भारत दुनिया में सबसे तेजी से 10 लाख टीकाकरण के आंकड़े को छूने वाला देश बन गया है. सरकार ने गुरुवार को यह जानकारी दी. केंद्र सरकार ने 11 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की टीकाकरण में दिखाई गई तेजी को लेकर सराहना भी की है.
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने जानकारी देते हुए कहा कि हेल्थकेयर वर्कर्स सहित 25 लाख से अधिक लोगों को पिछले 13 दिनों में टीका लगाया गया है. उन्होंने कहा कि भारत कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण को लेकर शुरुआत के केवल छह दिनों में ही दस लाख का आंकड़ा पार कर गया था, जो कि रफ्तार के मामले में सभी देशों में सबसे तेज है.
उन्होंने बताया कि अमेरिका ने 10 दिनों में, स्पेन ने 12 दिनों में, इजरायल ने 14 दिनों में, ब्रिटेन ने 18 दिनों में, इटली ने 19 दिनों में, जर्मनी ने 20 दिनों में और यूएई ने 27 दिनों में 10 लाख लोगों का टीकाकरण किया है.
भूषण ने कहा कि 11 राज्यों ने स्वास्थ्यकर्मियों के टीकाकरण कवरेज में बेहतर प्रदर्शन किया है और लक्षित लाभार्थियों में से 30 प्रतिशत से अधिक को कवर किया है.
इसमें लक्षद्वीप भी शामिल है, जिसमें 83.4 प्रतिशत लक्षित लाभार्थी (वैक्सीन के लिए टारगेट किए लोग) शामिल हैं. इसके बाद ओडिशा (50.7 प्रतिशत), हरियाणा (50 प्रतिशत) और अंडमान और निकोबार (48.3 प्रतिशत) शामिल हैं. स्वास्थ्य सचिव ने कहा, 'यह एक सराहनीय उपलब्धि है.'
इसके अलावा मंत्रालय ने छह राज्यों को टीकाकरण अभियान में तेजी लाने की नसीहत भी दी है. यह वे राज्य हैं जहां टीकाकरण अभियान में सुधार और तेजी लाने की आवश्यकता है. इसमें झारखंड और दिल्ली भी शामिल है. झारखंड ने जहां अभी तक लक्ष्य का केवल 14.7 प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित किया है, वहीं दिल्ली में भी महज 15.7 प्रतिशत लक्ष्य ही हासिल हो सका है.
राष्ट्रव्यापी टीकाकरण अभियान 16 जनवरी को शुरू हुआ था. टीकाकरण अभियान में भारत में निर्मित कोवैक्सीन और कोविशील्ड वैक्सीन दी जा रही है. शुरुआत में सरकार का लक्ष्य एक करोड़ स्वास्थ्य कर्मियों और दो करोड़ फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण करना है.