फरीदाबाद: पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या (punjabi singer sidhu muse wala murder case) के बाद अब गैंगवार होने की पूरी संभावनाएं जताई जा रही है. सिद्धू मूसेवाला की हत्या का बदला लेने के लिए अब गैंग आमने सामने एक दूसरे को खुली चुनौती देते हैं. हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई के और गोल्डी बरार ली है, जिसके बाद दिल्ली का दाऊद कहे जाने वाले नीरज बवाना गैंग ने लॉरेंस बिश्नोई गैंग को चेतावनी देकर सिद्धू मूसेवाला की हत्या का बदला लेने की बात कही है. लॉरेंस बिश्नोई और नीरज बवाना दोनों ही दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद है.
नीरज बवाना के द्वारा सिद्धू मूसेवाला की हत्या का बदला लेने की घोषणा करने के बाद पंजाब पुलिस जहां पहले से ही हाई अलर्ट पर है. वहीं, दिल्ली पुलिस ने भी अपने बंदोबस्त और भी ज्यादा मजबूत कर दिए हैं जिसकी सबसे बड़ी वजह यही है कि उत्तर प्रदेश में एनकाउंटर के डर से किसी भी गैंग का कोई बदमाश नहीं रहना चाहता है. ऐसे में हरियाणा एक ऐसा राज्य बचता है, जहां पर दोनों गिरोह के बदमाश पैर पसार (possibility of gang war in haryana) सकते हैं.
फरीदाबाद और गुरुग्राम पुलिस के सामने है ये चुनौती: हरियाणा का फरीदाबाद और गुरुग्राम का इलाका दिल्ली एनसीआर में आता है और दिल्ली एनसीआर के नजदीक होने के कारण इस इलाके में गिरोह के सदस्यों के लिए छुपने की संभावनाएं भी ज्यादा बनी हुई है. क्योंकि फरीदाबाद और गुरुग्राम दोनों ही भीड़भाड़ वाला शहर है. इसीलिए फरीदाबाद और गुरुग्राम पुलिस के सामने भी है एक चुनौती से कम नहीं है कि गिरोह का कोई भी सदस्य फरीदाबाद से गुरुग्राम में प्रवेश न कर सके.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला के हत्या की लर्निंग कनाडा में की गई जिसे दिल्ली की तिहाड़ जेल से ऑपरेट किया गया और हत्या अंजाम पंजाब में दिया गया. पुलिस लगातार सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड में शामिल और उससे जुड़ी कड़ियों जोड़ते हुए अलग-अलग गिरोह के बदमाशों को गिरफ्तार कर रखी है. फरीदाबाद पुलिस के लिए भी यह समय किसी चुनौती से कम नहीं है, क्योंकि लॉरेंस बिश्नोई गैंग (Lawrence Bishnoi Gang) और नीरज बवाना गैंग का फरीदाबाद में आना-जाना रहा है.
फरीदाबाद बड़े गैंग सक्रिय: फरीदाबाद बड़े गैंग की सक्रियता देखी गई है. जून 2019 में कौशल गैंग के द्वारा हरियाणा कांग्रेस के प्रदेश प्रवक्ता विकास चौधरी के बाद से ही फरीदाबाद क्राइम की दुनिया में मशहूर हो गया था, जिसके बाद से ही बड़ी गैंग दिल्ली के साथ-साथ फरीदाबाद एनसीआर में भी अपना दबदबा कायम करना चाहती हैं. साल 2020 में संदीप उर्फ काला जठेड़ी जोकि लॉरेंस बिश्नोई का खास आदमी है बदमाशों ने उसे फरीदाबाद में पेशी के दौरान गुरुग्राम पुलिस की हिरासत से छुड़ा लिया था, लेकिन बाद में दिल्ली पुलिस की स्पेशल टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया था.
इन जिलों में हैं कई गैंगस्टर: इन दोनों गिरोह का कनेक्शन फरीदाबाद के नामी स्थानीय बदमाशों के साथ भी बताया जा रहा है, जिससे यह अंदेशा भी लगाया जा रहा है कि दोनों के गुरु फरीदाबाद में हो सकते हैं. दिल्ली के अलावा लॉरेंस और बवाना गैंग के सिंडिकेट हरियाणा के फरीदाबाद, गुरुग्राम, बहादुरगढ़, झज्जर, सोनीपत समेत कई जिलों में सक्रिय हैं. नीरज बवाना की गैंग में 300 शूटर होने की बात कही जा रही है और उसके संपर्क में टिल्लू ताजपुरिया, गुरुग्राम का कौशल चौधरी और सुनील राठी जैसे गैंगस्टर हैं.
दूसरी तरफ सिद्धू हत्याकांड की जिम्मेदारी लेने वाले लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार क संपर्क भी दिल्ली एनसीआर में स्थानीय बदमाशों से है. लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बरार के संपर्क में 600 के करीब शूटर होने की संभावनाएं जताई जा रही हैं. साथ ही इस गिरोह का संबंध स्थानीय बदमाश संदीप उर्फ काला जठेड़ी, सम्पत नेहरा, गरुग्राम के सूबे गुर्जर से है.
लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने शुरू की थी सलमान खान को मारने की तैयारी: अगस्त 2020 में लॉरेंस बिश्नोई गैंग के एक शार्प शूटर राहुल को फरीदाबाद क्राइम ब्रांच (Faridabad Crime Branch) ने गिरफ्तार किया था. शार्प शूटर से पूछताछ में पता चला कि वह सलमान खान को मारने वाले थे. सलमान खान को मारने के पीछे रीजन था कि काला हिरण के अवैध शिकार को लेकर लॉरेंस बिश्नोई सलमान खान से नाराज था और लॉरेंस बिश्नोई के कहने पर वह जनवरी 2020 में मुंबई गया और वहां पर सलमान खान के अपार्टमेंट की रेकी की थी. सलमान खान की हत्या की तैयारियां लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने शुरू कर दी थी, लेकिन उससे पहले ही फरीदाबाद क्राइम ब्रांच ने शूटर राहुल को फरीदाबाद के एसजीएम नगर में डिपो चलाने वाले प्रवीण की हत्या के मामले में उत्तराखंड से गिरफ्तार कर लिया था. उसके साथ ही आशीष और पांच अभियुक्तों को भी गिरफ्तार किया गया.
स्थानीय बदमाशों पर पुलिस की पैनी नजर: ऐसे में हरियाणा के दोनों जिले गुरुग्राम और फरीदाबाद किसी गैंगवार का शिकार न हो इसको लेकर हरियाणा पुलिस की जिम्मेदारी और भी ज्यादा बढ़ गई है. फरीदाबाद पुलिस ने भी दिल्ली से सटे इलाकों में के साथ उत्तर प्रदेश से सटे इलाके में भी पुलिस की चौकसी बढ़ा दी है. दिल्ली की तरफ से आने और जाने वाले लोगों पर पुलिस की पैनी नजर बनी हुई है. साथ ही स्थानीय बदमाशों की जमानत पर जेल से बाहर चल रहे हैं, उनकी सक्रियता पर भी नजर रखी जा रही है.
क्या कहते हैं फरीदाबाद के पुलिस कमिश्नर: फरीदाबाद पुलिस कमिश्नर विकास अरोड़ा (Faridabad Police Commissioner Vikas Arora) ने बताया कि फरीदाबाद पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है और फरीदाबाद में किसी भी गिरोह के सदस्य को पैर पसारने नहीं दिया जाएगा. जिले में अभी तक किसी गिरोह की सक्रियता की सूचना नहीं है, लेकिन पुलिस उससे पहले ही पूरी तरह से सतर्क है. पूर्व में जो आपसी गैंगवार स्थानीय बदमाशों कि फरीदाबाद में हुई है, उसमें शामिल बदमाशों पर भी पुलिस पूरी नजर बनाए हुए हैं.
ये भी पढ़ें: सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड: पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने रद्द की गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई की याचिका