चंडीगढ़: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के गेहूं का एक-एक दाना एमएसपी पर खरीदेगी. किसानों को उनकी फसल के पैसे का भुगतान समय पर करके सीधा उनके बैंक खातों में भेजा रहा है. अभी तक 7 हजार 513 करोड़ 62 लाख रुपए किसानों के खाते में ट्रांसफर किये जा चुके हैं. किसानों की फसल का पैसा सीधे उनके खाते में जायेगा. पैसे के भुगतान में कोई भी कोताई बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
डिप्टी सीएम ने बताया कि एक अप्रैल से लेकर 15 मई 2022 तक सरकार की विभिन्न एजेंसियों द्वारा कुल 41 लाख 40 हजार 135 मीट्रिक टन हरियाणा में गेहूं की खरीद (Wheat procurement in Haryana) की जा चुकी है. 16 मई से दोबारा खरीद शुरू की गई. जिसके तहत 23 मई 2022 तक 6 हजार 441 मीट्रिक टन गेहूं किसानों से खरीदा गया. कुल मिलाकर अभी तक 41 लाख 46 हजार 576 मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा चुकी है.
दुष्यंत चौटाला ने कहा सरकार ने अधिकारियों को निर्देश दिए थे कि रबी 2022 की फसल गेहूं की खरीद का पैसा फसल की खरीद होने के 72 घंटे के अंदर किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर हो जाना चाहिए. बशर्ते कोई तकनीकी खराबी न हो. किसानों की सुविधा को देखते हुए मंडियों से फसल का समय पर उठान सुनिश्चित किया गया और किसानों के लिए मंडी में सभी आवश्यक प्रबंध भी किए गए.
डिप्टी सीएम ने बताया कि इस बार सरसों की खरीद के लिए 92 मंडियां तैयारी की गई थी, गेहूं के लिए 411, चना के लिए 11, जौ के लिए 25 मंडियों में पूरे प्रबंध किए गए. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार द्वारा अपने वादे के मुताबिक रबी की फसलों को एमएसपी पर खरीदा गया. इन फसलों में सरसों को 5 हजार 50 रुपए प्रति क्विंटल, गेहूं को 2015 रुपए प्रति क्विंटल, चना 5 हजार 230 रुपए प्रति क्विंटल तथा जौ 1 हजार 635 रुपए प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर विभिन्न खरीद एजेंसियों द्वारा खरीदा गया.
गेहूं की खरीद खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले, हैफेड, हरियाणा राज्य भंडारण निगम व भारतीय खाद्य निगम द्वारा की जा रही है. इसके अलावा चना की खरीद हैफेड, सरसों की खरीद हैफेड व हरियाणा राज्य भंडारण निगम तथा जौ की खरीद खाद्य, आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग, हैफेड एवं हरियाणा राज्य भंडारण निगम एजेंसी द्वारा की गई है.