क्रैनबेरी फल का सेवन याददाश्त को बेहतर बनाने में काफी मदद कर सकता है. हाल ही में हुए एक शोध में सामने आया है कि सिर्फ याददाश्त बेहतर करने में ही नहीं बल्कि क्रैनबेरी के सेवन से लिपोप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल यानी एलडीएल का स्तर भी कम होता है. फ्रंटियर्स इन न्यूट्रिशन में प्रकाशित हुए इस अध्ययन में 50 से 80 वर्ष की आयु के वयस्कों पर शोध किया गया था. शोध के अंत में प्रतिदिन निर्धारित मात्रा में क्रैनबेरी का सेवन करने पर प्रतिभागियों से याददाश्त में सुधार देखा गया था. शोध में अध्ययन के लिए, शोधकर्ताओं ने 142 पुरुषों और महिलाओं को विषय बनाया था.
शोध में अपनाए गए मानक
इस शोध में ऐसे लोगों को शामिल नहीं किया गया था, जिन्हें पहले से किसी प्रकार की याददाश्त संबंधी समस्या थी या जो किसी विशेष स्वास्थ्य समस्या के चलते किसी प्रकार का मेडिकेशन ले रहे थे. शोध में सबसे पहले प्रतिभागियों की शारीरिक व मानसिक स्थिति को जांचने के लिए प्रतिभागियों के रक्त और मूत्र के नमूने लिए गए थे तथा उनका सम्पूर्ण शारीरिक परीक्षण व मानसिक स्वास्थ्य की जांच के लिए उनका संज्ञानात्मक स्क्रीनिंग परीक्षण भी किया गया था.
इसके अलावा जांच में इस बात की भी जानकारी ली गई थी कि क्या प्रतिभागी पहले से फ्लेवोनोइड युक्त भोजन का सेवन कर रहे हैं या नहीं. दरअसल 'फ्लेवोनोइड' पौधों के यौगिकों का एक समूह है जो सब्जियों, फलों और रेड वाइन आदि में पाया जाता है, तथा स्वास्थ्य को कई तरह से लाभ पहुंचाता है.
तमाम परीक्षणों के बाद चयनित प्रतिभागियों का दोबारा प्री इंटरवेंशन बेसलाइन प्रक्रिया के परीक्षण किया गया, साथ ही उनकी संज्ञानात्मक क्षमताओं को मापने के लिए दोबारा परीक्षण किए गए. इस बार उनका एमआरआई स्कैन भी कराया गया.
कैसे हुआ परीक्षण
इन सभी प्रक्रियाओं के बाद चयनित प्रतिभागियों को 12 हफ्तों तक दो पाउच फ्रीज (सूखे) क्रैनबेरी का पाउडर तथा प्लेसीबो पाउडर दिया गया. जिसमें उन्हें एक-एक पाउच सुबह तथा शाम को लेना था. क्रैनबेरी पाउडर की यह कुल खुराक मोटे तौर पर एक कप ताजा क्रैनबेरी के बराबर थी. परीक्षण के पूरा होने के बाद शोधकर्ताओं ने फिर से प्रतिभागियों के रक्त और मूत्र के नमूने की जांच की. तथा उनके शारीरिक स्वास्थ्य की जांच के लिए अन्य परीक्षण भी किए. वहीं उनके मानसिक स्वास्थ्य की जांच के लिए फिर से संज्ञानात्मक स्क्रीनिंग परीक्षणों की एक श्रंखला पूरी की गई और उनका एमआरआई भी किया गया.
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शोध के नतीजों के बारे में जानकारी देते हुए युनिवर्सिटी ऑफ ईस्ट एंग्लिया, यूनाइटेड किंगडम में मोलिक्युलर न्यूट्रिशियन में वरिष्ठ शोधकर्ता डॉ डेविड वौज़ौर ने बताया कि अध्ययन में सामने आया है कि फ्लेवोनोइड्स के उच्च आहार के सेवन से संज्ञानात्मक गिरावट की गति धीमी होती है और मनोभ्रंश का जोखिम कम होता है. वह बताते हैं कि क्रैनबेरी में दो प्रकार के फ्लेवोनोइड्स, एंथोसायनिन और प्रोएंथोसायनिडिन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं, जो सेहत के लिए काफी लाभकारी होते है.
उन्होंने बताया गया कि अध्ययन के दौरान विभिन्न परीक्षणों में पाया गया कि क्रैनबेरी अर्क का सेवन करने वाले प्रतिभागियों की विजुअल एपिसोडिक मेमोरी प्रदर्शन में सुधार हुआ था. हालांकि उनकी मौखिक एपिसोडिक मेमोरी, कामकाजी स्मृति (थोड़ी देर के लिए जानकारी को दिमाग में रखने की क्षमता) या कार्यकारी कामकाज (लक्ष्य-निर्देशित व्यवहार के लिए आवश्यक जटिल मानसिक प्रक्रियाओं) में बदलाव नहीं देखा गया था. वहीं क्रैनबेरी की खुराक लेने वाले प्रतिभागियों के एलडीएल कोलेस्ट्रॉल में उल्लेखनीय कमी देखी गई थी.