हमारी नाभि देखने में भले ही एक छोटा सा छिद्र दिखती हो, लेकिन यह हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग होती है। विशेषतौर पर महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान उनके भ्रूण को पोषण , रक्त की आपूर्ति तथा ऑक्सीजन नाभि से ही पहुंचता है क्योंकि वह नाभि से ही जुड़ा होता है । यही नही बच्चे या फिर बड़े , यदि अपनी नाभि की सफाई रखते हैं या फिर नियमित रूप से नाभि में तेल डालते हैं तो उनके सौन्दर्य सहित सम्पूर्ण स्वास्थ्य पर काफी सकारात्मक असर पड़ता है। आई.आर.ई.एम.आई.ए की संस्थापक तथा इस विषय की विशेषज्ञ प्रीति चड्ढा बताती है कि हमारे वेदों पुराणों तथा आयुर्वेद में इस बात का उल्लेख मिलता है कि शरीर पर तेल की मालिश कई शारीरिक व मानसिक समस्याओं को दूर करने में सक्षम होती है। विशेषतौर पर नाभि में नियमित तौर पर तेल की कुछ बुँदे डालने से हमारी तंत्रिकाओं, दृष्टि तथा त्वचा सहित सम्पूर्ण शारीरिक स्वास्थ्य को काफी फायदा मिलता है।
पढ़ें : इंसान क्या सचमुच 150 बरस जी सकता है? जानें क्या कहती है स्टडी
नाभि में तेल, कैसे पहुंचाता है शरीर को फायदा
आमतौर पर लोग बच्चों में मालिश के दौरान उनकी नाभि में तेल डालते हैं, जानकार मानते हैं की ऐसा करने से ना सिर्फ शरीर के संतुलन, विभिन्न प्रकार की शारीरिक समस्याओं बल्कि हमारी तंत्रिकाओं के कार्यों में भी फायदा मिलता है। दरअसल हमारी नाभि से बड़ी संख्या में हमारी तांत्रिकाए जुड़ी रहती है, ऐसे में नाभि में तेल डालने से उन्हे पोषण मिलता है तथा वह शरीर के जिन- जिन अंदरूनी अंगों से सम्बद्ध होती है, उनका स्वास्थ्य तथा कार्य क्षमताएं भी बेहतर होती है। यह प्रक्रिया बच्चों और बड़ों के शरीर में एक जैसी होती है, इसलिए बच्चे हो या बड़े सम्पूर्ण शरीर की तेल से मालिश , विशेषकर नाभि में तेल डालना सभी के लिए फायदे मंद होता है।
नाभी में किस प्रकार का तेल डालने से होंगे फायदे
प्रीति बताती हैं की आमतौर पर लोग शरीर की मालिश के लिए सरसों के तेल, देसी घी या नारियल के तेल का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन यदि मालिश के लिए विशेषकर नाभि में डालने के लिए लोग आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर तेलों का उपयोग करें तो शरीर को ज्यादा फायदा मिलेगा। मालिश के लिए यदि ऐसे तेल का इस्तेमाल किया जाए जिसमें नीम, टी-ट्री, लेमन ग्रास, ग्रेपसीड तथा बदाम के तेल का सत हो, तो वह शरीर को अपेक्षाकृत ज्यादा फायदा पहुंचाता है।
प्रीति बताती है की नाभि में तेल की कुछ बुँदे नियमित तौर पर डालने तथा उसके आसपास मालिश करने से शरीर के हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने में मदद करती है। यह प्रक्रिया त्वचा को रेडिकल क्षति से मुक्त कर उसे स्वस्थ और चमकदार बनाती है।
क्या है नाभि में तेल डालने की प्रक्रिया और फायदें
इस प्रक्रिया के तहत तेल की कुछ बूंदों को नाभि में डाला जाता है, जिसके उपरांत नाभि के आस पास 5 से 10 मिनट तक गोलाई में मालिश की जाती है। प्रीति चड्ढा बताती हैं की इस प्रक्रिया के ज्यादा बेहतर प्रभाव के लिए इसे प्रतिदिन सोने से पहले या नहाने के बाद किया जाना चाहिए। नाभि में तेल डालने के बहुत से फायदे हैं जो इस प्रकार हैं।
- यदि इस प्रक्रिया को रात को सोने से पहले किया जाता है तो अगले दिन सो कर उठने के उपरांत व्यक्ति ज्यादा शांति और स्फूर्ति महसूस करता है।
- महिलाओं में माहवारी के दौरान होने वाले दर्द में यदि नाभि में नारियल के तेल की कुछ बूंदे डाली जाए तो यह पेट के दर्द को कम करने में काफी मदद करती हैं।
- नाभि की नियमित सफाई करने से शरीर में उत्पन्न बैक्टीरिया तथा गंदगी से भी काफी हद तक छुटकारा पाया जा सकता है।
- जानकार मानते हैं की नाभि पर तेल डालने या तेल से उसके आसपास मालिश करने से शरीर में शरीर में रक्त का प्रवाह बेहतर होता हैं और रक्त की शुद्धि भी होती है।
- नाभि में तेल डालने से त्वचा से पोल्यूटेंट बाहर निकलते हैं तथा ब्लैमिशेज की समस्या दूर होती है।
- नाभि में विशेषकर नारियल का तेल डालने से हमारे होठों का रंग हल्का होता है तथा यह होठों को फटने से भी बचाता है।
- यह प्रक्रिया हमारी आंखों के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होती है । यदि कोई व्यक्ति कमजोर दृष्टि का शिकार है तो वह जड़ी बूटियां मिलाकर पकाए गए सरसों के तेल को ठंडा करके उसकी कुछ बूंदे अपनी नाभि में डाल सकते हैं । ऐसा करने से उनकी आंखों की दृष्टि बेहतर होती है। कोरोना के चलते वर्तमान समय में बच्चे तथा बड़े ऑनलाइन स्टडीज तथा वर्क फर्म होम के चलते लंबे समय तक कंप्यूटर के आगे बैठने के लिए मजबूर हैं , ऐसे में उनकी आँखों में तनाव या अन्य प्रकार की समस्याएं भी देखने में आ रही है। नाभि में तेल डालने से आंखों को राहत मिलती है और विभिन्न प्रकार की आंखों से संबंधित समस्याओं से छुटकारा मिलता है।
आईएएनएस