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MCD ने प्रदूषण हॉटस्पॉट पर निगरानी बढ़ाई, 372 निगरानी टीमें की गठित

-दिल्ली नगर निगम ने वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने 1295 अधिकारियों वाली 372 निगरानी टीमें गठित की.

MCD ने प्रदूषण हॉटस्पॉट पर निगरानी बढ़ाई
MCD ने प्रदूषण हॉटस्पॉट पर निगरानी बढ़ाई (Etv Bharat)
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By ETV Bharat Delhi Team

Published : 2 hours ago

नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए लगातर काम कर रही है. एमसीडी के सभी 12 जोनों में ग्रैप-IV नियमों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है. वहीं, ग्रैप-IV नियमों के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जा रही है.

एमसीडी ने अपने अधिकार क्षेत्र के तहत खुले में कूड़ा जलाने, अवैध सीएंडडी कचरे को डंप करने, सीएंडडी स्थलों की जांच करने और सड़कों पर धूल को रोकने के लिए 1295 अधिकारियों वाली 372 निगरानी टीमें गठित की है. इन टीमों द्वारा दोषियों के खिलाफ चालान काटे जा रहे हैं. निगम अधिकारियों ने बताया कि ग्रैप-IV के क्रियान्वयन के मद्देनजर, करोल बाग जोन, शाहदरा उत्तरी जोन और सेंट्रल जोन ने उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है.

जानकारी के अनुसार, करोल बाग जोन ने कुल 117 उल्लंघनकर्ताओं पर कानूनी कारवाई की है, जिसमें बायोमास और कचरा जलाने के लिए 85 मामले, मानदंडों का उल्लंघन करने वाले निर्माण स्थलों के खिलाफ 32 मामले शामिल हैं. इन कार्रवाइयों के परिणामस्वरूप लगभग ₹14 लाख का जुर्माना लगाया गया है.

ग्रैप-IV के सख्त क्रियान्वयन और राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के मानदंडों का पालन सुनिश्चित करने के लिए, करोल बाग जोन ने 77 अधिकारियों वाली 36 टीमें तैनात की है. इसके अतिरिक्त, वायु प्रदूषण को कम करने के लिए 6 वाटर स्प्रिंकलर, 2 एंटी-स्मॉग गन, 3 मैकेनिकल रोड स्वीपर तैनात किए हैं. ये संसाधन वर्तमान में धूल और प्रदूषकों को दबाने के लिए नियमित जल छिड़काव के लिए 21 मार्गों पर काम कर रहे हैं.

वहीं, वायु प्रदूषण से निपटने के लिए, शाहदरा उत्तरी क्षेत्र ने हॉटस्पॉट पर 2 वाटर स्प्रिंकलर, एक सक्शन मशीन, एक एमआरएस तैनात किया है. साइड वर्ज से कचरा और धूल हटाने के लिए यहां दो टिपर भी तैनात किए हैं. इसके अलावा, ग्रैप लागू होने के बाद से सभी एजेंसियों द्वारा समन्वित कार्य सुनिश्चित करने और दिशानिर्देश को सख्ती से लागू करने के लिए जोनल डिप्टी कमिश्नर नियमित रूप से हॉटस्पॉट और आसपास के क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं.

सेंट्रल जोन भी अपने अधिकार क्षेत्र में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रहा है. सेंट्रल ने प्रदूषण को रोकने के लिए 6 एमआरएस, 6 वाटर स्प्रिंकलर और 3 एंटी स्मॉग गन तैनात किए हैं. सेंट्रल जोन ने धूल प्रदूषण को कम करने के लिए 9 सड़कों की मरम्मत भी की है. एमसीडी ने सभी जोनल अधिकारियों को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा समय-समय पर जारी संशोधित दिशानिर्देशों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है.

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नई दिल्ली: दिल्ली नगर निगम वायु प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए लगातर काम कर रही है. एमसीडी के सभी 12 जोनों में ग्रैप-IV नियमों का सख्ती से पालन कराया जा रहा है. वहीं, ग्रैप-IV नियमों के उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जा रही है.

एमसीडी ने अपने अधिकार क्षेत्र के तहत खुले में कूड़ा जलाने, अवैध सीएंडडी कचरे को डंप करने, सीएंडडी स्थलों की जांच करने और सड़कों पर धूल को रोकने के लिए 1295 अधिकारियों वाली 372 निगरानी टीमें गठित की है. इन टीमों द्वारा दोषियों के खिलाफ चालान काटे जा रहे हैं. निगम अधिकारियों ने बताया कि ग्रैप-IV के क्रियान्वयन के मद्देनजर, करोल बाग जोन, शाहदरा उत्तरी जोन और सेंट्रल जोन ने उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है.

जानकारी के अनुसार, करोल बाग जोन ने कुल 117 उल्लंघनकर्ताओं पर कानूनी कारवाई की है, जिसमें बायोमास और कचरा जलाने के लिए 85 मामले, मानदंडों का उल्लंघन करने वाले निर्माण स्थलों के खिलाफ 32 मामले शामिल हैं. इन कार्रवाइयों के परिणामस्वरूप लगभग ₹14 लाख का जुर्माना लगाया गया है.

ग्रैप-IV के सख्त क्रियान्वयन और राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के मानदंडों का पालन सुनिश्चित करने के लिए, करोल बाग जोन ने 77 अधिकारियों वाली 36 टीमें तैनात की है. इसके अतिरिक्त, वायु प्रदूषण को कम करने के लिए 6 वाटर स्प्रिंकलर, 2 एंटी-स्मॉग गन, 3 मैकेनिकल रोड स्वीपर तैनात किए हैं. ये संसाधन वर्तमान में धूल और प्रदूषकों को दबाने के लिए नियमित जल छिड़काव के लिए 21 मार्गों पर काम कर रहे हैं.

वहीं, वायु प्रदूषण से निपटने के लिए, शाहदरा उत्तरी क्षेत्र ने हॉटस्पॉट पर 2 वाटर स्प्रिंकलर, एक सक्शन मशीन, एक एमआरएस तैनात किया है. साइड वर्ज से कचरा और धूल हटाने के लिए यहां दो टिपर भी तैनात किए हैं. इसके अलावा, ग्रैप लागू होने के बाद से सभी एजेंसियों द्वारा समन्वित कार्य सुनिश्चित करने और दिशानिर्देश को सख्ती से लागू करने के लिए जोनल डिप्टी कमिश्नर नियमित रूप से हॉटस्पॉट और आसपास के क्षेत्र का दौरा कर रहे हैं.

सेंट्रल जोन भी अपने अधिकार क्षेत्र में वायु प्रदूषण को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रहा है. सेंट्रल ने प्रदूषण को रोकने के लिए 6 एमआरएस, 6 वाटर स्प्रिंकलर और 3 एंटी स्मॉग गन तैनात किए हैं. सेंट्रल जोन ने धूल प्रदूषण को कम करने के लिए 9 सड़कों की मरम्मत भी की है. एमसीडी ने सभी जोनल अधिकारियों को वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग द्वारा समय-समय पर जारी संशोधित दिशानिर्देशों को सख्ती से लागू करने का निर्देश दिया है.

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