आज के दौर में सिर्फ हमारा खान पान ही नहीं बल्कि हमारी जीवनशैली भी हमारे शरीर को रोगी बनाने लगी है। विज्ञापनों, सर्चइंजन, टीवी, इंटरनेट और सोशल मीडिया ने स्वास्थ्य, सेहत और जीवनशैली से जुड़ी लगभग सभी जानकारियों का लोगों तक पहुंचना बहुत ही सरल बना दिया है। लेकिन इन जानकारियों के सही पहलुओं का सही तरह से और जरूरत अनुसार लाभ उठाने की बजाय लोग भेड़चाल, जिसे आजकल ट्रेंड का नाम भी दिया जाता है, में फंस कर अपने स्वास्थ को नुकसान पहुँचाने वाली गलत आदतें अपना लेते हैं।
आज हम आपके साथ कुछ आदतों के बारें में जानकारी साँझा कर रहे हैं जो आपकी जीवनशैली तथा स्वास्थ्य दोनों के लिए बेहतर हो सकती हैं।
चाय/कॉफी नहीं, जूस से करें दिन की शुरुआत
आमतौर पर लोग अपने दिन की शुरुआत कॉफी या चाय से करते हैं, लेकिन चिकित्सक और जानकार सभी के मुताबिक, यदि कॉफी या चाय के स्थान पर सुबह की शुरुआत ताजे फलों या सब्जियों के जूस से की जाय तो पूरे दिन शरीर में ज्यादा ऊर्जा रहेगी, भरपूर पोषण मिलेगा और आपकी इम्युनिटी भी बढ़ेगी। साथ ही एसिडिटी सहित कई अन्य समस्याओं से भी राहत मिलेगी।
सिर्फ जरूरी मात्रा में पिएं पानी
आमतौर पर हम देखते और पढ़ते हैं की ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। शरीर में पानी की सही आपूर्ति बहुत जरूरी है और पानी की कमी कई रोगों का कारण बन सकती है। लेकिन जानकार बताते हैं जरूरत से ज्यादा पानी पीना सेहत को बिगाड़ भी सकता है। रोजाना पर्याप्त पानी पीने से आप पेट के साथ-साथ पूरे शरीर को स्वस्थ रख सकते हैं, लेकिन अगर आप जरूरत से बहुत ज्यादा पानी पीते हैं तो कई बीमारियों के शिकार हो सकते हैं।
सादा और ताजा भोजन खाएं और समय पर खाएं
हमारे बड़े-बुजुर्गों और चिकित्सक, सभी इसी बात पर जोर देते हैं की सादा और ताजा भोजन खाने से सेहत ठीक रहती है। न सिर्फ अच्छी सेहत बल्कि अच्छे विचारों और अच्छी सोच के लिए भी भोजन संबंधी नियम और अनुशासन का पालन बहुत जरूरी होता है। कुछ भोजन संबंधी नियम हैं:
- नाश्ता, दिन का भोजन और रात का भोजन सही समय पर करें।
- भोजन हमेशा ताजा और सुपाच्य खाएं।
- खाने में दाल, फल और सब्ज़ियाँ जरूरी मात्रा और सही अनुपात में शामिल हों।
नींद में अनुशासन जरूरी
सुबह देर से उठना, दोपहर में ज्यादा देर तक सोना और रात को देर से सोना हमारी सेहत को बहुत नुकसान पहुँचा सकता है। यदि हम ऐसा करते हैं तो कई बीमारियों को बुलावा देने का काम करते हैं।
सुबह जल्दी उठना हमारे शरीर को ऊर्जा देता है और आलस को दूर रखता है। वहीं दोपहर के खाने के बाद कुछ देर नैप (छोटी सी नींद) थकान मिटाने में मददगार हो सकती है, लेकिन दोपहर में लंबी नींद लेना सेहत के लिए हानिकारक है।
रात में देर तक जागने से भी हमारे शरीर के सभी तंत्रों के कार्यों पर असर पड़ता है जिसका परिणाम कई बीमारियों के रूप में सामने आ सकता है।
जरूरत अनुसार ही हो व्यायाम
आजकल बहुत से लोग फिटनेस और हेल्थ के नाम पर घंटों जिम में पसीना बहाते हैं। शरीर के लिए कसरत और व्यायाम बेहद जरूरी है लेकिन साथ ही जरूरी हैं, लेकिन उनका सही मात्रा और सही तरीके से किया जाना जरूरी है। ऐसा नहीं है कि दिन में दो या तीन घंटे जिम में एक्सरसाइज करने वाला शख्स स्वस्थ हो या फिर जिन लोगों की एब्स हो वो ही स्वस्थ है। हमारा शरीर एक मशीन है, जिसपर अगर जरूरत से ज्यादा लोड पड़ेगा तो खराबी आना भी तय है।
नियम से चलने वाले, स्ट्रेचिंग और योग करने वाले व्यक्ति अपेक्षाकृत ज्यादा स्वस्थ माने जाते हैं। वैसे भी हर प्रकार का व्यायाम हर व्यक्ति के लिए करना संभव नहीं होता है। इसलिए हमेशा अपने शरीर की जरूरत के अनुसार ही किसी भी प्रकार का व्यायाम करना चाहिए।
अपनी जीवनशैली में अच्छा और संतुलित खान-पान, बेहतर गुणवत्ता वाली नींद के साथ ही सही और जरूरी मात्रा में व्यायाम को शामिल कर आप अपनी जीवनशैली को मूल स्वरूप में स्वस्थ बना सकते हैं और स्वस्थ शरीर, सकारात्मक सोच, मानसिक समस्याओं से मुक्ति के साथ ही खुशहाल जीवन भी प्राप्त कर सकते हैं।