चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेशभर के मुख्य गुरुद्वारों से आए प्रतिनिधियों से बातचीत की. अपने संबोधन में सीएम मनोहर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के सिखों की भावनाओं का खयाल रखते हैं. प्रदेश के लिए अलग से शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के गठन (Shiromani Gurdwara Prabandhak Committee) के हक में जो निर्णय सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया है, वह राज्य के सिखों की वैचारिक फतेह है. बता दें कि हरियाणा निवास पर सभी सिख प्रतिनिधि मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करने पहुंचे थे. इस मौके पर करनाल लोकसभा क्षेत्र के सांसद संजय भाटिया, ओएसडी भूपेश्वर दयाल भी उपस्थित रहे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सिखों की भावनाओं की कद्र करते हुए सुप्रीम कोर्ट में हरियाणा में अलग से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी गठन (Haryana Gurdwara Management Committee) के केस की अच्छे से पैरवी की है. उन्होंने कहा कि जब पटना साहिब और दिल्ली राज्य की अलग से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बन सकती है तो हरियाणा की क्यों नहीं. उन्होंने कहा कि हरियाणा के गुरुद्वारों का भी इतिहास रहा है. हमारे कई सिख गुरू इन ऐतिहासिक गुरुद्वारों में कभी न कभी जरूर आएं हैं और उन्होंने समाज को जागरूक किया है.
उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि पूरा सिख समाज एकता और भाईचारे की भावना से एकजुट होकर चलेगा और समाज हित में बेहतरीन कार्य करेगा. उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रदेश सरकार की ओर से सिख समाज को उनकी उम्मीद के अनुसार पूरा सहयोग मिलेगा, सभी मिलकर समाज का भला करेंगे. इस अवसर पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य सरदार जगदीश झिंडा, सरदार भूपेंद्र सिंह, बाबा सुखदेव, संत बाबा गुरमीत सिंह, हरपाल सिंह, रणवीर सिंह, हरप्रीत सिंह नरूला, जरनैल सिंह, जगदेव सिंह गाबा के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.
HSGPC मामले पर बोले सीएम मनोहर लाल, सुप्रीम कोर्ट का फैसला सिखों की वैचारिक फतेह
हरियाणा निवास में सीएम मनोहर ने शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रतिनिधियों से बातचीत की. उन्होंने कहा कि प्रदेश के लिए अलग से गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के गठन के हक में जो निर्णय सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया है, वह राज्य के सिखों की वैचारिक फतेह है.
चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेशभर के मुख्य गुरुद्वारों से आए प्रतिनिधियों से बातचीत की. अपने संबोधन में सीएम मनोहर ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के सिखों की भावनाओं का खयाल रखते हैं. प्रदेश के लिए अलग से शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के गठन (Shiromani Gurdwara Prabandhak Committee) के हक में जो निर्णय सुप्रीम कोर्ट ने सुनाया है, वह राज्य के सिखों की वैचारिक फतेह है. बता दें कि हरियाणा निवास पर सभी सिख प्रतिनिधि मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करने पहुंचे थे. इस मौके पर करनाल लोकसभा क्षेत्र के सांसद संजय भाटिया, ओएसडी भूपेश्वर दयाल भी उपस्थित रहे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने सिखों की भावनाओं की कद्र करते हुए सुप्रीम कोर्ट में हरियाणा में अलग से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी गठन (Haryana Gurdwara Management Committee) के केस की अच्छे से पैरवी की है. उन्होंने कहा कि जब पटना साहिब और दिल्ली राज्य की अलग से शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी बन सकती है तो हरियाणा की क्यों नहीं. उन्होंने कहा कि हरियाणा के गुरुद्वारों का भी इतिहास रहा है. हमारे कई सिख गुरू इन ऐतिहासिक गुरुद्वारों में कभी न कभी जरूर आएं हैं और उन्होंने समाज को जागरूक किया है.
उन्होंने कहा कि उन्हें पूरी उम्मीद है कि पूरा सिख समाज एकता और भाईचारे की भावना से एकजुट होकर चलेगा और समाज हित में बेहतरीन कार्य करेगा. उन्होंने आश्वासन दिया कि प्रदेश सरकार की ओर से सिख समाज को उनकी उम्मीद के अनुसार पूरा सहयोग मिलेगा, सभी मिलकर समाज का भला करेंगे. इस अवसर पर शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य सरदार जगदीश झिंडा, सरदार भूपेंद्र सिंह, बाबा सुखदेव, संत बाबा गुरमीत सिंह, हरपाल सिंह, रणवीर सिंह, हरप्रीत सिंह नरूला, जरनैल सिंह, जगदेव सिंह गाबा के अलावा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे.