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खुशखबरी: PM Modi के संसदीय क्षेत्र को बड़ी सौगात, 1st नेचुरोपैथी सेंटर खोलेगा आयुष डिपार्टमेंट - up CM Yogi

आयुष राज्यमंत्री दया शंकर मिश्रा ने कहा कि उनके विभाग Ayush Department ने वाराणसी, अमेठी, कानपुर देहात, कानपुर नगर सहित विभिन्न जिलों में 50 बिस्तरों वाले नौ अस्पताल शुरू किए हैं. Minister Daya Shankar ने कहा कि चौबेपुर में प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र Naturopathy Center Chaubepur के लिए जमीन की पहचान कर ली गई है.

ayush department establishing 1st ayush wellness naturopathy center varanasi says minister daya shankar
आयुष वेलनेस सेंटर वाराणसी नेचुरोपैथी सेंटर
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Published : Aug 11, 2022, 5:31 PM IST

Updated : Aug 12, 2022, 1:55 PM IST

लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार की वाराणसी में अपना पहला प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र (1st naturopathy center Varanasi) खोलने की योजना है. इस आशय का प्रस्ताव राज्य आयुष विभाग (Ayush Department) द्वारा तैयार किया गया है और मसौदा केंद्र को मंजूरी के लिए भेजा गया है. आयुष राज्यमंत्री दया शंकर मिश्रा दयालु (Minister Daya Shankar Mishra Dayalu) ने संवाददाताओं से कहा कि चौबेपुर प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र (Naturopathy Center Chaubepur) के लिए जमीन की पहचान कर ली गई है.

राज्य सरकार (Uttar Pradesh government) ने राज्य में 12,500 आयुष वेलनेस सेंटर (AYUSH wellness center) खोलने का लक्ष्य रखा है और 2025 तक 1,600 खोलने की तैयारी है. इसमें से 500 केंद्र पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं. मंत्री ने (Minister of State for AYUSH Daya Shankar) कहा कि उनके विभाग ने वाराणसी, अमेठी, कानपुर देहात, कानपुर नगर सहित विभिन्न जिलों में 50 बिस्तरों वाले नौ अस्पताल शुरू किए हैं. ये एकीकृत अस्पताल (integrated hospitals in UP) हैं, जहां आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी (Ayurveda, Homeopathy and Unani ) के तरीकों से इलाज किया जाएगा.

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आयुष राज्यमंत्री (Daya Shankar Mishra) ने कहा कि सरकार (UP Government) चाहती है कि लोग आयुष अस्पताल (AYUSH center) खोलने में मदद के लिए आगे आएं और जिनके पास एक एकड़ या उससे कम जमीन है. वे इसे अस्पताल बनाने के लिए दान करें. मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ऐसे अस्पताल भूस्वामियों के माता-पिता या दादा-दादी के नाम से खोलेगी. इसके लिए राज्य के विभिन्न जिलों से करीब दो दर्जन भूमि प्रस्ताव पहले ही प्राप्त हो चुके हैं, जिन पर आयुष अस्पताल खोलने पर विचार किया जा रहा है.

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मंत्री दया शंकर मिश्रा दयालु (Minister Daya Shankar Mishra Dayalu) ने कहा कि इस पहल से अस्पतालों के लिए जमीन उपलब्ध होगी और जमीन देने वालों के पूर्वजों के नाम भी अमर हो जाएंगे. मंत्री ने यह भी कहा कि महामारी के दौरान लोग आयुर्वेद के महत्व को समझ चुके हैं और अब लोग जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए इसकी शरण में जा रहे हैं.

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लखनऊ : उत्तर प्रदेश सरकार की वाराणसी में अपना पहला प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र (1st naturopathy center Varanasi) खोलने की योजना है. इस आशय का प्रस्ताव राज्य आयुष विभाग (Ayush Department) द्वारा तैयार किया गया है और मसौदा केंद्र को मंजूरी के लिए भेजा गया है. आयुष राज्यमंत्री दया शंकर मिश्रा दयालु (Minister Daya Shankar Mishra Dayalu) ने संवाददाताओं से कहा कि चौबेपुर प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र (Naturopathy Center Chaubepur) के लिए जमीन की पहचान कर ली गई है.

राज्य सरकार (Uttar Pradesh government) ने राज्य में 12,500 आयुष वेलनेस सेंटर (AYUSH wellness center) खोलने का लक्ष्य रखा है और 2025 तक 1,600 खोलने की तैयारी है. इसमें से 500 केंद्र पहले ही स्थापित किए जा चुके हैं. मंत्री ने (Minister of State for AYUSH Daya Shankar) कहा कि उनके विभाग ने वाराणसी, अमेठी, कानपुर देहात, कानपुर नगर सहित विभिन्न जिलों में 50 बिस्तरों वाले नौ अस्पताल शुरू किए हैं. ये एकीकृत अस्पताल (integrated hospitals in UP) हैं, जहां आयुर्वेद, होम्योपैथी और यूनानी (Ayurveda, Homeopathy and Unani ) के तरीकों से इलाज किया जाएगा.

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आयुष राज्यमंत्री (Daya Shankar Mishra) ने कहा कि सरकार (UP Government) चाहती है कि लोग आयुष अस्पताल (AYUSH center) खोलने में मदद के लिए आगे आएं और जिनके पास एक एकड़ या उससे कम जमीन है. वे इसे अस्पताल बनाने के लिए दान करें. मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ऐसे अस्पताल भूस्वामियों के माता-पिता या दादा-दादी के नाम से खोलेगी. इसके लिए राज्य के विभिन्न जिलों से करीब दो दर्जन भूमि प्रस्ताव पहले ही प्राप्त हो चुके हैं, जिन पर आयुष अस्पताल खोलने पर विचार किया जा रहा है.

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मंत्री दया शंकर मिश्रा दयालु (Minister Daya Shankar Mishra Dayalu) ने कहा कि इस पहल से अस्पतालों के लिए जमीन उपलब्ध होगी और जमीन देने वालों के पूर्वजों के नाम भी अमर हो जाएंगे. मंत्री ने यह भी कहा कि महामारी के दौरान लोग आयुर्वेद के महत्व को समझ चुके हैं और अब लोग जीवनशैली से जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए इसकी शरण में जा रहे हैं.

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Last Updated : Aug 12, 2022, 1:55 PM IST
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