भिवानी: चैहडकलां के किसान सरकारी भावों पर अपनी फसलों को बेचने के लिए ई-खरीद पोर्टल पर शेड्यूल नहीं लगने से परेशान हैं और मार्केट कमेटी के यहां चक्कर लगा-लगाकर थक चुके हैं. फसल बिक्री का शेड्यूल नहीं लगने से किसानों के माथे पर पसीना व चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती हैं. एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी फसल बिक्री का शेड्यूल नहीं लग रहा है, इसके पीछे गांव की चकबंदी को कारण माना जा रहा है.
गांव का राजस्व रिकार्ड चकबंदी के बाद तैयार हो रहा है और ऑनलाइन पर राजस्व रिकार्ड बीघा व बिस्वा में होने की वजह से खरीद प्रभावित हो रही है. मंडी प्रशासन को इसका विकल्प देना चाहिए ताकि किसान अपनी फसल बेच सके. किसानों ने बाजरा, मूंग तथा कपास की बिक्री के शेड्यूल की मांग की है.
ये भी पढ़ें- हरियाणा सुपर-100 के छात्रों ने JEE एडवांस परीक्षा में फिर मारी बाजी, जानिए क्या है ये योजना?
किसान वेद बाबू ने प्रशासन से फसल बिक्री का विकल्प देने की मांग करते हुए बताया कि वे एक सप्ताह से मंडी प्रशासन के यहां चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकाला गया है. वहीं इस संबंध में मार्केट कमेटी के सचिव अनिल कुमार ने बताया कि चैहडकलां में चकबंदी हो रही है और रिकॉर्ड अभी पुराने पैमाने बीघा व बिस्वा में दर्ज है जो पोर्टल नहीं उठा रहा है. अधिकारियों के संज्ञान में ला दिया गया जो भी निर्देश मिलेंगे उसी हिसाब से किसानों की फसल बिक्री करवाई जाएगी.