नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने नीरज बवानिया गैंग के एक शार्प शूटर को गिरफ्तार किया है. जिससे पूछताछ के दौरान पुलिस को कई चौंकाने वाली जानकारी मिली है. जिसमें पता चला की सतीश अभी नीरज बवानिया गैंग का राइट हैंड बना हुआ है. और यह 2018 में जेल से बाहर आया था. जबकि नीरज बवानिया सहित गैंग के दूसरे सदस्य मर्डर, एक्सटॉर्शन आदि मामले में अभी तिहाड़ जेल में हैं.
हरियाणा और रोहिणी कोर्ट कॉम्प्लेक्स में किया मर्डर
शार्प शूटर ने बताया कि उसकी मुलाकात कई मर्डर के मामलों में बंद रहे बदमाश इंद्रजीत से हुई थी और उसी ने नीरज बवानिया गैंग का मेंबर बनाया. सतीश ने नीरज बवानिया गैंग के मेंबरों के साथ मिलकर हरियाणा में कोर्ट कॉम्प्लेक्स में सनसनीखेज मर्डर की वारदात को अंजाम दिया था. जिसमें सतीश गिरफ्तार हो गया था. 6 साल बाद सतीश ने नीरज बवानिया गैंग के साथी मेंबरों के साथ मिलकर रोहिणी कोर्ट कॉम्प्लेक्स में एक और मर्डर की वारदात को अंजाम दिया था. जिसमें सतीश और दूसरे के मेंबर की गिरफ्तारी हो गई थी. कई महीने जेल में रहने के बाद 2018 में सतीश फिर जेल से बाहर आया और नीरज बवानिया गैंग का काम करने लगा. और नीरज बवानिया के कहने पर गैंग की कमान संभाल रखी थी. और इसके रिलेटिव ने हरपाल उर्फ सोनू को 2018 में गैंग में शामिल करवाया.
जेल से मिली थी डायरेक्शन
पुलिस के अनुसार हरपाल उर्फ सोनू ने पिछले साल कई बदमाशों के साथ मिलकर रोहतक में स्कॉर्पियो गाड़ी लूटी थी. और साथ ही विक्की नाम के एक युवक की हत्या भी की थी. इन दोनों मामलों में हरपाल की हरियाणा पुलिस को तलाश थी. पुलिस ने बताया 20 जुलाई को नीरज बवानिया के साथी नवीन उर्फ बाली ने जेल से डायरेक्शन करके सतीश को यह कहा की उसका गुरप्रीत उर्फ टिंकू नाम की एक सख्स से पुराना कोई झगड़ा है. और उसका बदला लेने के लिए वे लोग उसकी हत्या कर दे.
गुरप्रीत उसके बाद संदीप की हत्या की कोशिश में शामिल
जेल से डायरेक्शन मिलने के बाद सतीश ने बताये गए पते पर पहुंचकर हथियार लिया. और 25 जुलाई को और हथियार इकट्ठा करने के बाद गुरप्रीत के घर तिलक नगर पहुंचकर हत्या की कोशिश की. उसके बाद फिर जेल से नवीन उर्फ बाली के मिले इंस्ट्रक्शन पर सतीश और उसके साथी नीतू दाबोदिया गैंग के मेंबर संदीप की हत्या करने पहुंचे, जिसमें इन्होंने हत्या की कोशिश की.