पंचकूला: पंचकूला स्थित विशेष सीबीआई अदालत में मानेसर लैंड स्कैम मामले में मंगलवार को सुनवाई हुई. सुनवाई के दौरान मामले में आरोपी और पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा वीसी के जरिए कोर्ट में पेश हुए, जबकि अन्य आरोपी प्रत्यक्ष रूप से कोर्ट में पेश हुए. पिछली सुनवाई में आरोपियों पर चार्ज लगाए जाने को लेकर दोनों पक्षों के वकीलों में बहस पूरी हो गई थी और आज आरोपियों पर चार्ज तय करने थे, लेकिन आज आरोपियों पर चार्ज तय नहीं किए गए.
आज की सुनवाई में बड़ी बात ये रही कि सुनवाई में सीबीआई कोर्ट ने 5 और लोगों को इस केस में आरोपी बनाया है और उन्हें 17 दिसंबर को कोर्ट में पेश होने के लिए समन भेजे हैं. बताया जा रहा है कि जिन 5 लोगों को कोर्ट ने आरोपी बनाकर समन भेजा है उनमें से एक का नाम राजीव अरोड़ा, दूसरे का नाम धारिया सिंह, तीसरे का नाम कुलवंत सिंह, चौथे का नाम डीआर धींगरा है और पांचवे का नाम संजय सिंह है.
जानकारी के मुताबिक ये पांचों आरोपी सरकारी कर्मचारी रह चुके हैं. वहीं बीते दिनों इस मामले के आरोपियों द्वारा केस से डिस्चार्ज करने को लेकर लगाई गई याचिका को भी आज सीबीआई कोर्ट ने खारिज कर दिया. मामले की अगली सुनवाई अब 17 दिसंबर को होगी.
बता दें कि मामले में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा सहित 34 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की गई थी. आरोपियों में पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा के अलावा एमएल तायल, छत्र सिंह, एसएस ढिल्लो, पूर्व डीटीपी जसवंत सिंह और कई बिल्डरों के खिलाफ चार्जशीट में नाम है. सीबीआई ने हुड्डा सहित 34 आरोपियों के खिलाफ 19 सितंबर 2015 को मामला दर्ज किया था.
ये हैं आरोप:
मामले में ईडी ने भी हुड्डा के खिलाफ सितंबर 2016 में मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया था और ईडी ने हुड्डा और अन्य के खिलाफ सीबीआई की एफआईआर के आधार पर अपराधिक मामला दर्ज किया था. आरोपियों पर हुड्डा सरकार के कार्यकाल के दौरान करीब 900 एकड़ जमीन का अधिग्रहण कर उसे बिल्डर्स को औने पौने दाम पर बेचने का आरोप है.