज्जर से मनजीत और विक्रम नाम के दो शख्स को गिरफ्तार किया है.
मामले की जानकारी देते हुए एसीपी क्राइम प्रीतपाल ने बताया कि हमारी पुलिस टीम ने 48 घंटे के अंदर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की है. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान मंजीत और विक्रम रूप के रूप में हुई है. आरोपियों को सिलाना गांव से गिरफ्तार किया गया (police arrested 2 accused) है. उन्होंने बताया कि मुख्य आरोपी मंजीत को पुलिस ने गिरफ्तार किया तो उसके साथ ही विक्रम को भी विधायक का नंबर उपलब्ध कराने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
एसीपी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में खुलासा हुआ है कि उन्होंने ऐप के जरिए नंबर जनरेट करके ये एक्सटॉर्शन कॉल की थी. उन्हें ये लगा था कि इससे पुलिस उन्हें नहीं पकड़ पाएगी. आरोपियों ने 25 अगस्त को दोबारा कांग्रेस विधायक कुलदीप वत्स को विदेशी नंबर से कॉल कर यह धमकी दी गई (Congress MLA Kuldeep Vats received threats)थी. यदि वह हर महीने एक लाख रूपये नहीं देगा तो उसे जान से मार देंगे. इसी आधार पर विधायक कुलदीप बस के द्वारा शिकायत दी गई थी. फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर तफ्तीश शुरू कर दी है.
पहले भी मिल चुकी है विधायक को धमकी बता दें कि इससे पहले 8 जुलाई को भी कांग्रेस पार्टी के विधायक कुलदीप वत्स को धमकी मिली थी. तब पटौदी एरिया में उनके मकान में 8 जुलाई की दोपहर करीब 2 बजे 5 हथियारबंद बदमाश घुस गए थे. वहां पर बतौर कुक काम करने वाला यूपी अलीगढ़ का मूल निवासी राजीव ही अकेला मौजूद था. आरोपियों ने कुक से मारपीट कर विधायक के बारे में पूछा. जब विधायक वहां नहीं मिले तो बदमाशों ने धमकी दी कि कुलदीप को कह देना बदमाशों के बारे में ज्यादा न बोले, जब हमने मूसेवाला को नहीं छोड़ा तो कुलदीप क्या चीज है. 9 जुलाई को कुक की शिकायत पर पटौदी थाना में एफआईआर दर्ज की गई थी। मामले की जांच बाद में एसटीएफ को चली गई थी, लेकिन अब तक वे आरोपी पकड़ से बाहर हैं