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अगले साल सूरजकुंड में लगेगा अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेला, हरियाणा सरकार ने दी मंजूरी, ब्रिटेन होगा कंट्री पार्टनर

हरियाणा सरकार ने इस बार सूरजकुंड में लगने वाले अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले (Surajkund International Handicraft Fair) को मंजूरी दे दी है. ये मेला अगले साल 4 फरवरी से लगेगा. इस बार मेले का कंट्री पार्टनर ब्रिटेन (Britain) को बनाया गया है.

Haryana government approval for Surajkund International Handicrafts Fair Britain will become the country partner
सूरजकुंड अंतराराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले को हरियाणा सरकार की मंजूरी
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Published : Sep 5, 2021, 12:49 PM IST

Updated : Sep 5, 2021, 2:19 PM IST

फरीदाबाद: हरियाणा के सूरजकुंड में हर साल लगने वाले अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले (Surajkund International Handicraft Fair) को इस बार हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने अपनी मंजूरी दे दी है. ये मेला 4 फरवरी 2022 से 20 फरवरी 2022 तक कुल 17 दिन के लिए लगेगा. पिछले साल कोरोना महामारी की वजह से अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले का आयोजन नहीं हो पाया था, लेकिन इस बार सरकार ने इसे मंजूरी दे दी है.

इस बार सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले (Surajkund International Handicraft Fair) का कंट्री पार्टनर ब्रिटेन (Britain) रहेगा. हालांकि अब तक थीम स्टेट को लेकर कोई फैसला नहीं हो पाया है. इस मेले में भारत के अलावा करीब 15 देशों के हस्त-शिल्पकारों की भागीदारी रहती है. हर साल लाखों की संख्या में देश और विदेश के पर्यटक मेला देखने के लिए आते हैं. मेले में अलग-अलग देशों की संस्कृति और वहां से कारीगरों के हाथों से बने प्रोडक्ट देखने को मिलते हैं.

सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले को हरियाणा सरकार की मंजूरी

1987 से शुरू हुआ था सूरजकुंड मेला: फरीदाबाद (Faridabad) के अरावली वन क्षेत्र स्थित सूरजकुंड में पहला हस्तशिल्प मेला 1987 में आयोजित किया गया था. तत्कालीन मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल ने हस्तशिल्प, हस्त करघा और भारतीय संस्कृति को जीवित रखने के लिए इसकी शुरूआत की थी. शुरू के वर्षों में देशभर के विभिन्न राज्यों के शिल्पकारों को आमंत्रित किया जाता था, लेकिन धीरे-धीरे इसका विस्तार एशियाई देशों तक होने लगा.

ये भी पढ़ें- 34 वें अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में छाए श्रीलंकाई हस्त शिल्पी, लोगों को भा रहा नारियल से बना सामान

साल 2020 में एक फरवरी से शुरू हुए सूरजकुंड मेले में दुनिया के 40 देशों के शिल्पकार और कलाकारों ने हिस्सा लिया था. 15 फरवरी तक चले इस मेले में दिल्ली एनसीआर के करीब 12 लाख लोग पहुंचे थे. मेले की शुरूआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने की थी. इस अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में देश का कोई एक राज्य थीम स्टेट और आमंत्रित देशों में से कोई एक पार्टनर कंट्री होता है. मेला शुरू होने से पहले ये तय हो जाता है.

ये भी पढ़ें- अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेला: लोगों के मन को मोह रही हस्तशिल्प कला और नृत्य झांकियां

फरीदाबाद: हरियाणा के सूरजकुंड में हर साल लगने वाले अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले (Surajkund International Handicraft Fair) को इस बार हरियाणा सरकार (Haryana Government) ने अपनी मंजूरी दे दी है. ये मेला 4 फरवरी 2022 से 20 फरवरी 2022 तक कुल 17 दिन के लिए लगेगा. पिछले साल कोरोना महामारी की वजह से अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले का आयोजन नहीं हो पाया था, लेकिन इस बार सरकार ने इसे मंजूरी दे दी है.

इस बार सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले (Surajkund International Handicraft Fair) का कंट्री पार्टनर ब्रिटेन (Britain) रहेगा. हालांकि अब तक थीम स्टेट को लेकर कोई फैसला नहीं हो पाया है. इस मेले में भारत के अलावा करीब 15 देशों के हस्त-शिल्पकारों की भागीदारी रहती है. हर साल लाखों की संख्या में देश और विदेश के पर्यटक मेला देखने के लिए आते हैं. मेले में अलग-अलग देशों की संस्कृति और वहां से कारीगरों के हाथों से बने प्रोडक्ट देखने को मिलते हैं.

सूरजकुंड अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले को हरियाणा सरकार की मंजूरी

1987 से शुरू हुआ था सूरजकुंड मेला: फरीदाबाद (Faridabad) के अरावली वन क्षेत्र स्थित सूरजकुंड में पहला हस्तशिल्प मेला 1987 में आयोजित किया गया था. तत्कालीन मुख्यमंत्री चौधरी बंसीलाल ने हस्तशिल्प, हस्त करघा और भारतीय संस्कृति को जीवित रखने के लिए इसकी शुरूआत की थी. शुरू के वर्षों में देशभर के विभिन्न राज्यों के शिल्पकारों को आमंत्रित किया जाता था, लेकिन धीरे-धीरे इसका विस्तार एशियाई देशों तक होने लगा.

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साल 2020 में एक फरवरी से शुरू हुए सूरजकुंड मेले में दुनिया के 40 देशों के शिल्पकार और कलाकारों ने हिस्सा लिया था. 15 फरवरी तक चले इस मेले में दिल्ली एनसीआर के करीब 12 लाख लोग पहुंचे थे. मेले की शुरूआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने की थी. इस अंतरराष्ट्रीय हस्तशिल्प मेले में देश का कोई एक राज्य थीम स्टेट और आमंत्रित देशों में से कोई एक पार्टनर कंट्री होता है. मेला शुरू होने से पहले ये तय हो जाता है.

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Last Updated : Sep 5, 2021, 2:19 PM IST
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