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भिवानी: मजदूर-किसानों ने 6 सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया - मजदूरों का संगठन सीटू

विभिन्न मांगों को लेकर मजदूर और किसानों भिवानी में धरना दिया. वहीं आगंनवाड़ी कर्मचारियों ने भी इनकी मागों का समर्थन किया.

मांगों को लेकर धरने पर बैठे मजदूर किसान
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Published : Sep 6, 2019, 7:34 AM IST

भिवानी: मजदूरों के संगठन सीटू और अखिल भारतीय किसान सभा भिवानी की ओर से केंद्रीय संगठनों के आह्वान पर अपनी 6 सूत्रीय मांगे लागू करने के लिए जिला उपायुक्त कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया.

ये भी पढ़ें- इको फ्रेंडली होगी पीएम मोदी की रोहतक रैली, 4000 मटकों से बुझेगी लोगों की प्यास

इन मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
इन संगठनों की मांग है कि श्रम कानूनों में किए गए मजदूर विरोधी बदलावों को तुरंत प्रभाव से निरस्त किया जाए, न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपये लागू हो, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करते हुए फसलों पर लागत का डेढ़ गुणा देने और फसलों की खरीद की गारंटी हो, किसान मजदूरों के कर्जे माफ हों, केन्द्र द्वारा 6 हजार रुपये की सालाना मदद सभी किसानों, ठेके पर खेती करने वाले और बंटाइदार किसानों को भी मिले, फसल खराबी मुआवजा तुरंत प्रभाव से मिले.

इसके अलावा पशुओं के व्यापार पर प्रतिबंध हटे, राज्य में लगाई सीमाएं हटें और पशु मेले आयोजित किए जाएं. मनरेगा में प्राप्त बजट आवंटित हो, काम मिले और किए गए काम का भुगतान समय पर मिले तथा दिहाड़ी प्रतिदिन 600 रुपये मिले. सभी जरूरतमंद परिवारों को बीपीएल की श्रेणी में शामिल किया जाए और खाद्य सुरक्षा और आवास का प्रबंध किया जाए.

धरने में आगंनवाड़ी कर्मचारियों के साथ शामिल होकर उनकी एक दिवसीय हड़ताल का इन संगठनों ने पूर्ण समर्थन दिया है. उनकी मांगे लागू करने की भी मांग की है.

भिवानी: मजदूरों के संगठन सीटू और अखिल भारतीय किसान सभा भिवानी की ओर से केंद्रीय संगठनों के आह्वान पर अपनी 6 सूत्रीय मांगे लागू करने के लिए जिला उपायुक्त कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया.

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इन मांगों को लेकर किया प्रदर्शन
इन संगठनों की मांग है कि श्रम कानूनों में किए गए मजदूर विरोधी बदलावों को तुरंत प्रभाव से निरस्त किया जाए, न्यूनतम वेतन 18 हजार रुपये लागू हो, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करते हुए फसलों पर लागत का डेढ़ गुणा देने और फसलों की खरीद की गारंटी हो, किसान मजदूरों के कर्जे माफ हों, केन्द्र द्वारा 6 हजार रुपये की सालाना मदद सभी किसानों, ठेके पर खेती करने वाले और बंटाइदार किसानों को भी मिले, फसल खराबी मुआवजा तुरंत प्रभाव से मिले.

इसके अलावा पशुओं के व्यापार पर प्रतिबंध हटे, राज्य में लगाई सीमाएं हटें और पशु मेले आयोजित किए जाएं. मनरेगा में प्राप्त बजट आवंटित हो, काम मिले और किए गए काम का भुगतान समय पर मिले तथा दिहाड़ी प्रतिदिन 600 रुपये मिले. सभी जरूरतमंद परिवारों को बीपीएल की श्रेणी में शामिल किया जाए और खाद्य सुरक्षा और आवास का प्रबंध किया जाए.

धरने में आगंनवाड़ी कर्मचारियों के साथ शामिल होकर उनकी एक दिवसीय हड़ताल का इन संगठनों ने पूर्ण समर्थन दिया है. उनकी मांगे लागू करने की भी मांग की है.

Intro:मजदूर किसानों ने 6 सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया
जिला उपायुक्त के माध्यम से प्रधान मन्त्री को ज्ञापन भेजा
भिवानी, 5 सितंबर : भिवानी मजदूरों के संगठन सीटू व अखिल भारतीय किसान सभा भिवानी की ओर से उपरोक्त केंद्रीय संगठनों के आह्वान पर अपनी 6 सूत्रीय मांगे लागू करने केलिए जिला उपायुक्त कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया। इन संगठनों की मांग है कि श्रम कानूनों में किए गए मजदूर विरोधी बदलावों को तुरंत प्रभाव से निरस्त किया जाए, न्यूनतम वेतन 18 हजार रूपये लागू हो स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करते हुए फसलों पर लागत का डेढ़ गुणा देने व फसलों की खरीद की गारंटी हो, किसान मजदूरों के कर्जे माफ हों, केन्द्र द्वारा 6 हजार रूपय की सालाना मदद सभी किसानों, ठेके पर खेती करने वाले व बंटाईदार किसानों को भी मिले। फसल खराबी मुआवजा तुरंत प्रभाव से मिले। पशुओं के व्यापार पर प्रतिबंध हटे,राज्य में लगाई सीमाएं हटें व पशु मेले आयोजित किए जाएं। नरेगा में प्रयाप्त बजट आबंटित हो,काम मिले व किए गये काम का भुगतान समय पर मिले तथा दिहाड़ी प्रतिदिन 600 रु मिले। सभी जरूरतमंद परिवारों को बीपीएल की श्रेणी में शामिल किया जाए व खाद्य सुरक्षा व आवास का प्रबंध किया जाए। धरने में आगंनवाड़ी कर्मचारियों के साथ शामिल होकर उनकी एक दिवसीय हड़ताल का इन संगठनों ने पूर्ण समर्थन दिया है।उनकी मांगे लागू करने की भी मांग की है।
फोटो कैप्शन : 5बीडब्ल्यूएन, 1 : मांगों को लेकर धरने पर बैठे मजदूर किसान। Body:मजदूर किसानों ने 6 सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया
जिला उपायुक्त के माध्यम से प्रधान मन्त्री को ज्ञापन भेजा
भिवानी, 5 सितंबर : भिवानी मजदूरों के संगठन सीटू व अखिल भारतीय किसान सभा भिवानी की ओर से उपरोक्त केंद्रीय संगठनों के आह्वान पर अपनी 6 सूत्रीय मांगे लागू करने केलिए जिला उपायुक्त कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया। इन संगठनों की मांग है कि श्रम कानूनों में किए गए मजदूर विरोधी बदलावों को तुरंत प्रभाव से निरस्त किया जाए, न्यूनतम वेतन 18 हजार रूपये लागू हो स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करते हुए फसलों पर लागत का डेढ़ गुणा देने व फसलों की खरीद की गारंटी हो, किसान मजदूरों के कर्जे माफ हों, केन्द्र द्वारा 6 हजार रूपय की सालाना मदद सभी किसानों, ठेके पर खेती करने वाले व बंटाईदार किसानों को भी मिले। फसल खराबी मुआवजा तुरंत प्रभाव से मिले। पशुओं के व्यापार पर प्रतिबंध हटे,राज्य में लगाई सीमाएं हटें व पशु मेले आयोजित किए जाएं। नरेगा में प्रयाप्त बजट आबंटित हो,काम मिले व किए गये काम का भुगतान समय पर मिले तथा दिहाड़ी प्रतिदिन 600 रु मिले। सभी जरूरतमंद परिवारों को बीपीएल की श्रेणी में शामिल किया जाए व खाद्य सुरक्षा व आवास का प्रबंध किया जाए। धरने में आगंनवाड़ी कर्मचारियों के साथ शामिल होकर उनकी एक दिवसीय हड़ताल का इन संगठनों ने पूर्ण समर्थन दिया है।उनकी मांगे लागू करने की भी मांग की है।
फोटो कैप्शन : 5बीडब्ल्यूएन, 1 : मांगों को लेकर धरने पर बैठे मजदूर किसान। Conclusion:मजदूर किसानों ने 6 सूत्रीय मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना दिया
जिला उपायुक्त के माध्यम से प्रधान मन्त्री को ज्ञापन भेजा
भिवानी, 5 सितंबर : भिवानी मजदूरों के संगठन सीटू व अखिल भारतीय किसान सभा भिवानी की ओर से उपरोक्त केंद्रीय संगठनों के आह्वान पर अपनी 6 सूत्रीय मांगे लागू करने केलिए जिला उपायुक्त कार्यालय के सामने एक दिवसीय धरना दिया। इन संगठनों की मांग है कि श्रम कानूनों में किए गए मजदूर विरोधी बदलावों को तुरंत प्रभाव से निरस्त किया जाए, न्यूनतम वेतन 18 हजार रूपये लागू हो स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करते हुए फसलों पर लागत का डेढ़ गुणा देने व फसलों की खरीद की गारंटी हो, किसान मजदूरों के कर्जे माफ हों, केन्द्र द्वारा 6 हजार रूपय की सालाना मदद सभी किसानों, ठेके पर खेती करने वाले व बंटाईदार किसानों को भी मिले। फसल खराबी मुआवजा तुरंत प्रभाव से मिले। पशुओं के व्यापार पर प्रतिबंध हटे,राज्य में लगाई सीमाएं हटें व पशु मेले आयोजित किए जाएं। नरेगा में प्रयाप्त बजट आबंटित हो,काम मिले व किए गये काम का भुगतान समय पर मिले तथा दिहाड़ी प्रतिदिन 600 रु मिले। सभी जरूरतमंद परिवारों को बीपीएल की श्रेणी में शामिल किया जाए व खाद्य सुरक्षा व आवास का प्रबंध किया जाए। धरने में आगंनवाड़ी कर्मचारियों के साथ शामिल होकर उनकी एक दिवसीय हड़ताल का इन संगठनों ने पूर्ण समर्थन दिया है।उनकी मांगे लागू करने की भी मांग की है।
फोटो कैप्शन : 5बीडब्ल्यूएन, 1 : मांगों को लेकर धरने पर बैठे मजदूर किसान।
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