चंडीगढ़: चंडीगढ़ में कोरोना वैक्सीनेशन का काम शुरू हो चुका है. चंडीगढ़ पीजीआई के पेडियाट्रिक सेंटर में वैक्सीन सेंटर बनाया गया है. जहां पर पेडियाट्रिक विभाग में काम करने वाले डॉक्टर मनजिंदर सिंह को पहली वैक्सीन लगाई गई.
ईटीवी भारत पर डॉ. मनजिंदर सिंह
इस मौके पर ईटीवी भारत की टीम ने डॉक्टर मनजिंदर सिंह से बात की और उनके अनुभव के बारे में पूछा उन्होंने कहा कि वह बिल्कुल सामान्य महसूस कर रहे हैं. कोरोना वैक्सीन भी दूसरी वैक्सीन की तरह ही है और उसी तरह से लगाई जाती है. इसमें कुछ भी अलग नहीं है.
वैक्सीन पूरी तरह से सुरक्षित है- डॉ. मनजिंदर सिंह
वैक्सीनेशन लगवाने वाले डॉ. मनजिंदर सिंह ने कहा कि इस वैक्सीन को लेकर कई लोगों में शंका भी है लेकिन जब भी कोई नई वैक्सीन आती है तो लोगों को उसके साइड इफेक्ट को लेकर मन में सवाल जरूर आता है लेकिन लोगों को समझना चाहिए कि एक व्यक्ति इनको बनाने में बहुत समय लगता है और बनने के बाद भी वैक्सीन को लेकर कई तरह के परीक्षण किए जाते हैं.
हर परीक्षा में सफल होने के बाद ही वैक्सीन लोगों को लगाने के लिए तैयार होती है. यह वैक्सीन भी सभी तरह के परीक्षणों में सफल होने के बाद लोगों को लगाई जा रही है. यह पूरी तरह से सुरक्षित है. इसलिए लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है.
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'आधा घंटा ऑब्जरवेशन में रखा जाता है'
डॉक्टर मनजिंदर सिंह ने कहा कि वैक्सीन लगने के बाद लोगों को आधे घंटे के लिए ऑब्जरवेशन में बैठाया जाएगा और उसके बाद भी पूर्व पर निगरानी रखी जाएगी. अगर किसी व्यक्ति को हल्के से भी साइड इफेक्ट महसूस होते हैं तो उन्हें एक इमरजेंसी नंबर दिया गया है. जिस पर कॉल करके वे डॉक्टर से बात कर सकते हैं. डॉक्टर यह भी इन्वेस्टिगेट करेगी कि जो लक्षण दिखाई दे रहे हैं. वह वैक्सीन के कारण है या उसकी कोई और वजह है.
बच्चों को नहीं दी जा रही वैक्सीन
खास बात ये है कि फिलहाल यह वैक्सीन बच्चों को नहीं लगाई जा रही है. यह सिर्फ 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को लगाई जा रही है. बच्चों के लिए ट्रायल अभी जारी है.
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