Ramcharitmanas: पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने संस्कृति मंत्री से की पाठ्यक्रम में रामचरितमानस जोड़ने की मांग
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रायपुर: बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने छत्तीसगढ़ के पाठ्यक्रम में रामचरितमानस को जोड़ने की मांग की है. राजधानी रायपुर में चल रहे चार दिवसीय रामकथा में अंतिम दिन संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत पहुंचे, जिनके सामने यह मांग रखी गई. हालांकि संस्कृति मंत्री ने पाठ्यक्रम में रामचरितमानस को शामिल करने को लेकर मंच से कोई बयान नहीं दिया.
कथा में होती है संस्कृत और संस्कृति पर चर्चा: रायपुर में रामकथा पाठ का आयोजन किया गया है. सोमवार को अंतिम दिन था. इस दिन संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत भी राम कथा सुनने पहुंचे. इस बीच वे बागेश्वर धाम महाराज धीरेंद्र शास्त्री से मिलने मंच पर पहुंचे और पुष्प माला पहनाकर उनका अभिनंदन किया. संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत से मुलाकात के दौरान श्रोताओं से मुखातिब होकर धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि "आज हमारे बीच संस्कृति मंत्री आए हुए हैं. कथा में भी संस्कृत और संस्कृति की चर्चा चलती है, और आप मंत्री भी संस्कृति के हैं. हम चाहते है की यहां के पाठ्यक्रम में रामचरितमानस को जोड़ दिया जाए." बागेश्वर धाम महाराज धीरेंद्र शास्त्री कि मांग पर संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने मंच से कुछ नहीं कहा. मुलाकात करने के बाद संस्कृति मंत्री वहां से रवाना हो गए.
चार दिन तक कथा सुनने गुढ़ियारी में उमड़ते रहे श्रद्धालु: राजधानी रायपुर में आयोजित रामकथा का सोमवार को आखिरी दिन था. कथा गुढ़ियारी में रखी गई थी, जिसमें बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने राम कथा का पाठ किया. राम कथा 17 जनवरी से 23 जनवरी तक चली. इस दौरान लाखों भक्तों ने यहां पहुंचकर राम कथा पाठ का आनंद उठाया और लाभ अर्जित किया. कथा के आखिरी दिन भी हजारों की संख्या में महिला पुरुष और बच्चे आयोजन में पहुंचे थे. दोपहर से लेकर देर शाम तक यहां मौजूद भक्त भाव विभोर होकर झूम उठे. इस बीच सांसद, मंत्री, विधायक, नेता सहित अन्य लोगों का आना जाना लगा रहा. पुलिसकर्मी भी भक्ति भाव में लीन नजर आए.