दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में डॉक्टरों ने 12 साल की एक लड़की के पेट से 5 किलो वजन वाले दो बड़े ट्यूमर को निकालकर उसे नई जिंदगी दी है। 5 किलो वजनी ये ट्यूमर दो फुटबाल के बराबर हैं, जो कि लड़की पिछले कई सालों से इस दर्द को सहन कर रही थी। लड़की का नाम उजागर नहीं किया जा सका है। उसने पेट में गड़बड़ी की शिकायतों के साथ अस्पताल का दौरा किया, जो हल्के दर्द से जुड़ा था। पेट की सूजन 4-5 साल पहले शुरू हुई थी और धीरे-धीरे बढ़ती चली गई।
यह पिछले वर्ष से पेट का आकार तेजी से बढ़ने लगा और लड़की को असुविधा होने लगी और उसे सांस लेने में दर्द और कठिनाई हो रही थी।
कोविड-19 बीमारी के डर के कारण लड़की के परिवार ने किसी भी अस्पताल का रुख नहीं किया।
मार्च में परिवार ने सर गंगा राम अस्पताल का दौरा किया और सर्जरी से एक सप्ताह पहले जनरल और लेप्रोस्कोपिक सर्जरी विभाग के डॉ. तरुण मित्तल से मुलाकात की।
मित्तल ने कहा, 'उस समय उसके पेट को काफी टेढ़ा-मेढ़ा और क्लिनिकल एग्जामिनेशन के दौरान पेट को बहुत भरा हुआ पाया गया। हम आश्चर्यचकित थे कि बहुत अधिक शिकायतों के बिना सूजन इतने बड़े आकार तक पहुंच गई है। अर्जेंट सी.टी. स्कैन से पता चला कि मरीज के पूरे पेट में काफी बड़ा ट्यूमर है।'
उन्होंने कहा, माता-पिता और लड़की से परामर्श के बाद सर्जरी की योजना बनाई गई। पूरी सावधानी के साथ 25 मार्च को ऑपेरशन किया गया। सर्जरी के दौरान यह पुष्टि हो गई कि एक बड़ा ट्यूमर पूरे पेट में फैल गया था और बड़ी रक्त की नसों और आंत सहित शरीर के महत्वपूर्ण अंगों के साथ जुड़ा हुआ था।
डॉक्टर ने कहा, तीन घंटे तक चली एक सफल सर्जरी के बाद ट्यूमर को निकाल लिया गया।
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लड़की की वर्तमान स्थिति के बारे में पूछे जाने पर डॉक्टर ने आईएएनएस को बताया, यह अच्छी सर्जरी नहीं थी, लेकिन अब वह पूरी तरह से ठीक है और एक स्वस्थ व्यक्ति की तरह अपने सभी काम कर पा रही है।
सर्जरी टीम का नेतृत्व डॉ. आशीष डे और डॉ. अनमोल आहूजा के साथ तरुण मित्तल ने किया और एनेस्थेटिस्ट टीम में डॉ. जयश्री सूद और डॉ. अजय सिरोही शामिल थे।
(आईएएनएस)