चंडीगढ़: अमित शाह के नेतृत्व में उत्तर क्षेत्रीय परिषद की बैठक में सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों, उप मुख्यमंत्रियों, मंत्रियों और मुख्य सचिवों ने हिस्सा लिया. ये बैठक करीब 5 घंटे तक चली. इस बैठक में पानी के मुद्दे ने जोर पकड़ा. बैठक में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जल विवाद का मुद्दा उठाते हुए कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा इस मामले में सहयोग नहीं किया जा रहा है. राजस्थान को उसके हिस्से का पानी मिलना चाहिए.
अशोक गहलोत का समर्थन करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने गृहमंत्री से हस्तक्षेप की मांग की. पानी पर विवाद बढ़ा तो हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सुझाव दिया कि यह ऐसा विषय है, जिस पर सभी राज्यों के अपने-अपने तर्क हैं. इसलिए इस मुद्दे पर अलग से बैठक बुलाई जानी चाहिए ताकि स्थिति साफ हो सके.
अलग से बुलाई जाएगी बैठक
इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि देश में जितने भी राज्य हैं उनमें पानी कहीं न कहीं जटिल प्रकार का मुद्दा बन गया है और इसका समाधान हमें राजनीति से ऊपर उठकर सार्थक रूप से काम करना होगा. उन्होंने कहा कि बड़ा भाई होने के नाते पंजाब को हरियाणा के साथ लंबित पानी के मुद्दे का समाधान मन से करना होगा. केंद्र सरकार इस मुद्दे का हल निकालने के लिए पहले से ही गंभीर है. अमित शाह ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की मांग का समर्थन करते हुए कहा कि बहुत जल्द संबंधित राज्यों की संयुक्त बैठक अलग से बुलाई जाएगी.