वॉटर एरोबिक्स न सिर्फ वजन कम करने के लिए बल्कि शरीर को लचीला बनाने तथा शरीर की मांसपेशियों व हड्डियों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए आदर्श माना जाता है. पिछले कुछ सालों में न सिर्फ महिलाओं बल्कि पुरुषों में भी इस प्रकार के व्यायामों को लेकर रुझान काफी बढ़ा है, जिसका कारण है इससे मिलने वाले अनगिनत फायदे. वॉटर एरोबिक्स, व्यायाम का एक मजेदार प्रकार है जिसे किसी भी उम्र में किया जा सकता है. यहाँ तक की सामान्य परिस्थितियों में गर्भवती महिलाओं के लिए भी इसे अच्छी गतिविधि या व्यायाम माना जाता है.
क्या है वॉटर एरोबिक्स और उसके फायदे
वॉटर एरोबिक्स यानी कमर तक की गहराई वाले पानी में एरोबिक्स का अभ्यास या व्यायाम. इस प्रकार के व्यायाम में एरोबिक्स की मुद्राओं के अभ्यास के अलावा सामान्य व्यायाम, ज़ुम्बा, योग का अभ्यास तथा वॉकिंग भी की जा सकती है. संगीत को शामिल करने से इस प्रकार के अभ्यास का आनंद और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी उसके फायदे ज्यादा बढ़ जाते हैं. यह प्रतिरोध प्रशिक्षण का एक उत्कृष्ट तरीका माना जाता है. विशेषतौर पर तैराक तथा अन्य विधाओं के एथलीट भी अपने प्रदर्शन तथा शारीरिक क्षमता को बेहतर बनाने के लिए इस तरह के प्रशिक्षण को अपनाना पसंद करते हैं.
इंदौर की स्पोर्टस कोच (स्विमिंग व बास्केट बॉल) तथा फिटनेस एक्सपर्ट राखी सिंह का कहना है कि वॉटर एरोबिक्स की शुरुआत हमेशा कुशल प्रशिक्षक के नेतृत्व में ही करनी चाहिए. इसके अलावा किसी प्रकार के हड्डीरोग या अन्य समस्याओं से जूझ रहे या उबर चुके लोगों तथा गर्भवती महिलाओं को इस प्रकार के व्यायाम की शुरुआत से पहले एक बार अपने चिकित्सक से सलाह लेनी चाहिए तथा प्रशिक्षक को भी अपनी अवस्था के बारें में जानकारी दे देनी चाहिए.
वॉटर एरोबिक्स के फायदे
राखी सिंह बताती हैं कि पानी में एरोबिक्स या अन्य व्यायाम करने से मांसपेशियों की सेहत में सुधार तथा ह्रदय संबंधी तथा अन्य कई प्रकार की शारीरिक समस्यायों में राहत तो मिलती ही है, साथ ही वजन कम होता है, शरीर में लचीलापन बढ़ता है तथा तनाव व अवसाद में भी राहत मिलती है. वॉटर एरोबिक्स से हमारे शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य को काफी फायदे मिलते हैं जिनमें से कुछ इस प्रकार हैं:
- वॉटर एरोबिक्स से वजन तथा कैलोरी कम करने में मदद मिलती है. विशेषतौर पर ठंडे पानी में तैराकी या व्यायाम करने से हमारा शरीर खुद को गर्म रखने के लिए अधिक कैलोरी बर्न करता है और शरीर में जितनी अधिक कैलोरी की खपत होती हैं उतना ही वजन भी कम होता है.
- पानी में व्यायाम, मांसपेशियों के स्वास्थ्य को बनाये रखने के साथ ही उन्हे कसने यानी टोन करने में तथा उनकी ताकत बढ़ाने में भी मदद करता है. इसके अलावा पानी के दबाव से मांसपेशियों को मालिश जैसा आराम भी मिलता है, जिससे उनमें दर्द जैसी समस्याओं में भी राहत मिलती है तथा उनका लचीलापन बढ़ता है.
- पानी में व्यायाम करने से मांसपेशियों के अलावा जोड़ों का तनाव भी कम होता है. दरअसल पानी में व्यायाम करने के दौरान शरीर पर उसके वजन के चलते पड़ने वाला दबाव कम हो जाता है और शरीर के भार के चलते हड्डियों विशेषकर जोड़ों पर पड़ने वाला तनाव ज्यादा महसूस नही होता है. जिसके कारण जमीन पर किए गए व्यायाम के मुकाबले पानी में व्यायाम करने से जोड़ों को नुकसान पहुँचने की आशंका भी काफी कम हो जाती है.
- वॉटर एरोबिक्स के अभ्यास से ह्रदय का स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है. पानी में व्यायाम करने पर शरीर में रक्त परिसंचरण बेहतर तरीके से होता है. जिससे रक्तचाप को नियंत्रित रखने में भी मदद मिलती है.
- पानी में व्यायाम करने से नींद में भी सुधार होता है. साथ ही इस प्रकार के व्यायाम तनाव तथा अवसाद सहित अन्य मानसिक अवस्थाओं के निस्तारण में भी लाभ देते हैं, साथ ही मानसिक शांति भी प्रदान करने हैं.