चंडीगढ़: हरियाणा साहित्य अकादमी ने अकादमी अध्यक्ष मनोहर लाल की स्वीकृति से बीते वर्षों से लंबित कृति पुरस्कारों को घोषित करने और सभी सम्मानित कृतिकारों को नियमानुसार सम्मान राशि के वितरण करने का निर्णय लिया है. बताया जा रहा है कि सम्मानित कृतिकारों को उनके प्रशस्ति पत्र रजिस्टर्ड डाक एवं ‘ऑनलाइन’-प्रक्रिया द्वारा भेजे जाएंगे. क्योंकि कोरोना काल में सार्वजनिक समारोह का आयोजन अभी संभव नहीं है. लेकिन परिस्थितियां सामान्य होने पर इन सभी कृतिकारों को सार्वजनिक मंच पर सम्मानित किया जाएगा.
श्रेष्ठ कृति पुरस्कार योजना (2016) के तहत हिन्दी साहित्य में हरभगवान चावला, सिरसा को ‘इसी आकाश में’ के लिए मैथिलीशरण गुप्त श्रेष्ठ कृति पुरस्कार (काव्य), विकेश निझावन, अंबाला शहर को ‘छुअन और अन्य कहानियां’ के लिए विष्णु प्रभाकर श्रेष्ठ कृति पुरस्कार (कहानी, लघुकथा), डॉ. उषा अग्रवाल, मुबंई को ‘बर्फ के कालीन पर नन्हें पांव’ के लिए और बलराज सैनी, जम्मू को सम्मानित किया जाएगा.
‘ढह गई दीवार’ के लिए मुंशी प्रेमचंद श्रेष्ठ कृति पुरस्कार (उपन्यास), शाम लाल कौशल, रोहतक को ‘आज्ञाकारी पति होने के फायदे’ के लिए हजारी प्रसाद द्विवेदी श्रेष्ठ कृति पुरस्कार (ललित, व्यंग्य निबन्ध), वेदप्रकाश नागपाल, चंडीगढ़ को ‘मेरा जिन्दगी नामा’ के लिए राहुल सांस्कृत्यायन श्रेष्ठ कृति पुरस्कार (जीवनी, आत्मकथा, संस्मरण), बी.डी. कालिया, पंचकूला को ‘साहित्य प्रपात’ के लिए धर्मवीर भारती स्वर्ण जयंती श्रेष्ठ कृति पुरस्कार (यात्रा वृतांत, डायरी, रिपोर्ताज) से सम्मानित होंगे.
इन्हें 31-31 हजार रुपये की राशि पुरस्कार स्वरूप दी जाएगी. इसी प्रकार हिन्दी भाषा में जयभगवान शर्मा को ‘स्वच्छता और हम’ के लिए गुरु जम्भेश्वर स्वर्ण जयंती श्रेष्ठ कृति पुरस्कार (पर्यावरण) और 31 हजार रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी. इसी प्रकार श्रेष्ठ कृति पुरस्कार योजना (2016) के तहत हरियाणवी भाषा एवं साहित्य श्रेणी के अंतर्गत कविता, रागनी में लहणा सिंह अत्री, फफड़ाना, करनाल को, ‘चल दिखादयूँ अजब नजारा’ के लिए, लोक साहित्य, लोक संस्कृति, लोक कला में राममेहर सिंह, जींद को हरियाणवी रागिनी साहित्यिक विश्लेषण के लिए 31-31 हजार रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी.
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वहीं हिंदी कहानी प्रतियोगिता श्रेणी के तहत हरभगवान चावला, सिरसा को‘ लौटते हुए’ कहानी के लिए 5 हजार रुपये, विजय कु. बाल्याण ‘विभोर’, रोहतक को ‘मेरा अस्तित्व’ कहानी के लिए 4 हजार रुपये और आनन्द प्रकाश आर्टिस्ट, भिवानी को ‘जैसी करनी वैसी भरनी’ के लिए 3 हजार रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी.