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शराब घोटाले पर अभय चौटाला: सिटिंग जज से हो मामले की जांच - Chandigarh news

शराब घोटाले में विपक्षी दलों ने सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं. इनेलो नेता और विधायक अभय सिंह चौटाला ने शराब घोटाले की जांच सिटिंग जज से कराने की मांग की है.

Abhay demands judicial Inquiry in haryana liquor scam
अभय चौटाला, इनेलो नेता
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Published : May 23, 2020, 9:00 PM IST

चंडीगढ़: शराब घोटाले पर इनेलो नेता और विधायक अभय सिंह चौटाला ने सरकार को घेरा है. उनका आरोप है कि सोनीपत शराब घोटाले में सरकार ने एसईटी का गठन किया है. जानबूझकर एसआईटी से जांच नहीं करवाई जा रही है. उन्होंने दावा किया कि एसआईटी में तीन अधिकारी अपनी-अपनी इंडिपेंडेंट जांच करते हैं. लेकिन एसईटी में एक अधिकारी जांच करता है. उन्होंने दावा किया कि एसईटी से सरकार अपने हिसाब से जांच करवाएगी.

सीटिंग जज से हो जांच

अभय ने कहा इस मामले में एसआईटी या सीटिंग जज से जांच करवाई जानी चाहिए. बता दें कि वो शनिवार को चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे. अभय ने कहा जांच में भूपेंद्र सिंह से कई खुलासे हुए हैं इसलिए उनकों पीजीआई में अटैक बताकर दाखिल किया गया. बता दें कि भूपेंद्र सिंह शराब घोटाले मामले में आरोपी है. अभय चौटाला ने दावा किया कि शराब घोटाले में ऐसे लोग शामिल है जो सरकार से जुड़े हुए हैं. अभय ने कहा कि टीसी गुप्ता को जांच से खुद को हटा लेना चाहिए.

अभय चौटाला ने शराब घोटाले पर सिटिंग जज से जांच की मांग रखी

क्या है शराब घोटाला?

सोनीपत के खरखौदा में एक गोदाम से लॉकडाउन के दौरान लाखों रुपये की शराब गायब हुई थी. इस गोदाम में करीब 14 मामलों में पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब रखी गई थी. लेकिन मुकदमों के तहत सील करके रखी गई शराब में से 5500 पेटियां लॉकडाउन के दौरान ही गायब हो गईं. इस गोदाम में पुलिस ने सीज की हुई शराब भी रखी थी. गोदाम भूपेंद्र ठेकेदार का है. ठेकेदार भूपेंद्र खरखौदा थाने में सरेंडर कर चुका है. जिसे कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जा चुका है.

ऐसे होती थी शराब की तस्करी

भूपेंद्र शराब की तस्करी में अपने वाहन पास कराने का हर हथकंडा अपनाता था. वो फर्जी प्रपत्र तैयार कर लेता था और सब्जी के नीचे शराब को दबाकर ले जाता था. पुलिस को फर्जी प्रपत्र और सब्जी के नीचे छुपाई गई शराब पहले ही हाथ लग चुकी है. वहीं वक्फ बोर्ड की जमीन लीज पर लेकर बनाए गए शराब गोदाम को गिराने की तैयारी की जा रही है. भूपेंद्र को भी इस बारे में नोटिस जारी किया गया है.

अभय ने सरकार की मेरा पानी मेरी विरासत योजना पर निशाना साधा. उन्होंने कि इन्हें इसकी जानकारी नहीं है कि हमारी विरासत एसवाईएल है. अभय ने कहा वो खुद जमीन किराए पर लेकर धान लगाएंगे, सरकार उन्हें रोक कर दिखाए.

ये भी पढ़ें- 'प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर फेल रही केंद्र और हरियाणा सरकार, राहत पैकेज भी बेअसर'

चंडीगढ़: शराब घोटाले पर इनेलो नेता और विधायक अभय सिंह चौटाला ने सरकार को घेरा है. उनका आरोप है कि सोनीपत शराब घोटाले में सरकार ने एसईटी का गठन किया है. जानबूझकर एसआईटी से जांच नहीं करवाई जा रही है. उन्होंने दावा किया कि एसआईटी में तीन अधिकारी अपनी-अपनी इंडिपेंडेंट जांच करते हैं. लेकिन एसईटी में एक अधिकारी जांच करता है. उन्होंने दावा किया कि एसईटी से सरकार अपने हिसाब से जांच करवाएगी.

सीटिंग जज से हो जांच

अभय ने कहा इस मामले में एसआईटी या सीटिंग जज से जांच करवाई जानी चाहिए. बता दें कि वो शनिवार को चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस कर रहे थे. अभय ने कहा जांच में भूपेंद्र सिंह से कई खुलासे हुए हैं इसलिए उनकों पीजीआई में अटैक बताकर दाखिल किया गया. बता दें कि भूपेंद्र सिंह शराब घोटाले मामले में आरोपी है. अभय चौटाला ने दावा किया कि शराब घोटाले में ऐसे लोग शामिल है जो सरकार से जुड़े हुए हैं. अभय ने कहा कि टीसी गुप्ता को जांच से खुद को हटा लेना चाहिए.

अभय चौटाला ने शराब घोटाले पर सिटिंग जज से जांच की मांग रखी

क्या है शराब घोटाला?

सोनीपत के खरखौदा में एक गोदाम से लॉकडाउन के दौरान लाखों रुपये की शराब गायब हुई थी. इस गोदाम में करीब 14 मामलों में पुलिस द्वारा जब्त की गई शराब रखी गई थी. लेकिन मुकदमों के तहत सील करके रखी गई शराब में से 5500 पेटियां लॉकडाउन के दौरान ही गायब हो गईं. इस गोदाम में पुलिस ने सीज की हुई शराब भी रखी थी. गोदाम भूपेंद्र ठेकेदार का है. ठेकेदार भूपेंद्र खरखौदा थाने में सरेंडर कर चुका है. जिसे कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जा चुका है.

ऐसे होती थी शराब की तस्करी

भूपेंद्र शराब की तस्करी में अपने वाहन पास कराने का हर हथकंडा अपनाता था. वो फर्जी प्रपत्र तैयार कर लेता था और सब्जी के नीचे शराब को दबाकर ले जाता था. पुलिस को फर्जी प्रपत्र और सब्जी के नीचे छुपाई गई शराब पहले ही हाथ लग चुकी है. वहीं वक्फ बोर्ड की जमीन लीज पर लेकर बनाए गए शराब गोदाम को गिराने की तैयारी की जा रही है. भूपेंद्र को भी इस बारे में नोटिस जारी किया गया है.

अभय ने सरकार की मेरा पानी मेरी विरासत योजना पर निशाना साधा. उन्होंने कि इन्हें इसकी जानकारी नहीं है कि हमारी विरासत एसवाईएल है. अभय ने कहा वो खुद जमीन किराए पर लेकर धान लगाएंगे, सरकार उन्हें रोक कर दिखाए.

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