फरीदाबाद: हरियाणा में बदलते मौसम के कारण गंभीर बीमारियों की आशंका बढ़ रही है. इस बढ़ती ठंड के बीच स्वास्थ्य विभाग ने ठंड से बचे रहने के लिए एक एडवाइजरी जारी की है. ईटीवी भारत ने भी बढ़ती ठंड को लेकर डॉक्टर ब्रह्मदीप से खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि सर्दी में किस तरह से बीमारियों से बचा जा सकता है.
डॉक्टर ब्रह्मदीप ने बताया कि सर्दी के समय में हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है. उन्होंने बताया कि सर्दी की वजह से दिल की नलियां सिकुड़ जाती हैं. शरीर को गरम रखने के लिए हार्ट को ज्यादा जोर लगाना पड़ता है. यानी हार्ट को ज्यादा ब्लड सप्लाई की जरूरत पड़ती है. अगर किसी को पहले से हार्ट ब्लॉकेज है तो एंजाइना या छाती में दर्द और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है. ऐसे में हार्ट के मरीज को ज्यादा सावधान बरतनी चाहिए.
सर्दी के मौसम में क्या न करें
1. सुबह और शाम के समय ज्यादा ठंड होने पर हार्ट के मरीज बाहर ना जाएं.
2. हार्ट के मरीज छाती को ठंडी हवा न लगने दें.
3. छाती में ठंड लगने से हार्ट की नाड़ियों और धमनियों के सिंक होने का खतरा रहता है.
सर्दी के मौसम में क्या करें.
1. सर्दियों में हार्ट के मरीज धूप निकलने के बाद ही सैर के लिए जाएं.
2. ठंडे पानी की जगह गुनगुने पानी से ही नहाएं.
3. नहाने के तुरंत बाद घर से बाहर नहीं निकलें.
अक्सर ठंड और ठंडे पानी की वजह से लोग नहाने में जल्दबाजी करते हैं. इससे दिक्कत हो सकती है. इससे दिल की धड़कन बढ़ सकती है और एंजाइना का दर्द हो सकता है. डॉक्टर ब्रह्मदीप ने बताया कि हो सके तो नहाने से पहले बाथरूम को भी हीटर लगाकर गर्म कर लें और नहाने में हड़बड़ी न करें.डॉक्टर ब्रह्मदीप ने बताया कि दवाओं की डोज अपने डॉक्टर से सलाह के बाद ही कम या ज्यादा ले. उन्होंने बताया कि गर्मी के मुकाबले सर्दी में ब्लड प्रेशर ज्यादा बढ़ जाता है और ज्यादा दवाइयों की जरूरत होती है. इससे हार्ट की प्रॉब्लम बढ़ जाती है.
डॉक्टर ब्रह्मदीप ने बताया कि जिन लोगों को शुगर और बीपी की शिकायत है. वे इन दिनों अपने डॉक्टर की सलाह से बीपी और शुगर का लेवल कंट्रोल में रखने के उपाय करें. क्योंकि इन दोनों का लेवल कंट्रोल न होने से हार्ट पर जोर पड़ता है. जिससे हार्ट फेल हो सकता है. उन्होंने बताया कि डॉक्टर की बताई गई दवाई नियमित रूप से समय पर लें.
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ब्रह्मदीप ने बताया कि डॉक्टर से बात करने के बाद दवाइयों की मात्रा बढ़वा सकते हैं. क्योंकि हार्ट के मरीजों को सर्दियों में दवाई की जरूरत ज्यादा पड़ती है.सर्दियों में हार्ट के मरीजों को फ्लू और निमोनिया का खतरा रहता है. ऐसे में साल में एक बार सर्दियों में वैक्सीन जरूर लगवाएं.डॉक्टर ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से समय-समय पर दिशा निर्देश जारी किए जाते हैं उनका पालन करना चाहिए.