Watch Video: मंदिर के गर्भगृह पर चूजे फेंकने की अनोखी प्रथा
🎬 Watch Now: Feature Video
कर्नाटक के बेलगावी में लगने वाले मेले में गर्भगृह (गर्भगुड़ी) पर चूजे फेंकने की अनोखी परंपरा है. वडगावी गांव की देवी मंगाई देवी के मेले में गर्भगृह पर चूजे फेंकने की प्रथा प्राचीन काल से चली आ रही है. हर साल मंगाई देवी मेला मंगलवार से शुरू होता है जो आषाढ़ महीने की पूर्णिमा के बाद आता है. इस भव्य मेले में पड़ोसी राज्यों जैसे गोवा और महाराष्ट्र से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं. यह मेला मंगलवार से शुक्रवार तक चार दिनों तक आयोजित होता है. यहां के लोगों की मान्यता है कि अपार शक्ति वाली मंगाई देवी भक्तों की मनोकामनाएं पूरी करती हैं. पहले यहां देवी को भेड़ और मुर्गियों की बलि दी जाती थी. हालांकि, इस पर रोक लगने के बाद अब श्रद्धालु मंदिर के गर्भगृह पर चूजे उड़ाकर अपनी मनोकामनाएं पूरी करते हैं.
वडागवी में देवी मंगाई देवी को लोकप्रिय रूप से 'गृह देवता' (थवारु माने देवथे) के नाम से जाना जाता है. लड़कियाँ और महिलाएँ ज्यादातर देवी मेले में आती हैं, बेलगावी जिले के विभिन्न शहरों में शादी करने वाली अधिकांश लड़कियाँ आषाढ़ महीने में मेले के लिए अपने गृहनगर वापस आती हैं. इसीलिए इस मंगाई देवी को गृह देवी कहा जाता है. श्रद्धालु जिन चूजों को गर्भगृह में फेंक देते हैं उनमें से कुछ मर जाते हैं. मंदिर द्वारा जीवित चूजों को एकत्र किया जाता है और बेच दिया जाता है.