आमतौर पर लोगों को लगता है की घर में औषधीय महत्व वाले पौधों को उगाना तथा उनकी देखभाल करना कठिन होता है, जबकि यह मात्र एक भ्रम हैं. ऐसे बहुत से औषधीय महत्व वाले पौधे हैं, जिन्हें हम घर में, यहां तक कि गमलों मे भी बड़ी सरलता से उगा सकते हैं. आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ ऐसे ही औषधीय महत्व वाले पौधों के बारें में जिन्हे आप न सिर्फ सरलता से घर में उगा सकते हैं, साथ ही उनका इस्तेमाल भी कर सकते हैं.
गोटू कोला या ब्राह्मी
गोटू कोला या ब्राह्मी घर पर आसानी से बढ़ने वाला पौधा है. यह मस्तिष्क के विकास और स्मृति के लिए एक उत्कृष्ट पौधा है. इसके साथ ही यह अल्सर तथा त्वचा की चोटों सहित कई रोगों तथा समस्याओं का उपचार करता है. ब्राह्मी मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र को पुनर्जीवित करती है, जिससे ध्यान अवधि और एकाग्रता बढ़ती है.
अश्वगंधा
अश्वगंधा एक बहुत ही प्राचीन और विभिन्न समस्यायों में उपयोग में आने वाली औषधि है, जिसका आयुर्वेद में उपयोग किया जाता है. यह तनाव में कमी और तंत्रिका सुरक्षा के साथ प्रजनन क्षमता बढ़ाने, ह्रदय रोगों से बचाने तथा उनके इलाज में, आँखों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में, घाव की देखभाल में तथा इम्यूनिटी बढ़ाने का कार्य करती है. अश्वगंधा कोलेस्ट्रॉल को कम करने के साथ ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में भी मददगार हो सकती है. इसे घर पर सरलता से उगाया जा सकता है.
तुलसी
तुलसी सिर्फ अपने धार्मिक महत्व के कारण ही नहीं बल्कि अपने चिकित्सीय गुणों के कारण भी लगभग हर घर में उगाई जाती है. इसे घर में सरलता से लगाया जा सकता है. तुलसी की चार किस्में हैं, राम तुलसी, वन तुलसी या जंगली तुलसी, कृष्णा या श्यामा तुलसी और कर्पूर तुलसी. तुलसी में कीटाणुनाशक, फफूंदनाशक, जीवाणुरोधी और एंटीबायोटिक गुण होते हैं, जो बुखार, आम सर्दी और श्वसन संबंधी बीमारियों को ठीक करने के लिए अच्छे होते हैं.
लेमन ग्रास
लेमन ग्रास को भी आसानी से घर पर उगाया जा सकता है. लेमन ग्रास के असंख्य चिकित्सीय और अन्य स्वास्थ्य लाभ हैं. इसका उपयोग चाय के साथ साथ सलाद, सूप और कई व्यंजनों में किया जा सकता है. लेमन ग्रास को नसों में दबाव या तनाव तथा सामान्य तनाव में बहुत फायदेमंद माना जाता है. इसमें एंटी-पाइरेक्टिक गुण होते हैं जो तेज बुखार को कम करने में मदद कर सकते हैं. इसके अलावा श्वसन स्थितियों जैसे गले में खराश, संक्रमण, पेट दर्द, सिरदर्द, जोड़ों के दर्द, मांसपेशियों में दर्द, पाचन तंत्र की ऐंठन तथा मांसपेशियों में ऐंठन सहित सभी प्रकार के दर्द के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है.
एलोवेरा
एलोवेरा को कहीं भी बड़ी आसानी से उगाया जा सकता है. इस पौधे को घर पर रखने से आपको मच्छरों से छुटकारा तो मिल ही सकता है साथ ही इसका औषधि के रूप में सेवन तथा सौन्दर्य प्रसाधन के रूप में उपयोग दोनों ही फायदेमंद होते हैं. एलोवेरा एंटीऑक्सिडेंट से भरपूर होता है. जो प्राकृतिक प्रतिरक्षा बूस्टर माना जाता है. अगर आपका इम्यून सिस्टम कमजोर है, तो आप रोजाना एलोवेरा का रस पी सकते हैं .
पुदीना
पुदीना आसानी से सभी पर्यावरणीय परिस्थितियों में छोटे बर्तनों में भी उग जाता है. पुदीने की पत्तियां मांसपेशियों को आराम देने के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है, इसके अलावा मुखवास के रूप में, पेट फूलने या पेट खराब होने पर, बुखार, स्पास्टिक कोलोन और आंतों में समस्या होने पर इसका उपयोग लाभकारी होता है. साथ ही यह बैक्टीरिया को बढ़ने से भी रोकता है,
नीम
नीम ना सिर्फ सेहत बल्कि सौन्दर्य के लिए भी बेहतरीन माना जाता है. अगर आपके पास नीम के पेड़ को उगाने के लिए जगह नहीं है, तो आप इसे गमले में भी उगा सकते हैं और इसे छोटा रख सकते हैं. नीम में उत्कृष्ट एंटीसेप्टिक गुण पाए जाते हैं, जिसका उपयोग बाहरी इस्तेमाल (त्वचा और बाल) के लिए किया जा सकता है.
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