नई दिल्ली : तिहाड़ जेल नंबर 3 में अपराधी प्रिंस तेवतिया की शुक्रवार को हत्या कर दी गई थी. वह गैंगस्टर लॉरेंस गैंग से जुड़ा हुआ था. इस जेल में यह कोई पहली आपराधिक घटना नहीं है, बल्कि इससे पहले भी हत्या सहित कई घटनाएं हो चुकी है. जेल सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, इस जेल में पिछले महीने 9 मार्च को जेल प्रशासन ने पुलिस बल के साथ छापा मारा था, तब कैदियों के पास से 23 सर्जिकल ब्लेड, ड्रग्स , मोबाइल सहित कई अन्य सामान बरामद किए गए थे.
तिहाड़ में आपराधिक वारदात : पिछले साल अपराधी धर्मवीर की संदिग्ध हालत में मौत हो गई थी. उसकी मौत की घटना 15 दिसंबर को सामने आई थी. साथ ही 9 जुलाई 2022 को एक कैदी पर अन्य कैदियों ने चाकू से हमला किया था. गनीमत रही कि कैदी राजेश की जान बच गई थी. इतना ही नहीं पिछले साल मई के महीने में कैदियों के बीच आपसी झड़प हुई थी और बीच-बचाव करने आए जेल के असिस्टेंट सुपरिंटेंडेंट अवनीश तोमर पर कैदियों ने हमला कर दिया था, जिसमें वह घायल हो गए थे. 2021 में अंकित गुर्जर की हत्या भी इसी जेल नंबर में की गई थी.
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गैंगस्टर रोहित चौधरी से थी प्रिंस की दुश्मनी : प्रिंस तेवतिया की तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर रोहित चौधरी से दुश्मनी चल रही थी. साउथ दिल्ली के खानपुर इलाके का रहने वाला प्रिंस दसवीं तक की पढ़ाई कर चुका था. इसके पिता डीडीए में काम करते थे. उसके पिता की किसी से दुश्मनी हो गई थी. कुछ समय बाद साल 2010 में प्रिंस ने उस व्यक्ति की हत्या कर दी थी. अंबेडकर नगर पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. खुद को नाबालिग साबित करने के लिए उसने नकली जन्म प्रमाण पत्र दिया था. जिससे उसके खिलाफ फर्जीवाड़ा का मामला दर्ज किया गया. साल 2013 में वह जेल में गैंगस्टर रोहित चौधरी के संपर्क में आया. रोहित चौधरी के निर्देश पर प्रिंस केबल ऑपरेटरों, सट्टा ऑपरेटरों, बिल्डरों से रंगदारी वसूल करने लगा.
वजीराबाद इलाके में मर्डर की वारदात: साल 2019 में शादी करने के लिए उसने पैरोल ली और फरार हो गया था, लेकिन उसी साल अक्टूबर में स्पेशल सेल ने एनकाउंटर किया, जिसमें उसके पैर में गोली गोली लगी और पुलिस की गिरफ्त में आ गया. सात महीने जेल में रहने के बाद अंतरिम बेल पर 2020 में जेल से बाहर आया और पेरोल बढ़वाने के लिए उसने करोना की फर्जी रिपोर्ट बनाई. इसका खुलासा होने पर उसके खिलाफ फर्जीवाड़ा का मामला दर्ज किया गया. बाद में पैरोल जंप कर फरार हो गया. इसके बाद उसने वजीराबाद इलाके में एक मर्डर की वारदात को अंजाम दिया.
पत्नी के ऑपरेशन के नाम पर जमानत : अक्टूबर 2020 में एक बार फिर से प्रिंस तेवतिया स्पेशल सेल के हत्थे चढ़ गया. सितंबर 2021 में अपनी पत्नी के ऑपरेशन के नाम पर हाईकोर्ट से जमानत ली और एक बार फिर से फरार हो गया, लेकिन अक्टूबर 2021 में क्राइम ब्रांच ने इसे फिर से गिरफ्तार कर लिया. अगस्त 2022 में पैरोल पर बाहर आया और दिल्ली कैंट इलाके में अपने साथियों के साथ मिलकर गन प्वाइंट पर फॉर्च्यूनर लूटने की वारदात को अंजाम दिया. उसके बाद फिर से क्राइम ब्रांच ने दिसंबर 2022 में हथियारों की खेप के साथ इसे पकड़ लिया गया.
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