अंबाला: ईटीवी भारत की टीम अपने खास कार्यक्रम 'जनता का घोषणा पत्र' के तहत अंबाला शहर और अंबाला छावनी पहुंची. जहां नगर निगम और नगर परिषद के सफाई कर्मियों से बातचीत की और जाना कि अगर आपको अपना घोषणा पत्र बनाने का मौका मिले तो आप किन समस्याओं को सबसे ऊपर रखेंगे.
ईटीवी भारत की मुहिम
ये कार्यक्रम ईटीवी भारत ने इसलिए शुरू किया है क्योंकि राजनीतिक पार्टियां हमेशा घोषणा पत्र बनाती हैं लेकिन उस पर कभी अमल नहीं होता या घोषणा पत्र में वो समस्याएं ही नहीं होती जिनसे जनता रोजाना दो-चार होती है. इसलिए ईटीवी भारत ने अपने सरोकार को निभाते हुए 'जनता का घोषणा पत्र' कार्यक्रम के तहत जनता को मौका दिया है कि वो अपना घोषणा पत्र बनाए ताकि राजनीतिक पार्टियों तक उनकी आवाज और असल समस्याएं पहुंचे.
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रोजी-रोजगार की व्यवस्था
ईटीवी भारत की टीम ने जब नगर निगम और नगर परिषद के सफाई कर्मियों से उनके घोषणापत्र के बारे में बातचीत की तो उन्होंने कहा कि सबसे पहले सरकार रोजी-रोजगार की व्यवस्था करे ताकि हम अपने बाल-बच्चों का पालन पोषण कर सकें. लोगों ने कहा कि कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाए.
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परिवार को मिले सामाजिक सुरक्षा
इतना ही नहीं इन लोगों ने कहा कि ठेकेदारी प्रथा बंद होनी चाहिए. जो पेंशन बंद हुई थी उसको भी चालू करवाना चाहिए और सफाई कर्मियों के बीमे करवाए जाएं ताकि उनके परिवार को सामाजिक सुरक्षा मिल सके.