चंडीगढ़: कोरोना की वजह से छात्रों की पढ़ाई पर काफी बुरा असर पड़ा है. पिछले 2 महीनों से यूनिवर्सिटी-कॉलेज में कक्षाएं नहीं लगी हैं. इसके अलावा परीक्षाएं भी लेट हो गई हैं. अब पंजाब यूनिवर्सिटी में परीक्षाओं की तैयारी शुरू कर दी हैं और परीक्षाओं को लेकर जरूरी गाइडलाइंस भी जारी कर दी गई हैं. जुलाई में परीक्षाएं करवाई जा सकती हैं.
यूनिवर्सिटी के डीयूआई प्रोफेसर आरके सिंगला और कंट्रोल एग्जामिनेशन डॉ. परविंदर सिंह से बातचीत की प्रोफेसर आरके सिंगला ने बताया कि परीक्षाओं की तिथि को लेकर कुछ कहा नहीं जा सकता. लेकिन अगर हालात में सुधार होते हैं तो यूनिवर्सिटी और एफिलिएटिड कॉलेजों में जुलाई में परीक्षाएं करवाई जा सकती हैं. उसके लिए एग्जामिनेशन ब्रांच की ओर से गाइडलाइंस भी जारी कर दी गई है.
ये नियम होंगे
कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन डॉक्टर परमिंदर सिंह ने कहा कि परीक्षाओं के लिए कुछ जरूरी नियम बनाए गए हैं.
- परीक्षार्थी ने लिए मास्क पहनना अनिवार्य होगा.
- परीक्षार्थी अपने साथ पानी की बोतल लेकर आएंगे.
- विद्यार्थी के बीच में 6 फुट का फासला जरूरी होगा.
- हर कक्षा को सैनिटाइज किया जाएगा.
- परीक्षा देने आए हर परीक्षार्थी की मेडिकल स्क्रीनिंग होगी.
- एक कक्षा में ज्यादा से ज्यादा 15 परीक्षार्थी बैठ सकेंगे.
- रेड जोन से आने-वाले छात्रों को परीक्षा में बैठने की अनुमति नहीं होगी.
- हर परीक्षा केंद्र पर एक सत्र में अधिकतम 150 स्टूडेंट्स ही परीक्षा देंगे.
- अध्यापक के अलावा कक्षा में एक अधिकारी भी मौजूद रहेगा.
डॉक्टर परमिंदर सिंह ने कहा नियमों के अनुसार कक्षा में किसी दिव्यांग, गर्भवती महिला या ज्यादा उम्र के लोगों की ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी. इसके अलावा जो लोग कंटेनमेंट जॉन से आते हैं उनकी ड्यूटी भी नहीं लगाई जाएगी. उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी को 15 दिनों से खुली हुई है और उसी के भीतर ही सभी नियमों का पहले से पालन किया जा रहा है. ताकि परीक्षाओं में इन नियमों का गंभीरता से पालन किया जा सके.
डीयूआई आर के सिंगला ने कहा कि वैसे तो भविष्य के बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता लेकिन अगर हालात सुधरे हैं तो पंजाब यूनिवर्सिटी परीक्षाओं के लिए पूरी तरह से तैयार रहेगी.
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