अंबाला: केंद्र सरकार द्वारा जम्मू कश्मीर राज्य को लेकर लिए गए ऐतिहासिक फैसले से अंबाला में रह रहे कश्मीरी पंडितों में एक बार फिर से अपने घर जाने की आस बंधी है. कश्मीरी पंडितों का कहना है कि मोदी हैं तो मुमकिन है का नारा अब सिर्फ नारा नहीं है बल्कि हकीकत है.
'अब जाकर पूरी हो रही सालों पुरानी आस'
उन्होंने कहा कि जब 1990 में हम अपना सब कुछ छोड़कर यहां आए थे तो बस मन में एक ही आस थी कि कभी न कभी अपने घर जरूर जाएंगे. अब जाकर ये आस पूरी होती नजर आ रही है.
'मोदी सरकार के फैसले का समर्थन'
उन्होंने सरकार द्वारा लिए गए इस फैसले का पुरजोर समर्थन किया और साथ ही कहा कि जैसे ही हालात अनुकूल होंगे वह अपने घर जरूर वापस जाना चाहेंगे और अपनी पुश्तैनी घर में रहना चाहेंगे.