चंडीगढ़: कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे के बीच छात्रों को परेशानी ना हो इसलिए हरियाणा के सरकारी स्कूलों में इस बार विद्यार्थियों के दाखिले ऑनलाइन होंगे. विद्यार्थियों या उनके अभिभावकों को स्कूल में बुलाने पर मनाही रहेगी. दाखिला फीस भी विद्यार्थियों से नहीं मांगी जाएगी. स्कूलों को बिना दस्तावेज के दाखिला प्रक्रिया पूरी करनी होगी और स्कूल खुलने के बाद ही विद्यार्थियों से जरूरी दस्तावेज लिए जाएंगे. बता दें कि दाखिले की सूचना अभिभावकों को ईमेल या मोबाइल नंबर पर दी जाएगी.
इसके साथ ही 10 अप्रैल को पहली से आठवीं कक्षा तक के परीक्षा परिणाम जारी कर दिए गए हैं और 11 अप्रैल से आगामी शैक्षणिक सत्र शुरू माना जाएगा. सभी विद्यार्थियों को स्कूल पोर्टल के जरिए अगली कक्षा में भी स्तरोन्नत किया जाएगा. नामांकन कार्यक्रम एमआईएस पोर्टल पर अनिवार्य करना जरूरी है. जो विद्यार्थी पांचवीं से छठी व आठवीं से नौवीं कक्षा में गए हैं और उनके आस पड़ोस में मिडिल व हाईस्कूल नहीं हैं, उनके रिजल्ट को सीरियल नंबर के साथ संबंधित स्कूल मुखिया अगले स्कूल के मुखिया को सीरियल नंबर के साथ भेजेगा.
अगले स्कूल के मुखिया ऑनलाइन दाखिला कर अभिभावकों को मोबाइल पर सूचित करेंगे. पहली कक्षा में भी ऐसे ही दाखिले किए जाएंगे. इसमें एसएमसी, मिड डे मिल वर्कर्स व स्वयं सहायता समूहों की मदद ली जाएगी. बच्चों और अभिभावकों को स्कूल नहीं बुलाया जाएगा. उच्च शिक्षण संस्थानों और स्कूलों को एडमिशन के समय बच्चों से ‘परिवार पहचान पत्र’ फार्म भरवाने के लिए कहा जाएगा, ताकि हर घर का तथ्यात्मक डेटा एकत्र किया जा सके.
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बता दें कि सीएम मनोहर लाल ने सोमवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री परिवार समृद्धि योजना (एमएमपीएसवाई) के संबंध में अधिकारियों के साथ बैठक की. इसके अलावा, सामाजिक सुरक्षा पेंशन के अंतर्गत कवर होने वाले सभी प्रस्तावित लोग ‘परिवार पहचान पत्र’ के तहत शामिल किए जा सकते हैं, ताकि इस डाटा का उपयोग विभागों द्वारा विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ वास्तविक लाभार्थी को देने के लिए किया जा सके.
वहीं हरियाणा में मेवात कैडर, गृह जिलों से बाहर या एनिव्हेयर श्रेणी में तैनात शिक्षक बंद के दौरान अगले आदेशों तक घर पर ही रहेंगे. स्कूल शिक्षा बोर्ड अभी तक अंकन कार्य में इनकी डयूटी गृह जिलों में ही लेने पर निर्णय नहीं ले पाया है. 200 से ज्यादा शिक्षक बोर्ड के व्हाट्सएप नंबर व ईमेल पर अपने जिले में ही अंकन कार्य के लिए उत्तर पुस्तिकाओं का बंडल लेने को आवेदन कर चुके हैं. बोर्ड इनके आवेदनों पर विचार कर रहा है. जरूरत हुई तो इनकी सेवाएं बोर्ड अंकन कार्य में लेगा. उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल लेने के लिए सूचना शिक्षकों को ईमेल या मोबाइल नंबर पर दे दी जाएगी.
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