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अप्रैल में ही सूरज हुआ 'लाल', तेज गर्मी से बढ़ी मरीजों की संख्या - Haryana News

सर्द मौसम के बाद जैसे ही गर्मी के सीजन ने दस्तक दी लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी. बेहिसाब गर्मी के चलते लोगों में सर्दी-खांसी, आंख आना, बुखार और दस्त जैसी बीमारियां घर कर रही हैं

अस्पताल में बढ़ी मरीजों की संख्या
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Published : Apr 3, 2019, 3:31 PM IST

नूंह: सर्द मौसम के बाद जैसे ही गर्मी के सीजन ने दस्तक दी लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी. बेहिसाब गर्मी के चलते लोगों में सर्दी-खांसी, आंख आना, बुखार और दस्त जैसी बीमारियां घर कर रही हैं. इसके चलते आए दिन मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है.


मौसम में हुए बदलाव के चलते सीएमओ हरियाणा ने ज्यादा से ज्यादा पानी, ग्लूकॉज और लिक्विड पदार्थ पीने की हिदायत दी है. वहीं धूप में निकलने से पहले स्कार्फ या छतरी का इस्तेमाल करने को भी कहा है ताकि गर्मी की वजह से तबीयत ना बिगड़े.

मौसम में बदलाव के चलते सीएमओ की सलाह

नूंह: सर्द मौसम के बाद जैसे ही गर्मी के सीजन ने दस्तक दी लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी. बेहिसाब गर्मी के चलते लोगों में सर्दी-खांसी, आंख आना, बुखार और दस्त जैसी बीमारियां घर कर रही हैं. इसके चलते आए दिन मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है.


मौसम में हुए बदलाव के चलते सीएमओ हरियाणा ने ज्यादा से ज्यादा पानी, ग्लूकॉज और लिक्विड पदार्थ पीने की हिदायत दी है. वहीं धूप में निकलने से पहले स्कार्फ या छतरी का इस्तेमाल करने को भी कहा है ताकि गर्मी की वजह से तबीयत ना बिगड़े.

मौसम में बदलाव के चलते सीएमओ की सलाह

Intro:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- मौसम बदला तो मरीजों की संख्या में हुआ इजाफा
सर्दी के बाद मौसम ने गर्मी सीजन दस्तक दी तो लोगों की तबियत नासाज होने लगी। मौसम में बदलाव के चलते रजाई या गर्म कपडे तो बर्दाश्त होते नहीं , इसलिए इंसान पंखे , एसी या कूलर की हवा बर्दाश्त नहीं कर पाने सूरत में बीमार हो रहे हैं। नूंह सीएचसी या अल आफिया अस्पताल मांडीखेड़ा की बात अगर करें तो मरीजों की संख्या में काफी इजाफा पिछले दिनों में देखने को मिला है।
डॉक्टर भी मानते हैं कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। सर्दी , जुकाम , खांसी , आंख आना , बुखार जैसी मौसमी बिमारियों ने दस्तक दे दी है। डॉक्टरों ने मौसम में हुए बदलाव को देखते हुए एहतियात दी है। एसएमओ नूंह डॉक्टर गोविंद शरण के मुताबिक अगर तबियत ठीक नहीं है , तो तुरंत डॉक्टर सलाह लें और उपचार कराएं। उन्होंने कहा कि मौसम जब भी बदलता है , उसका असर इंसान के शरीर पर अवश्य पड़ता है। यही वजह है कि इंसान मौसम के बदलाव में लापरवाह रहता है , तभी उसे बीमारी घेर लेती हैं।

बाइट ;- जाहिद खान ग्रामीण
बाइट ;- निजाम ग्रामीण।
बाइट;- डॉक्टर गोविंद शरण एसएमओ नूंह
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Body:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- मौसम बदला तो मरीजों की संख्या में हुआ इजाफा
सर्दी के बाद मौसम ने गर्मी सीजन दस्तक दी तो लोगों की तबियत नासाज होने लगी। मौसम में बदलाव के चलते रजाई या गर्म कपडे तो बर्दाश्त होते नहीं , इसलिए इंसान पंखे , एसी या कूलर की हवा बर्दाश्त नहीं कर पाने सूरत में बीमार हो रहे हैं। नूंह सीएचसी या अल आफिया अस्पताल मांडीखेड़ा की बात अगर करें तो मरीजों की संख्या में काफी इजाफा पिछले दिनों में देखने को मिला है।
डॉक्टर भी मानते हैं कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। सर्दी , जुकाम , खांसी , आंख आना , बुखार जैसी मौसमी बिमारियों ने दस्तक दे दी है। डॉक्टरों ने मौसम में हुए बदलाव को देखते हुए एहतियात दी है। एसएमओ नूंह डॉक्टर गोविंद शरण के मुताबिक अगर तबियत ठीक नहीं है , तो तुरंत डॉक्टर सलाह लें और उपचार कराएं। उन्होंने कहा कि मौसम जब भी बदलता है , उसका असर इंसान के शरीर पर अवश्य पड़ता है। यही वजह है कि इंसान मौसम के बदलाव में लापरवाह रहता है , तभी उसे बीमारी घेर लेती हैं।

बाइट ;- जाहिद खान ग्रामीण
बाइट ;- निजाम ग्रामीण।
बाइट;- डॉक्टर गोविंद शरण एसएमओ नूंह
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात Conclusion:संवाददाता नूंह मेवात
स्टोरी ;- मौसम बदला तो मरीजों की संख्या में हुआ इजाफा
सर्दी के बाद मौसम ने गर्मी सीजन दस्तक दी तो लोगों की तबियत नासाज होने लगी। मौसम में बदलाव के चलते रजाई या गर्म कपडे तो बर्दाश्त होते नहीं , इसलिए इंसान पंखे , एसी या कूलर की हवा बर्दाश्त नहीं कर पाने सूरत में बीमार हो रहे हैं। नूंह सीएचसी या अल आफिया अस्पताल मांडीखेड़ा की बात अगर करें तो मरीजों की संख्या में काफी इजाफा पिछले दिनों में देखने को मिला है।
डॉक्टर भी मानते हैं कि सरकारी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। सर्दी , जुकाम , खांसी , आंख आना , बुखार जैसी मौसमी बिमारियों ने दस्तक दे दी है। डॉक्टरों ने मौसम में हुए बदलाव को देखते हुए एहतियात दी है। एसएमओ नूंह डॉक्टर गोविंद शरण के मुताबिक अगर तबियत ठीक नहीं है , तो तुरंत डॉक्टर सलाह लें और उपचार कराएं। उन्होंने कहा कि मौसम जब भी बदलता है , उसका असर इंसान के शरीर पर अवश्य पड़ता है। यही वजह है कि इंसान मौसम के बदलाव में लापरवाह रहता है , तभी उसे बीमारी घेर लेती हैं।

बाइट ;- जाहिद खान ग्रामीण
बाइट ;- निजाम ग्रामीण।
बाइट;- डॉक्टर गोविंद शरण एसएमओ नूंह
संवाददाता कासिम खान नूंह मेवात
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