नई दिल्ली : भारतीय रेलवे ने 2400 पैसेंजर और 1300 मेल-एक्सप्रेस ट्रेनें रद कर दी हैं. शनिवार (21 मार्च) मध्यरात्रि से रविवार रात दस बजे के बीच किसी भी स्टेशन से कोई यात्री ट्रेन सफर शुरू नहीं करेगी. मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें भी रविवार तड़के थम जाएंगी. सभी उपनगरीय ट्रेन सेवाएं भी बहुत कम कर दी जाएंगी.
देश में कोरोना वायरस के हालात को देखते हुए रविवार (22 मार्च) को घोषित जनता कर्फ्यू का ट्रेनों की आवाजाही पर भी असर पड़ेगा. सूत्रों के मुताबिक शनिवार रात 12 बजे से रविवार रात 10 बजे तक कोई भी यात्री ट्रेन सफर शुरू नहीं करेगी. वहीं मेल और एक्सप्रेस ट्रेनें रविवार तड़के चार बजे थम जाएंगी.
इससे पहले रेलवे ने 84 ट्रेंने रद करते हुए कहा था कि कोरोना वायरस के चलते 155 ट्रेनें रद की जा चुकी हैं.
सूत्रों ने कहा, 'जिन लोगों ने इन ट्रेनों में टिकट बुक कराए थे, उन्हें व्यक्तिगत रूप से इसकी जानकारी दी जा रही है. इन ट्रेनों में टिकट रद होने का कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा. यात्रियों को पूरा पैसा वापस मिलेगा.' उन्होंने कहा, 'सामाजिक दूरी सुनिश्चित करना जरूरी है. हम केवल कम यात्रियों वाली ट्रेनें ही रद कर रहे है.'
इसके अतिरिक्त रेलवे ने यात्रियों की कम संख्या और कोरोना वायरस महामारी के मद्देनजर 20 से 31 मार्च के बीच चलने वाली 90 ट्रेनें भी रद की हैं. इसके साथ ही रद की गईं ट्रेनों की संख्या बढ़कर 245 हो गई है.
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कोरोना वायरस महामारी के चलते भारतीय रेलवे खान-पान एवं पर्यटन निगम (आईआरसीटीसी) ने सभी मेल, एक्सप्रेस ट्रेनों में 22 मार्च से अगले नोटिस तक खान-पान सेवाएं बंद करने का आदेश दिया है. आदेश के मुताबिक, ये निर्देश 22 मार्च से लागू होंगे.
आदेश के मुताबिक, प्रीपेड ट्रेनों में भोजन की आपूर्ति करने वाली स्थिर इकाइयां काम करना जारी रख सकती हैं. हालांकि, मेल एक्सप्रेस ट्रेनों और ट्रेन साइड वेंडिंग (टीएसवी) ट्रेनों की खान-पान सेवाओं को बंद रखना चाहिए.
इसमें यह भी कहा गया कि अगर ट्रेनों में दी जाने वाली सेवाओं की मांग होती है तो सिर्फ प्रोपराइटी आर्टिकल डिपो(पीएडी) वस्तुएं, चाय और कॉफी ट्रेनों में बेचे जाने की इजाजत दी जा सकती है.