नई दिल्ली/नोएडा: नोएडा में शेयर ट्रेडिंग में निवेश के नाम पर कंपनी संचालक के साथ 7.66 करोड़ रुपये की साइबर ठगी का मामला सामने आया है. पुलिस ने मामले में 1 करोड़ 2 लाख रुपये की रकम फ्रीज कराई है. जांच में पता चला कि ठगी की रकम 11 अलग अलग खातों में ट्रांसफर कराई गई थी, जिनमें पांच खाते पश्चिम बंगाल के हैं. साइबर क्राइम सेल की टीम मामले की जांच कर रही है.
सेक्टर-77 स्थित अंतरिक्ष फॉरेस्ट सोसाइटी निवासी सृजन ढरिया ने पुलिस से शिकायत की थी कि उनके पिता को जालसाजों ने अमेरिकी ट्रेडिंग कंपनी में निवेश कराने के नाम पर एक व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़ दिया था. इस ग्रुप में 73 लोग थे. ग्रुप में पहले कथित रूप से ट्रेनिंग दी गई और बताया गया कि ट्रेडिंग व शेयर आईपीओ पर यहां निवेश कराया जाता है.
ट्रेनिंग के दौरान बताया गया कि कंपनी के सारे कामकाज सेबी के माध्यम से होते हैं. इसके बाद पीड़ित ने धीरे-धीरे कर सात करोड़ 66 लाख रुपये का निवेश कर दिया था. बाद में जालसाजों ने तीन करोड़ की राशि की मांग की तब ठगी का पता चला. साइबर थाने की पुलिस की जांच के दौरान पश्चिम बंगाल, केरल सहित अन्य राज्यों के 11 अकाउंट को फ्रीज करा दिया है. इन्हीं खातों में पूरी रकम ट्रांसफर की गई थी. अब तक 1 करोड़ 2 लाख की राशि शुक्रवार को फ्रीज करा दी गई है. पुलिस को आशंका है कि पश्चिम बंगाल के साइबर जालसाजों के गिरोह ने ठगी की वारदात को अंजाम दिया है.
रिटायर्ड महिला अधिकारी से 63.45 लाख की ठगी: वहीं एक अन्य मामले में सरकारी नौकरी से रिटायर्ड महिला से 63.45 लाख रुपए की ठगी करने का मामला सामने आया है. दरअसल बीते 20 अगस्त को उन्हें फोन आया, जिसमें कहा गया कि शेयर ट्रेडिंग मार्केट में निवेश कर वह बढ़िया मुनाफा कमा सकती हैं. जब उसने 63.4 लाख रुपये ठगों के खाते में डाले तो उन्होंने उसे दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर लिया. महिला ने जब मुनाफे की रकम निकालनी चाही तो ठगों ने उनसे नौ लाख रुपये और जमा करने को, जिसपर उन्हें ठगी का शक हुआ. पुलिस मामले में कार्रवाई कर रही है.
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