अंबाला: निकाय चुनावों की सरगर्मियां लगातार बढ़ती जा रही हैं. हर राजनीतिक दल एक दूसरे पर कटाक्ष करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रहा. ऐसे चुनावी माहौल में सोमवार को एक दिलचस्प मामला सामने आया है.
भारतीय जनता पार्टी के चुनाव संयोजक ने हरियाणा जन चेतना पार्टी के सुप्रीमो एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री विनोद शर्मा और उनकी पार्टी की मेयर प्रत्याशी शक्ति रानी शर्मा पर एफआईआर दर्ज करवाई है. साथ ही चुनाव आयोग से शक्ति रानी शर्मा का चुनाव रद्द करने की भी दरख्वास्त की गई है.
दरअसल कुछ अखबारों और वेब चैनलों में भाजपा से नाराज होकर एडवोकेट संदीप सचदेवा अपने साथियों सहित जनचेतना पार्टी में शामिल हुए हैं, ये खबर सुर्खियां बटोर रही थी. जिसके बाद बीजेपी के चुनाव संयोजक एवं पंजाबी बिरादरी विकास सभा हरियाणा के अध्यक्ष एडवोकेट संदीप सचदेवा ने प्रेस वार्ता रखी और ये खुलासा किया कि ये संदीप सचदेवा मैं नहीं हूं, और ना ही मैं कभी जन चेतना पार्टी में शामिल होने वाला.
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उन्होंने कहा कि ये जनचेतना पार्टी के सुप्रीमो विनोद शर्मा और उनके साथियों की सोची समझी साजिश है ताकि उनके प्रत्याशियों को चुनाव में फायदा मिल सके. मेरी चुनाव आयोग से गुजारिश है कि इनके मेयर प्रत्याशी का चुनाव रद्द किया जाए.
देर शाम पुलिस ने संदीप सचदेवा की शिकायत पर हरियाणा जनचेतना पार्टी के सुप्रीमो विनोद शर्मा, उनकी धर्मपत्नी एवं मेयर पद की प्रत्याशी शक्तिरानी शर्मा और एक वेब चैनल पर इंडियन पेनल कोड एक्ट-1860 के तहत मामला दर्ज कर लिया है. वहीं हरियाणा जनचेतना पार्टी के सुप्रीमो विनोद शर्मा ने इन आरोपों का खंडन किया है.
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