गुरुग्राम: बेगमपुर खटोला गांव में दो युवकों के साथ मारपीट का मामला सामने आया है. नूंह के गांव घासेड़ा के रहने वाले दो युवकों नसीर और सलीम को लाठी डंडों से बेरहमी से पीटा गया. गंभीर हालत में नसीर को सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है. इस मामले में पुलिस ने दो आरोपियों दिलबाग और आदेश को गिरफ्तार किया है.
जानकारी के मुताबिक घासेड़ा गांव निवासी नसीर और सलीम को बेगमपुर खटोला गांव के युवक ने भैंस खरीदने के लिए बुलाया था. जब वो वहां पहुंचे तो जिस युवक ने बुलाया था वो बोला की भैंस बिक गई है. आरोप है कि जिसके बाद नसीर और सलीम को जंगल में ले जाकर चार युवकों ने बेरहमी से पीटा. नसीर को गंभीर हालत में सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया है. पीड़ित के परिजनों ने मॉब लिंचिंग के आरोप लगाए हैं.
घासेड़ा गांव के पार्षद ने बताया कि दो युवकों को फोन कर भैंस खरीदने के लिए बुलाया गया. जब दोनों बेगमपुर खटोला गांव पहुंचे तो बताया गया कि भैंस बिक गई. जिसके बाद जंगल में ले जाकर दोनों के साथ मारपीट की गई. उन्होंने कहा कि वो पुलिस से उम्मीद करते है कि आरोपियों को सजा मिले और पीड़ितों को न्याय दिलाया जाए.
मुस्लिम एकता मंच के शहजानद खान ने इन मामले पर मॉब लिंचिंग के आरोप लगाते हुए पुलिस की कार्यशली को कठघरे में खड़ा करते हुए बीते 12 दिन में इसे मॉब लिंचिंग जैसी हैवानियत की दूसरी वारदात करार दिया है और दोनों घटनाओं को आपस में जोड़ दिया. उन्होंने कहा कि पुलिस इस मामले को दो पक्षों में हुए झगड़े से जोड़ कर कार्रवाई कर रही.
एसीपी क्राइम गुरुग्राम प्रीतपाल सिंह ने बताया कि इस मामले में पीड़ित के बयान के आधार पर मामला दर्ज कर वारदात में शामिल दोनों दिलबाग और आदेश नाम के युवकों को गिरफ्तार कर किया गया है. प्रीतपाल सिंह ने कहा कि ये घटना मॉब लिंचिंग की नहीं है. दो पक्षों में भैंस खरीदने को लेकर विवाद हुआ. जिसके बाद मारपीट की गई है.
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