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राज्य में विदेशी वायरस का स्ट्रेन नहीं : महाराष्ट्र सरकार

ब्रिटेन में फैले कोरोनावायरस के नए स्ट्रेन को लेकर महाराष्ट्र में भी विदेशी स्ट्रेन पाए जाने की आशंका जताई जा रही थी। महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने इसका खंडन करते हुए पुष्टि कि है कि राज्य के अकोला, यवतमाल और अमरावती क्षेत्र में किसी भी विदेशी स्ट्रेन पाए जाने का कोई सबूत नहीं है। फिलहाल नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है।

Maharashtra government denied the possibility of foreign strain
महाराष्ट्र सरकार ने विदेशी स्ट्रेन की आशंका का किया खंडन
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Published : Feb 20, 2021, 11:40 AM IST

महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न आशंकाओं और अटकलों पर विराम लगाते हुए शुक्रवार को स्पष्ट किया कि राज्य के अकोला, यवतमाल और अमरावती में कोविड-19 वायरस के किसी भी विदेशी स्ट्रेन पाए जाने का कोई सबूत नहीं है। नए स्ट्रेन की आशंकाओं वाली रिपोर्टस को खारिज करते हुए विभाग ने कहा कि ब्रिटेन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में पाए गए कोरोना के नए स्ट्रेन में अभी कोई बदलाव नहीं हुआ है।

स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया कि सरकार को किसी भी अन्य प्रकार के नए वायरस स्ट्रेन का पता चलने वाली किसी भी प्रकार की संभावना अभी नहीं पाई गई है।

स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि पुणे के बी. जे. मेडिकल कॉलेज में तीन जिलों में से प्रत्येक से चार और पुणे से 12 नमूनों का परीक्षण किया गया, जिसमें कोई जेनेटिक म्यूटेशन नहीं पाया गया।

हालांकि आगे की जांच चल रही है। सरकार ने अकोला, अमरावती और यवतमाल से एनआईवी और एनआईसीएस को जेनेटिक परीक्षणों के लिए और नमूने भेजे हैं, जिनकी रिपोर्ट अगले सप्ताह आने की उम्मीद है।

सरकार ने यह भी कहा है कि राज्य के कुछ हिस्सों, विशेष रूप से उपर्युक्त जिलों में हालिया समय में संक्रमण में काफी उछाल देखा गया है, मगर विदेशी वायरस का स्ट्रेन नहीं है।

स्वास्थ्य विभाग का स्पष्टीकरण ऐसे समय पर आया है, जब हाल ही में दो प्रमुख विशेषज्ञों ने यह संभावना जताई थी कि राज्य के पूर्वी हिस्से के विदर्भ क्षेत्र में अमरावती, यवतमाल और अकोला में एक नए कोरोनावायरस स्ट्रेन पाया गया है।

महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. शशांक जोशी और चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान निदेशक डॉ. टी. पी. लहाने ने यह दावा किया था। यह दोनों ही चिकित्सा क्षेत्र के दिग्गज हैं।

महाराष्ट्र स्वास्थ्य विभाग ने विभिन्न आशंकाओं और अटकलों पर विराम लगाते हुए शुक्रवार को स्पष्ट किया कि राज्य के अकोला, यवतमाल और अमरावती में कोविड-19 वायरस के किसी भी विदेशी स्ट्रेन पाए जाने का कोई सबूत नहीं है। नए स्ट्रेन की आशंकाओं वाली रिपोर्टस को खारिज करते हुए विभाग ने कहा कि ब्रिटेन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका में पाए गए कोरोना के नए स्ट्रेन में अभी कोई बदलाव नहीं हुआ है।

स्वास्थ्य विभाग ने स्पष्ट किया कि सरकार को किसी भी अन्य प्रकार के नए वायरस स्ट्रेन का पता चलने वाली किसी भी प्रकार की संभावना अभी नहीं पाई गई है।

स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि पुणे के बी. जे. मेडिकल कॉलेज में तीन जिलों में से प्रत्येक से चार और पुणे से 12 नमूनों का परीक्षण किया गया, जिसमें कोई जेनेटिक म्यूटेशन नहीं पाया गया।

हालांकि आगे की जांच चल रही है। सरकार ने अकोला, अमरावती और यवतमाल से एनआईवी और एनआईसीएस को जेनेटिक परीक्षणों के लिए और नमूने भेजे हैं, जिनकी रिपोर्ट अगले सप्ताह आने की उम्मीद है।

सरकार ने यह भी कहा है कि राज्य के कुछ हिस्सों, विशेष रूप से उपर्युक्त जिलों में हालिया समय में संक्रमण में काफी उछाल देखा गया है, मगर विदेशी वायरस का स्ट्रेन नहीं है।

स्वास्थ्य विभाग का स्पष्टीकरण ऐसे समय पर आया है, जब हाल ही में दो प्रमुख विशेषज्ञों ने यह संभावना जताई थी कि राज्य के पूर्वी हिस्से के विदर्भ क्षेत्र में अमरावती, यवतमाल और अकोला में एक नए कोरोनावायरस स्ट्रेन पाया गया है।

महाराष्ट्र कोविड टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. शशांक जोशी और चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान निदेशक डॉ. टी. पी. लहाने ने यह दावा किया था। यह दोनों ही चिकित्सा क्षेत्र के दिग्गज हैं।

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