thumbnail

Geeta Saar : जैसे कछुआ अपने अंगों को समेट लेता है,वैसे ही इंसान जब सब ...

By

Published : Sep 3, 2022, 6:10 AM IST

Updated : Sep 22, 2022, 7:24 PM IST

जिस मनुष्य ने काम और क्रोध को सदा के लिए जीत लिया है, वही मनुष्य इस लोक में योगी है और वही सुखी है. इस संसार में समस्त कर्म प्रकृति के गुणों द्वारा ही किये जाते हैं, जो मनुष्य सोचता है कि 'मैं कर्ता हूं' उसका अन्तःकरण अहंकार से भर जाता है, ऐसा मनुष्य अज्ञानी होता है. जिस मनुष्य ने काम और क्रोध को सदा के लिए जीत लिया है वही मनुष्य इस लोक में योगी है और वही सुखी है.जो भक्ति भाव से कर्म करता है, जो विशुद्ध आत्मा है और अपने मन तथा इन्द्रियों को वश में रखता है, वह सबका प्रिय होता है और सभी लोग उसे प्रिय होते हैं.Geeta Saar . motivational quotes . Geeta Gyan .
Last Updated : Sep 22, 2022, 7:24 PM IST

ABOUT THE AUTHOR

author-img

...view details

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.