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World Polio Day 2023 : पोलियो मुक्त होने की 12वीं वर्षगांठ मना रहा है भारत, पड़ोसी मुल्क इस बीमारी के उन्मूलन में बड़ा खतरा

पोलियो उन्मूलन के लिए पूरी दुनिया में जंग जारी है. 13 जनवरी 2011 को भारत में पोलियो का अंतिम मरीज पाया गया था. लगातार निगरानी के बाद 27 मार्च 2014 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को 'पोलियो मुक्त प्रमाण पत्र' सौंपा. पढ़ें पूरी खबर..World Polio Day 2023, World Polio Day, World Polio Day History.

World Polio Day 2023
विश्व पोलियो दिवस
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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Oct 24, 2023, 11:49 AM IST

हैदराबाद : पोलियोमाइलाइटिस (पोलियो) वायरल रोग है. इसका संक्रमण काफी तेजी से फैलता है, जो 5 साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है. डॉक्टरों के अनुसार पोलियो वायरस शरीर में पहुंचने के बाद आंत में पहुंचता है और तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचाता है. इससे इंसान अपंग हो सकता है या पक्षाघात का भी शिकार हो सकता है. सामान्य तौर पर अनुसार पोलियो वायरस एक से दूसरे इंसान के शरीर में मुख्य रूप से Fecal-Oral Route के माध्यम से पहुंचता है. इसके अलावा यह दूषित पानी व भोजन के अलावा अन्य कई कारणों से मानव शरीर में पहुंचता है.

World Polio Day 2023
विश्व पोलियो दिवस

दुनिया में बढ़ते पोलियो के खतरे को देखते हुए 1988 में विश्व स्वास्थ्य सभा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पोलियो उन्मूलन अभियान को शुरू किया. इस अभियान के तहत विभिन्न देशों की सरकारें, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ, यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन, रोटरी इंटरनेशनल ने अभियान में साथ काम किया. आगे चलकर बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन व गावी वैक्सीन एलायंस से जुड़ गए.

जंगली पोलियोवायरस (Wild Poliovirus Virus) के मामलों में 1988 के बाद से 99 फीसदी से अधिक कमी दर्ज की गई है. 125 से देशों में पहले साढ़े तीन लाख के लगभग मामले थे. 2021 में 6 मामले ही पाये गये. जंगली पोलियोवायरस तीन तरह के होते हैं. टाइप-1 (WPV1), टाइप-2 (WPV2) और टाइप-3 (WPV3) है. 1999 में टाइप-2 और 2020 में टाइप-3 को समाप्त कर दिया गया है. 2022 तक टाइप-1 वायरस पाकिस्तान और अफगानिस्तान में बना हुआ है.

पोलियो मुक्त दुनिया तब तक वास्तविकता नहीं बन सकती है, जबतक कि पूरी दुनिया से पोलियो को खत्म नहीं कर दिया जाता है. पोलियो का जबतर पूरी तरह से उन्मूलन नहीं हो जाता है, तबतक पोलियो से दुनिया का कोई भी स्थान सुरक्षित नहीं है. Polio Free World बनाने के उद्देश्य से 2022 में जर्मनी के बर्लिन में 115 से अधिक देशों के 3000 से ज्यादा प्रतिनिधि जुटे थे. इनमें वैज्ञानिक, विशेषज्ञ व कई राष्ट्रों के लीडर शामिल थे. बर्लिन में आयोजित इस स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन में 2026 तक पोलियो उन्मूलन के लिए 2.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर फंड देने की प्रतिबद्धता जताई.

यह फंडिंग पोलियो उन्मूलन की अंतिम बाधाओं को समाप्त करने के लिए वैश्विक प्रयासों का समर्थन करेगी. फंड की मदद से आने वाले 5 सालों में हर साल 370 मिलियन बच्चों का टीकाकरण के अलावा संक्रमण फैलाव के डेंजर जोन में शामिल 50 देशों में निगरानी के लिए खर्च किया जायेगा.

पाकिस्तान और अफगानिस्तान पोलियो उन्मूलन की दिशा में बड़ी चुनौती
अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियम के तहत आपातकालीन समिति की 36वीं बैठक का आयोजन 16 अगस्त 2023 को किया गया. इस दौरान पोलियो वायरस को लेकर संवेदनशील देश जैसे अफगानिस्तान, अल्जीरिया, बुर्किनो फासो, केन्या, मेडागास्कर, पाकिस्तान, संयुक्त गणराज्य तंजानिया और जाम्बिया के डेटा की गहन समीक्षा कर कई निर्णय लिए गये. पाकिस्तान में WPV1 के एक नये मामले को मिलाकर 2023 में कुल संख्या दो हो गई. दोनों मामले खैबर पख्तूनख्वा जिले का है. 160,000 से अधिक बच्चों को पोलिया टीकाकरण के बाद भी स्थिति चुनौतीपूर्ण बना हुआ है. पूर्व की बैठक के बाद अफगानिस्तान में 5 नए WPV1 मामले रिकार्ड किये गये हैं. सभी नंगरहार प्रांत 5 अलग-अलग जिलों से जुड़ा हुआ है. अफगानिस्तान में पोलियो उन्मूलन अभियान को झटका के कारण कार्यक्रम के लिए खतरा पैदा करता है.

हर साल 24 अक्तूबर को विश्व पोलियो दिवस मनाया जाता है. पोलियो को खत्म करने के लिए वैश्विक प्रयासों और पोलिया टीकाकरण के महत्व पर प्रकाश डालने के लिए विश्व पोलियो दिवस मनाया जाता है. पोलियो दिवस की शुरूआत रोटरी इंटरनेशनल की ओर से पोलियो की दवा खोजने वाले अमेरिका निवासी वायरोलॉजिस्ट जोनास साल्क के योगदान को याद करने के लिए मनाया जाता है. जोनास साल्क ने 12 अप्रैल 1955 में पोलियो से बचाव की दवा दुनिया (Poliovirus Vaccine) के सामने प्रस्तुत किया था. इसके बाद अल्बर्ट साबिन ने ओरल पोलियो वैक्सीन खोज किया.

पोलियो मुक्त भारत की कहानी

  • पोलियो एक लाइलाज बीमारी है, लेकिन प्रतिरक्षण (एंटी डोज) की मदद से इससे बचा जा सकता है.
  • 1960 के दशक से पोलियो से लड़ने के लिए एंटी डोज आ चुका था, लेकिन सबों के लिए सुलभ उपलब्ध नहीं था.
  • 1980-90 के दशक में पोलिया प्रसार के लिए वैश्विक अभियान इस पर ज्यादातर देशों में काबू पाया गया.
  • 13 जनवरी 2023 को भारत ने पोलियो मुक्त होने के 12 वर्ष पूरे किए.
  • 13 जनवरी 2011 को पश्चिम बंगाल के हावड़ा में पोलियो का आखिरी मामला को दर्ज हुआ था.
  • 27 मार्च 2014 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को 'पोलियो मुक्त प्रमाण पत्र' सौंपा.
  • 2 अक्टूबर 1994 को भारत में पल्स पोलियो प्रतिरक्षण कार्यक्रम लागू किया गया.
  • 1994 तक पूरी दुनिया में पोलियो के 60 फीसदी मामले भारत में दर्ज होते थे.
  • 172 मिलियन बच्चों को हर साल पोलियो वैक्सीन की लगभग 1 बिलियन खुराकों की मदद से भारत को पोलियो मुक्त बनाया गया.

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हैदराबाद : पोलियोमाइलाइटिस (पोलियो) वायरल रोग है. इसका संक्रमण काफी तेजी से फैलता है, जो 5 साल से कम उम्र के बच्चों को प्रभावित करता है. डॉक्टरों के अनुसार पोलियो वायरस शरीर में पहुंचने के बाद आंत में पहुंचता है और तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुंचाता है. इससे इंसान अपंग हो सकता है या पक्षाघात का भी शिकार हो सकता है. सामान्य तौर पर अनुसार पोलियो वायरस एक से दूसरे इंसान के शरीर में मुख्य रूप से Fecal-Oral Route के माध्यम से पहुंचता है. इसके अलावा यह दूषित पानी व भोजन के अलावा अन्य कई कारणों से मानव शरीर में पहुंचता है.

World Polio Day 2023
विश्व पोलियो दिवस

दुनिया में बढ़ते पोलियो के खतरे को देखते हुए 1988 में विश्व स्वास्थ्य सभा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पोलियो उन्मूलन अभियान को शुरू किया. इस अभियान के तहत विभिन्न देशों की सरकारें, विश्व स्वास्थ्य संगठन, यूनिसेफ, यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन, रोटरी इंटरनेशनल ने अभियान में साथ काम किया. आगे चलकर बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन व गावी वैक्सीन एलायंस से जुड़ गए.

जंगली पोलियोवायरस (Wild Poliovirus Virus) के मामलों में 1988 के बाद से 99 फीसदी से अधिक कमी दर्ज की गई है. 125 से देशों में पहले साढ़े तीन लाख के लगभग मामले थे. 2021 में 6 मामले ही पाये गये. जंगली पोलियोवायरस तीन तरह के होते हैं. टाइप-1 (WPV1), टाइप-2 (WPV2) और टाइप-3 (WPV3) है. 1999 में टाइप-2 और 2020 में टाइप-3 को समाप्त कर दिया गया है. 2022 तक टाइप-1 वायरस पाकिस्तान और अफगानिस्तान में बना हुआ है.

पोलियो मुक्त दुनिया तब तक वास्तविकता नहीं बन सकती है, जबतक कि पूरी दुनिया से पोलियो को खत्म नहीं कर दिया जाता है. पोलियो का जबतर पूरी तरह से उन्मूलन नहीं हो जाता है, तबतक पोलियो से दुनिया का कोई भी स्थान सुरक्षित नहीं है. Polio Free World बनाने के उद्देश्य से 2022 में जर्मनी के बर्लिन में 115 से अधिक देशों के 3000 से ज्यादा प्रतिनिधि जुटे थे. इनमें वैज्ञानिक, विशेषज्ञ व कई राष्ट्रों के लीडर शामिल थे. बर्लिन में आयोजित इस स्वास्थ्य शिखर सम्मेलन में 2026 तक पोलियो उन्मूलन के लिए 2.6 बिलियन अमेरिकी डॉलर फंड देने की प्रतिबद्धता जताई.

यह फंडिंग पोलियो उन्मूलन की अंतिम बाधाओं को समाप्त करने के लिए वैश्विक प्रयासों का समर्थन करेगी. फंड की मदद से आने वाले 5 सालों में हर साल 370 मिलियन बच्चों का टीकाकरण के अलावा संक्रमण फैलाव के डेंजर जोन में शामिल 50 देशों में निगरानी के लिए खर्च किया जायेगा.

पाकिस्तान और अफगानिस्तान पोलियो उन्मूलन की दिशा में बड़ी चुनौती
अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य विनियम के तहत आपातकालीन समिति की 36वीं बैठक का आयोजन 16 अगस्त 2023 को किया गया. इस दौरान पोलियो वायरस को लेकर संवेदनशील देश जैसे अफगानिस्तान, अल्जीरिया, बुर्किनो फासो, केन्या, मेडागास्कर, पाकिस्तान, संयुक्त गणराज्य तंजानिया और जाम्बिया के डेटा की गहन समीक्षा कर कई निर्णय लिए गये. पाकिस्तान में WPV1 के एक नये मामले को मिलाकर 2023 में कुल संख्या दो हो गई. दोनों मामले खैबर पख्तूनख्वा जिले का है. 160,000 से अधिक बच्चों को पोलिया टीकाकरण के बाद भी स्थिति चुनौतीपूर्ण बना हुआ है. पूर्व की बैठक के बाद अफगानिस्तान में 5 नए WPV1 मामले रिकार्ड किये गये हैं. सभी नंगरहार प्रांत 5 अलग-अलग जिलों से जुड़ा हुआ है. अफगानिस्तान में पोलियो उन्मूलन अभियान को झटका के कारण कार्यक्रम के लिए खतरा पैदा करता है.

हर साल 24 अक्तूबर को विश्व पोलियो दिवस मनाया जाता है. पोलियो को खत्म करने के लिए वैश्विक प्रयासों और पोलिया टीकाकरण के महत्व पर प्रकाश डालने के लिए विश्व पोलियो दिवस मनाया जाता है. पोलियो दिवस की शुरूआत रोटरी इंटरनेशनल की ओर से पोलियो की दवा खोजने वाले अमेरिका निवासी वायरोलॉजिस्ट जोनास साल्क के योगदान को याद करने के लिए मनाया जाता है. जोनास साल्क ने 12 अप्रैल 1955 में पोलियो से बचाव की दवा दुनिया (Poliovirus Vaccine) के सामने प्रस्तुत किया था. इसके बाद अल्बर्ट साबिन ने ओरल पोलियो वैक्सीन खोज किया.

पोलियो मुक्त भारत की कहानी

  • पोलियो एक लाइलाज बीमारी है, लेकिन प्रतिरक्षण (एंटी डोज) की मदद से इससे बचा जा सकता है.
  • 1960 के दशक से पोलियो से लड़ने के लिए एंटी डोज आ चुका था, लेकिन सबों के लिए सुलभ उपलब्ध नहीं था.
  • 1980-90 के दशक में पोलिया प्रसार के लिए वैश्विक अभियान इस पर ज्यादातर देशों में काबू पाया गया.
  • 13 जनवरी 2023 को भारत ने पोलियो मुक्त होने के 12 वर्ष पूरे किए.
  • 13 जनवरी 2011 को पश्चिम बंगाल के हावड़ा में पोलियो का आखिरी मामला को दर्ज हुआ था.
  • 27 मार्च 2014 को विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारत को 'पोलियो मुक्त प्रमाण पत्र' सौंपा.
  • 2 अक्टूबर 1994 को भारत में पल्स पोलियो प्रतिरक्षण कार्यक्रम लागू किया गया.
  • 1994 तक पूरी दुनिया में पोलियो के 60 फीसदी मामले भारत में दर्ज होते थे.
  • 172 मिलियन बच्चों को हर साल पोलियो वैक्सीन की लगभग 1 बिलियन खुराकों की मदद से भारत को पोलियो मुक्त बनाया गया.

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