आमतौर पर माना जाता हैं कि एरोबिक्स महिलाओं में ज्यादा प्रचलित होता है लेकिन पुरुषों के लिए भी यह काफी फायदेमंद होता है. मैसूर की योग तथा एरोबिक्स प्रशिक्षक मीनू वर्मा बताती हैं कि महिला हों या पुरुष , संगीत की धुन पर नृत्य के अंदाज में यह व्यायाम सेहत को ढेर सारे लाभ पहुंचाने के साथ उन्हे मुस्कुराते हुए व्यायाम करने का मौका देता हैं. वे बताती हैं कि पहले की अपेक्षा अब पुरुषों में भी एरोबिक्स का प्रचलन काफी बढ़ा है.
एरोबिक्स के प्रकार
मीनू वर्मा बताती हैं की एरोबिक्स में अलग अलग प्रकार की गतिविधियाँ होती हैं जो शरीर के अलग अलग अंगों को फायदा पहुंचाते हैं. ये गतिविधियां या प्रकार इस प्रकार है.
- पारंपरिक एरोबिक्स : इस प्रकार में संगीत पर हाथ तथा पांव की कुछ निश्चित गतिविधियाँ होती है . तीव्र गति वाले संगीत पर हाथों और पैरों का तेज गति से आगे से पीछे की ओर तथा पीछे से आगे की ओर बढ़ते हुए व्यायाम किया जाता है. इन्हे दो श्रेणियों में बांटा जाता है ,हाई इम्पैक्ट मूव्स तथा लो इम्पैक्ट मूव्स . इनमें हाई इम्पैक्ट मूव में तीव्र गति में व्यायाम के दौरान दोनों पैर एक साथ जमीन से अपना संपर्क छोड़ते हैं (कूदने जैसी स्तिथि) वहीं लो इम्पैक्ट मूव में एक पैर जमीन के संपर्क में रहता है.
- डांस एरोबिक्स : इस प्रकार के एरोबिक्स में कई तरह की नृत्य शैलियों का अनुसरण किया किया जाता है, जैसे सालसा, जैज, हिप हॉप और जुंबा आदि . डांस एरोबिक्स कैलोरी बर्न करने के लिए आदर्श माने जाते हैं.
- स्टेप एरोबिक्स : स्टेप एरोबिक्स कार्डियो व्यायामों में से एक है. इससे पैरों, कूल्हों तथा कमर के आसपास के फैट को कम करने में मदद मिलती है.
- कार्डियो किक बॉक्सिंग : इसमें हाई इंटेन्सिटी वाले कार्डियो व्यायाम जैसे बॉक्सिंग, किक बॉक्सिंग, मार्शल आर्ट का भी पारंपरिक एरोबिक्स के साथ ही अभ्यास जाता है. इससे कैलोरी बर्न होने के साथ ही शरीर में विशेषतौर पर शरीर के ऊपरी भाग की मांसपेशियों में रक्त का संचार बेहतर होता है।
- एक्वा एरोबिक्स : इस प्रकार का व्यायाम विशेषकर खिलाड़ियों के अभ्यास रूटीन में शामिल होता है. विशेष तौर पर तैरने का शौक रखने वाले लोगों के लिए एक्वा एरोबिक्स सबसे अच्छा विकल्प है.
- जॉगिंग तथा रोप स्किपिंग: इन दोनों ही प्रकार के व्यायामों को दो तरह किया जाता है जैसे इन्हे आप एक स्थान पर जगह खड़े होकर तथा एक से दूसरी जगह जाते हुए भी कर सकते हैं.
एरोबिक्स के फायदे
फिजियोंथेरेपिस्ट डॉ विपुला वसिष्ठ बताती हैं कि एरोबिक्स वजन घटाने में मदद करने के साथ ही हमारे इम्यून सिस्टम को भी मजबूत रखने में फायदेमंद हो सकता है. एरोबिक एक्सरसाइज में कई ऐसे व्यायाम शामिल हैं जो शरीर की सभी मांसपेशियों को चुस्त और दुरुस्त रखते हैं. इसलिए उन्हे अक्सर कार्डियो की श्रेणी में रखा जाता है. एरोबिक्स के कुछ फायदे इस प्रकार है.
- अवसाद या अन्य मानसिक समस्याओं से बचाव में एरोबिक्स काफी कारगर है.
- अनिद्रा की समस्या में भी फायदेमंद हैं.
- इसके नियमित अभ्यास से शरीर में एचडीएल कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है और एलडीएल कोलेस्ट्रॉल कम हो जाता है. साथ ही इम्यूनिटी भी बढ़ती है.
- नियमित व्यायाम रक्तचाप को नियंत्रित करने में योगदान देता है.
- नियमित व्यायाम शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं .
- एरोबिक व्यायाम आपके शरीर में हृदय को रक्त पंप करने में मदद करते हैं और आपके दिल के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं. साथ ही यह खराब कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप, अस्वास्थ्यकर वजन तथा कई अन्य प्रकार की समस्याओं को नियंत्रित रखने में मदद करता हैं.
सावधानियाँ बरतें
एरोबिक्स प्रशिक्षक मीनू वर्मा बताती हैं कि एरोबिक्स सीखने या करने की शुरुआत हमेशा किसी प्रशिक्षित प्रशिक्षक के निर्देशन में ही करनी चाहिए. इसके अतिरिक्त व्यक्ति को अपनी शारीरिक समस्याओं जैसे श्वसन संबंधी समस्या , हृदय रोग, रक्तचाप या अन्य स्थाई बीमारियों के बारें में पहले ही प्रशिक्षक को सूचित कर देना चाहिए. ताकि वह उसी के मुताबिक आपका वर्कआउट प्लान कर सके.
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