चंडीगढ़: हरियाणा में 8 कोरोना टेस्ट सेंटर हैं. भविष्य में इनकी संख्या बढ़ा कर 12 कर दी जाएगी. रोहतक के पीजीआई में सबसे ज्यादा 1300 टेस्ट प्रतिदिन किए जा सकते हैं, बाकी सभी टेस्टिंग सेंटरों की क्षमता इससे कम है.
इससे पहले चीन से मंगवाई गई एक लाख कोरोना रैपिड टेस्ट किट का आर्डर प्रदेश सरकार की ओर से रद्द कर दिया गया है. और कोरियाई कंपनी को इस किट के निर्माण का एक नया ऑर्डर दिया गया है. ये कोरियाई कंपनी प्रदेश में स्थित अपने मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में इस रैपिड किट का निर्माण कर स्वास्थ्य विभाग को इस महामारी को रोकने में मदद करेगी.
हरियाणा के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि कोरियाई कंपनी को एक लाख किट बनाने का ऑर्डर दे दिया गया है. जिसमें से 25000 किट कंपनी द्वारा हरियाणा को सौंप दी गई है. उन्होंने कहा कि चाइना निर्मित किट से कोरियाई कंपनी की किट का मूल्यांकन करें तो कोरियाई कंपनी निर्मित किट गुणवत्ता में चाइनीस किट से बेहतर हैं व इनकी कीमत भी उनसे आधी है.
इस विषय में जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि चीन की दो कंपनियों के ऑर्डर रद्द कर साउथ कोरिया कि कंपनी को इस किट के निर्माण का आर्डर दिया गया है. केंद्र के आदेशों के बाद प्रदेश में भी रैपिड टेस्टिंग किट से जांच कराने पर रोक भी लगा दी गई है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को चाइना निर्मित 9600 किट की डिलीवरी मिल चुकी थी, जिनका इस्तेमाल अभी नहीं किया गया था.
कोरियाई कंपनी निर्मित टेस्टिंग रैपिड किट अब प्रदेश में इस्तेमाल होंगी. चाइना से निर्यात हुई रैपिड टेस्ट इन किट्स से टेस्ट करने के फैसले को अब बदल दिया गया है. कोरियाई कंपनी हरियाणा स्थित मानेसर में इन किटस का निर्माण करेगी. ये किट्स चाइना से आने वाली किट के मुकाबले गुणवत्ता में दुगनी व मूल्य में आधी है.
नूंह में 600 बेड का हिसार में 550 बेड का, अंबाला के मुलाना में 210 बेड के अस्पताल की सुविधा है. इनके अलावा 26 ऐसे अस्पताल और मेडिकल कॉलेज हैं जहां कोविड-19 के मरीजों के लिए स्पेशल बोर्ड या ब्लॉक बनाए गए हैं.
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