हिसार: मानसून के बादल हरियाणा में इस बार बंपर बरसात कर रहे हैं. प्रदेश में इस बार मानसून के सीजन की बरसात सामान्य से ज्यादा (Above average rain in Haryana) हुई है. अगले 3 से 4 दिनों तक प्रदेश में एक बार फिर बारिश का दौर चलने की संभावना जताई गई है. भारी बारिश के चलते प्रदेश के कई जिलों में जलभराव भी देखने को मिला है. भारी बारिश के चलते लोगों को कई तरह की परेशानी भी उठानी पड़ सकती है.
हरियाणा में 28 जुलाई से 30 जुलाई के दौरान ज्यादातर स्थानों पर बारिश दर्ज की गई. मानसून के 30 जून के प्रवेश से लेकर 30 जुलाई तक एक महीने के दौरान हरियाणा राज्य में 242.9 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है जो सामान्य बारिश (200.5 मिलीमीटर) से 21 फीसदी ज्यादा है. हरियाणा के 18 जिलों में सामान्य या सामान्य से ज्यादा बारिश हुई है. हलांकि 4 जिले ऐसे हैं जहां अब तक सामान्य से कम बारिश दर्ज हुई है. सबसे ज्यादा बारिश वाले जिले फतेहाबाद, कैथल, झज्जर, कुरूक्षेत्र, पानीपत व रेवाड़ी हैं. वहीं सब से कम बारिश वाले जिलों में फरीदाबाद, सोनीपत, यमुनानगर व अंबाला शामिल हैं.
मानसून ट्रफ सामान्य स्तिथि से उत्तर की ओर होने से बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी वाली मानसूनी हवाओं का प्रभाव बढ़ गया है. हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉक्टर एमएल खीचड़ के अनुसार मानसून ट्रफ अब फिरोजपुर, रोहतक, मेरठ, गोरखपुर, अगरतला होते हुए बंगाल की खाड़ी तक बना हुआ है. इसकी अक्षय रेखा का पश्चिमी सिरा सामान्य स्तिथि में उत्तर की तरफ होने से राज्य में 31 जुलाई को ज्यादातर स्थानों पर बारिश होने की संभावना है. इसके बाद 1 अगस्त से 3 अगस्त के दौरान उत्तरी हरियाणा के जिलों यानि अंबाला, यमुनानगर, पंचकूला, कुरुक्षेत्र में ज्यादातर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की संभावना है.