नई दिल्ली : वरिष्ठ पत्रकार विनोद दुआ का शनिवार को 67 साल की उम्र में निधन हो गया. विनोद दुआ लंबे समय से बीमार चल रहे थे. उनकी बेटी और अभिनेत्री मल्लिका दुआ ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए उनके निधन की पुष्टि की. मल्लिका दुआ ने बताया कि उनका अंतिम संस्कार रविवार दोपहर 12 बजे लोधी श्मशान गृह में किया जाएगा.
मल्लिका ने इंस्टाग्राम पर लिखा, 'वह (विनोद दुआ) अब हमारी मां और उनकी प्यारी पत्नी चिन्ना के साथ स्वर्ग में है और वे साथ में गाना, खाना पकाना और यात्रा जारी रखेंगे.'
कोरोना महामारी की दूसरी लहर में विनोद दुआ और उनकी पत्नी संक्रमित हो गए थे. दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. विनोद दुआ ने कोरोना को मात दे दी थी. जबकि उनकी पत्नी का 12 जून को निधन हो गया था.
लीवर में संक्रमण के कारण कुछ दिनों पहले ही उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. पांच दिनों से वह अपोलो अस्पताल के आईसीयू में भर्ती थे, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली.
विनोद दुआ का फेमस प्रोग्राम 'जायका इंडिया का'
विनोद दुआ ने 42 साल से अधिक समय तक पत्रकारिता की. वह हिंदी पत्रकारिता के जाने-माने चेहरा रहे हैं और दूरदर्शन व एनडीटीवी जैसे समाचार चैनलों के लिए सेवाएं दीं. 'जायका इंडिया का' (Zaika India Ka) उनका फेमस शो था. हाल के दिनों में वह वेब शो में अपनी राजनीतिक टिप्पणी के लिए जाने जाते थे.
विनोद दुआ का जन्म 11 मार्च, 1954 को नई दिल्ली में हुआ था. पत्रकारिता में सराहनीय योगदान के लिए भारत सरकार ने 2008 में उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया था.
विनोद दुआ 1996 में, रामनाथ गोयनका उत्कृष्टता पुरस्कार से सम्मानित होने वाले पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पत्रकार बने थे.
विनोद दुआ ने हंसराज कॉलेज से अंग्रेजी साहित्य में स्नातक करने के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय से साहित्य में मास्टर डिग्री हासिल की. नवंबर 1974 में, दुआ ने दूरदर्शन पर प्रसारित होने वाले हिंदी भाषा के कार्यक्रम 'युवा मंच' में टेलीविजन पर पहली प्रस्तुति दी थी.
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